ETV Bharat / state

साइबर ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना ने किया सरेंडर, कई लोगों को लगा चुका है चूना

author img

By

Published : Jan 17, 2020, 7:54 AM IST

पूर्वी सिंहभूम से संचालित साइबर ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना महेश पोद्दार की गिरफ्तारी के लिए बिष्टुपुर साइबर थाना की टीम मुंबई और कोलकाता गई थी, लेकिन पुलिस उसकी तलाश नहीं कर पाई और खाली हाथ वापस लौट आई, जिसके बाद महेश ने खुद गुरुवार को जमशेदपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया.

Chief leader of the inter-state gang of cyber thugs surrendered in Jamshedpur
मुख्य सरगना ने किया सरेंडर

जमशेदपुर: साइबर ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना महेश पोद्दार ने गुरुवार ने जमशेदपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया. सरेंडर के कुछ दिन पहले ही बिष्टुपुर साइबर थाना की टीम महेश पोद्दार की तलाश करने मुंबई और कोलकाता गई थी, हालांकि पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था.

देखें पूरी खबर
मिली जानकारी के अनुसार महेश के परिवार पर पुलिस लगातार दबाव बनाया जा रहा था, जिसके कारण महेश ने सरेंडर किया है. पुलिस महेश की गिरफ्तारी के लिए हर स्तर से प्रयास कर रही थी, साथ ही उसके परिवार पर भी लगातार उसके ठिकाने के संबंध में पूछताछ कर रही थी, महेश को रिमांड पर लेने के लिए शुक्रवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल किया जाएगा. महेश ठगी के खेल से पर्दा उठा सकता है.

महेश इस ठगी के खेल में संचालन करने वालों का नाम बता सकता है. महेश ने अब तक कितने लोगों को किस-किस तरीके से ठगी का शिकार बनाया है. इससे भी पर्दा उठा सकता है. वहीं, दूसरी ओर इस गिरोह का खुलासा करने वाले जेल में बंद गिरोह के सदस्य राहुल मिश्रा को साइबर पुलिस शुक्रवार को रिमांड पर लेगी. गुरुवार को कोर्ट ने उसके रिमांड अर्जी को स्वीकार करते हुए रिमांड पर लेने की अनुमति दी है.

नेटवर्क से गायब हो गया था महेश

महेश के जो भी मोबाइल नंबर पुलिस के हाथ लगी थी, उसके लोकेशन के आधार पर वह मुंबई में था, उसके गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी की जानकारी होने और खेल का भंडाफोड़ होने की जानकारी मिलने के बाद से महेश ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया था. पुलिस को आशंका है कि वह कोई और नंबर रखा था जिसकी जानकारी उसके अन्य साथियों और पुलिस को नहीं थी. जिससे वह शहर में चल रही कार्रवाई की जानकारी हासिल कर रहा था.

Chief leader of the inter-state gang of cyber thugs surrendered in Jamshedpur
साइबर थाना

ये भी देखें- राजधनवार के पूर्व विधायक ने की मांग, भाजपा में शामिल होने से पहले इस्तीफा दें बाबूलाल

ऐसे आया मामला सामने

परसुडीह थाना के छोटा गोविंदपुर साईं मंदिर रोड गदड़ा के रहने वाले नीतीश कुमार सिंह को नौकरी दिलाने के बहाने उसके नाम पर तीन अलग-अलग बैंकों का खाता, एटीएम कार्ड और बैंक किट्स में नाम पर 3 सिम कार्ड जारी करवाकर हड़प लिया गया, साथ ही उसके अकाउंट से बीस लाख रुपए निकासी दिखाते हुए देश के विभिन्न लोगों के साथ ठगी करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. नीतीश की शिकायत पर 4 जनवरी की रात राहुल मिश्रा की गिरफ्तारी की गई थी, उसके बाद शहर में चल रही इस अंतर राज्यस्तर पर चल रहे इस मामले का खुलासा हुआ था.


Intro:एंकर-- शहर से संचालित साइबर ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना महेश पोद्दार की गिरफ्तारी के लिए बिष्टुपुर साइबर थाना की टीम मुंबई और कोलकाता में उसकी तलाश कर खाली हाथ लौट आई महेश ने गुरुवार को जमशेदपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया।


Body:वीओ1-- जानकारी के अनुसार महेश ने पुलिस द्वारा उसके परिवार पर बनाए जा रहे दबाव में आकर सरेंडर किया है. पुलिस महेश की गिरफ्तारी के लिए हर स्तर से प्रयास कर रही थी.साथ ही उसके परिवार पर भी लगातार उसके ठिकाने के संबंध में पूछताछ कर रही थी महेश को रिमांड पर लेने के लिए शुक्रवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल किया जाएगा महेश इस ठगी के खेल से पर्दा उठा सकता है. महेश इस ठगी के खेल में संचालन करने वालों का नाम बता सकता है.महेश ने अब तक कितने लोगों को किस किस तरीके से ठगी का शिकार बनाया है.इससे भी पर्दा उठा सकता है. इधर दूसरी और इस गिरोह का खुलासा करने वाले जेल में बंद गिरोह के सदस्य राहुल मिश्रा को साइबर पुलिस ने शुक्रवार को रिमांड पर लेगी गुरुवार को कोर्ट ने उसके रिमांड अर्जी को स्वीकार करते हुए रिमांड पर लेने की अनुमति दी है।
नेटवर्क से गायब हो गया था महेश-- महेश के जो भी मोबाइल नंबर पुलिस के हाथ लगी थी उसके लोकेशन के आधार पर वह मुंबई में था उसके गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी की जानकारी होने और खेल का भंडाफोड़ होने की जानकारी मिलने के बाद से महेश ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया था पुलिस को आशंका है कि वह कोई और नंबर रखा था जिसकी जानकारी उसके अन्य साथियों और पुलिस को नहीं थी जिससे वह शहर में चल रही कार्रवाई की जानकारी हासिल कर रहा था।
ऐसे आया था मामला सामने-- परसुडीह थाना के छोटा गोविंदपुर साईं मंदिर रोड गदड़ा के रहने वाले नीतीश कुमार सिंह ने नौकरी दिलाने के बहाने उसके नाम पर तीन अलग-अलग बैंकों का खाता एटीएम कार्ड और बैंक किट्स में नाम पर 3 सिम कार्ड जारी करवा कर हड़प लेना अकाउंट से बिस लाख रुपए निकासी दिखाते हुए देश के विभिन्न लोगों के साथ ठगी करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी नीतीश की शिकायत पर 4 जनवरी की रात राहुल मिश्रा की गिरफ्तारी की गई थी उसके बाद शहर में चल रही इस अंतर राज्य स्तर पर चल रहे इस मामले का खुलासा हुआ था।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.