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साइबर अपराधी अपना रहे हैं छेड़खानी और ठगी के नए तरीके, महिलाएं बन रही शिकार

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Published : Jun 27, 2020, 9:07 PM IST

बदलते जमाने में साइबर अपराधी भी छेड़खानी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. कोई अश्लील वीडियो की सहायता से छेड़खानी कर रहा है तो कोई सोशल साइट्स पर लड़कियों की फोटो से चेहरा बदलकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहा है. इसके बदले अपराधी लोगों से अच्छीखासी रकम की वसूली कर रहे हैं.

साइबर अपराधी अपना रहे हैं छेड़खानी और ठगी के नए तरीके
Cyber criminals adopting new methods of cheating in Jamshedpur

जमशेदपुर: बदलते जमाने के दौर में साइबर अपराधी शहर में छेड़खानी के नए तरीके अपना रहे हैं. इन दिनों लौहनगरी के लोग साइबर बुलिंग से परेशान हो रहे हैं. जमशेदपुर स्थित बिस्टुपुर के साइबर थाने में टेक्नोलॉजी की कमी के कारण साइबर अपराध रोकने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है.

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सोशल साइट्स पर छेड़खानी के नए तरीके

साइबर अपराधी सोशल साइट्स पर छेड़खानी के नए-नए तरीके आजमा रहे हैं. कोई अश्लील वीडियो की सहायता से छेड़खानी कर रहा है तो कोई सोशल साइट्स पर लड़कियों की फोटो से चेहरा बदलकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहा है. लौहनगरी में आए दिन ऐसी घटना घट रही है. वर्चुअल छेड़खानी में अपराध की प्रवृति युवती और महिला को बदनाम करने की साजिश होती है. इसमें अपराधी पैसे की डिमांड करते हैं. 'साइबर बुलिंग' का अर्थ होता है. सोशल मीडिया पर गंदी भाषा, गंदी तस्वीरें वायरल करना, धमकी देना और इंटरनेट पर किसी भी अनजान लोगों को तंग करके उनसे पैसे की मांग की जाती है, जिसमें लोगों को बदनाम किया जाता है.

Cyber criminals adopting new methods of cheating in Jamshedpur
साइबर बुलिंग से बचाव

फेसबुक चैट और तस्वीरें वायरल

लौहनगरी में इन दिनों कई ऐसी घटनाएं घट रही हैं, जिसमें साइबर ठग किसी भी युवती और कामकाजी महिला से फेसबुक के माध्यम से चैट करते हैं. चैट करने के दौरान वीडियो कॉल पर बात करते हैं. उनसे दोस्ती करते हैं और उसके बाद गिफ्ट के नाम पर पैसे की डिमांड करते हैं. इस तरह के कई मामले जमशेदपुर से आएं हैं. पहला मामला जमशेदपुर के एक प्राइवेट स्कूल की प्राचार्य से विदेश में रहने वाले एक युवक ने फेसबुक पर दोस्ती की. दोस्ती करने के बाद सात किलोग्राम सोना गिफ्ट के तौर पर देने की बात कही, जिसके बाद प्राचार्य ने सोना लेने के लिए साइबर ठगों को सात लाख रुपए तक दे डाले.

लड़कियों को बदनाम करने की साजिश

दूसरा मामला, जमशेदपुर के कदमा की रहने वाली एक युवती के साथ विदेश में रहने वाले एक युवक ने इंस्टाग्राम के माध्यम से दोस्ती की. दोनों की दोस्ती शादी में बदलने वाली थी कि साइबर अपराधी ने कहा कि युवती से मिलने के लिए एयरपोर्ट पर पैसे की मांग की जा रही है, जिसके बाद युवती ने साइबर ठगों को दो लाख रुपए दे दिए. तीसरा मामला, बिस्टुपुर स्थित एक बैंक मैनेजर की पत्नी ने फेसबुक के माध्यम से अनजान युवक से दोस्ती की. दोस्ती करने के दौरान निजी फोटो को लेकर अपराधी उसे बदनाम करने की साजिश कर रहा था.

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शादी के नाम पर 2 लाख की ठगी

चौथा मामला, सोनारी की रहने वाली एक युवती ने एक ऑनलाइन एप्लीकेशन के माध्यम से साइबर ठगों से परिचित हुई, जिसके बाद साइबर ठगों ने युवती की फोटो सोशल साइट्स पर वायरल कर दी. पांचवां मामला, जमशेदपुर के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के एक वकील ने ऑनलाइन दुल्हन ढूंढने के नाम पर साइबर ठगों को सोलह लाख रुपए दे दिए. छठां मामला, एमजीएम कॉलेज की जूनियर डॉक्टर ने ऑनलाइन शादी के नाम पर करीब दो लाख रुपए गवा दिए. बता दें कि लौहनगरी में ज्यादातर स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राएं साइबर बुलिंग का शिकार बन रही है.

महिलाओं को मानसिक तौर पर किया जाता है परेशान

ज्यादातर मामलों में यह देखा जाता है कि पारिवारिक मान-मर्यादा को लेकर लड़कियां परिजनों से खुलकर बात नहीं कर पाती है, जिस कारण मनचलों पर बंदिश नहीं लग रही है. साइबर थाने में दर्ज मामलों के अनुसार 2019 में कुल 124 मामले ऐसे हैं, जिसमें सोशल मीडिया पर किसी न किसी तरीके से युवतियों और महिलाओं को परेशान किया गया है. वहीं, साल 2020 में जून महीने तक ऐसे 134 मामले सामने आए हैं, जिनमें युवतियों और कामकाजी महिलाओं को साइबर अपराधी मानसिक तौर पर परेशान करते हैं.

कैसे होती है छेड़खानी

साइबर अपराधी मानसिक तौर पर युवती और घेरलू महिलाओं के अकेलेपन का फायदा उठाते हैं. किसी भी युवती की निजी जानकारी पर साइबर अपराधी नजर रखते हैं. उनसे पहले दोस्ती करते हैं, उसके बाद उनके अकेलेपन का सहारा बनते हैं. अपराधी युवती से जुड़ी निजी जानकारी को इकट्ठा करके उनके करीब आने की कोशिश करते हैं. इसके बाद उनसे वीडियो कॉल पर बात करते हैं और शादी तक की बात करने लगते हैं. ऐसे में कुछ लोगों को साइबर अपराधियों पर भरोसा हो जाता है, जिसके बाद साइबर अपराधी पैसे मांगते हैं और अनजान लोग अपनी गाढ़ी कमाई लुटा देते हैं.

साइबर अपराधी लगातार अपना रहे नए-नए तरीके

स्मार्टफोन की सहायता से साइबर अपराधी नए-नए तरीकों का ईजाद कर रहे हैं, जिसमें किसी भी स्मार्टफोन पर नए-नए एप्लीकेशन की सहायता से निजी डेटा चुराया जाता है. उसके बाद फोन की निजी तस्वीरों के माध्यम से ब्लैकमेलिंग की जाती है. जमशेदपुर स्थित बिस्टुपुर के साइबर थाने में टेक्नोलॉजी की कमी है. स्थानीय पुलिस के लिए राज्य की तरफ से सीमित संसाधन दिए जाते हैं. साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए साइबर जानकारों की कमी है, जिसके कारण साइबर बुलिंग जैसे अपराध का दायरा बढ़ रहा है.

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