दुमका: जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के बभनडीहा गांव नदी घाट से अवैध रूप से बालू माफिया की ओर से बालू का अवैध उठाव किया जा रहा है. बालू बिहार भेजी जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि अवैध रूप से बालू का उठाव हो जाने से जलस्तर काफी नीचे चला गया है. फसलें खराब हो रही हैं.
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बताते चलें कि एक ओर बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है और इस विकट स्थिति में कई लोगों का रोजगार छिन गया है. इस महामारी से लड़ते हुए अपने और कई लोगों का पेट भरने के लिए किसान फसल उगाने की जद्दोजहद में जुटे हैं. वहीं किसानों की मेहनत पर पानी फेरने के लिए बालू माफिया बे-रोकटोक नदियों से अवैध रूप से बालू खनन कर बेचने में जोर शोर से लगे हुए हैं. अवैध रूप से अंधाधुंध बालू उठाव होने से नदियों का जलस्तर नीचे चला जा रहा है, जिससे अन्नदाता किसानों के सामने फसल के पटवन की समस्या उत्पन्न हो रही है.
उपायुक्त को आवेदन
अंचलाधिकारी पुलिस को साथ लेकर कार्रवाई करने पहुंचे, लेकिन नदी घाट पर एक भी ट्रैक्टर नहीं मिला. अब ग्रामीणों ने उपायुक्त के नाम एक आवेदन देकर अवैध बालू खनन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाकर बालू माफिया पर नकेल कसने की मांग की है, ताकि किसानों की मेहनत की फसल के लिए पानी मिल सके.
जरमुंडी प्रखंड के बभनडीहा गांव के नदी घाट से बालू माफिया की ओर से अवैध रूप से लगातार बालू उठाव किये जाने से नदी सूखती जा रही है. नदी किनारे कई एकड़ जमीन पर किसानों ने फसल लगाई है, जो पानी के अभाव में मुरझाने लगी हैं. खेतों में लगी फसल को बचाने के लिए ग्रामीणों ने बालू खनन नहीं करने का आग्रह भी किया, लेकिन किसानों के आग्रह का माफिया पर कोई असर नहीं पड़ा.
ग्रामीणों ने बताया कि बालू माफिया जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के नदी घाट से बालू उठाकर जामा प्रखंड के विराजपुर में डंप करते हैं, जहां से ट्रकों में भरकर बाहर भेजी जी रहा है. ग्रामीणों ने अवैध बालू खनन रोकने के लिए अंचलाधिकारी से भी आग्रह किया.