दुमका: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के एक साल पूरे होने वाले हैं. दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र को झामुमो का गढ़ माना जाता है. इसकी वजह भी ठोस है, यहां तीन दशक से अधिक समय से झारखंड मुक्ति मोर्चा का कब्जा है. झामुमो के नलिन सोरेन ने लगातार सातवीं बार यहां से जीत दर्ज की है. उन्होंने नलिन सोरेन से उनकी सफलता का राज पूछा. वहीं आने वाले वर्ष 2021 के कार्य योजना की जानकारी ली.
लगातार सातवीं बार दर्ज की जीत
शिकारीपाड़ा के विधायक नलिन सोरेन ऐसे विधायक हैं, जो इस क्षेत्र से लगातार सातवीं बार जीत दर्ज की है. हाल ही में उन्हें उत्कृष्ट विधायक का भी सम्मान मिला. उन्होने उनसे जाना कि उनकी सफलता का राज क्या है. नलिन सोरेन ने कहा कि जनता के बीच रहता हूं, जनता के लिए कार्य करते हैं और जो कुछ भी हैं जनता की वजह से हैं. 2021 के कार्य योजना के विषय में उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में अधिकांश लोग कृषि पर आश्रित हैं. हर खेत को सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था करना आने वाले सालों में उनका लक्ष्य है. मयूराक्षी नदी का पानी जो उनके क्षेत्र में उपलब्ध है, वो उसे हर खेत तक ले जाएंगे. इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी बात की है.
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क्या है जनता की राय
ईटीवी भारत ने शिकारीपाड़ा की जनता से बातचीत कर जाना कि नलिन सोरेन की उपलब्धता कैसी रहती है, क्षेत्र में उनके कार्य कैसे हैं, कामकाज से वो कितने संतुष्ट हैं. इस दौरान लोगों की मिश्रित प्रतिक्रिया प्राप्त हुई. कुछ लोगों ने कहा विधायक उनके बीच में उपलब्ध रहते हैं. सुख-दुख के साथी हैं और कभी भी उन्हें कोई परेशानी होती है, तो वो उनसे जाकर सीधे मिलते हैं, जबकि कुछ लोगों ने कहा कि कोई खास उपलब्धि नहीं है. कोई खास काम नहीं है, जिसे गिनाया जाए. वह अगर लगातार जीत रहे हैं, तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के नाम पर और उनके चुनाव चिन्ह की वजह से जीत रहे हैं.