दुमका: महाशिवरात्रि पर बासुकिनाथ धाम में विधि-विधान से शिव-पार्वती विवाह संपन्न हुआ.रातभर श्रद्धालुओं ने शिव-पार्वती का विवाह देखा. इस दौरान पुरोहितों ने विवाह का अनुष्ठान पुरा कराया. इसके बाद रविवार को मर्याद एवं घूंघट की रस्म अदायगी की गई. जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया. जिसके बाद भूतनाथ के बारातियों को सम्मान पूर्वक विदाई दी गई. इसके साथ ही बासुकिनाथ धाम में तीन दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का समापन हो गया.
शिव के प्रतीक त्रिशूल को पालकी में रखकर कराया गया नगर भ्रमणः बासुकिनाथ में वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार शिव-पार्वती का विवाह संपन्न कराया गया. दूसरे दिन रविवार को शिवजी के प्रतीक चिह्न त्रिशूल को पालकी में रखकर नगर भ्रमण कराया गया. इस दौरान श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर खुशियों का इजहार किया. मान्यता के अनुसार शिवरात्रि के समापन के बाद होली की शुरुआत हो जाती है.
यूपी से पहुंचे थे शहनाई वादक गाजीम हुसैनः वहीं शिव-पार्वती के वैवाहिक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के बनारस से शहनाई बजाने वाले शहनाई वादक गाजीम हुसैन पहुंचे थे. बताते चलें कि गाजीम हुसैन वर्षों से बाबा बासुकीनाथ विवाह में शहनाई बजाने के लिए पहुंचते हैं. उन्होंने अपनी शहनाई की धुन से श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया. इस दौरान कई श्रद्धालु नाचते-गाते नजर आये. इस संबंध में धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा ने कहा कि वर्षों से चली आ रही परंपरा का विधि-विधान पूर्वक निर्वहन किया गया है.
बासुकिनाथ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ः गौरतलब हो कि प्रत्येक वर्ष बासुकिनाथ में बसंत पंचमी के दिन बाबा फौजदारीनाथ को तिलक चढ़ाया जाता है. इसके बाद महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती का विवाह उत्सव मनाया जाता है. जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं. वहीं इसके पूर्व शिव बारात निकाला जाता है. जिसमें बाराती बन कर पूरे शहर के लोग शामिल होते हैं. इस वर्ष भी बासुकिनाथ धाम में शिवरात्रि पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने बाबा फौजदारीनाथ की पूजा कर मंगलकामना की.