दुमकाः झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर पूरे राज्य में शोक की लहर है. राज्य की उपराजधानी दुमका के दो झामुमो विधायक नलिन सोरेन और सीता सोरेन ने इसे समाज और राज्य के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. उन्होंने कहा कि इसकी कमी पूरी नहीं कि जा सकती है.
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क्या कहा शिकारीपाड़ा के झामुमो विधायक नलिन सोरेन नेः झामुमो के वरिष्ठ नेता और लगातार सात बार से शिकारीपाड़ा क्षेत्र से विधायक बन रहे नलिन सोरेन ने जगरनाथ महतो के निधन पर अपनी गहरी संवेदना जतायी है. ईटीवी भारत से फोन पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि टाइगर जगरनाथ दा समाज़ के प्रति सदैव समर्पित रहे. वे जुझारू नेता थे. कोरोना काल मे वे बीमार पड़े, ईलाज के बाद जब वे ठीक हुए तो फ़िर से उसी उत्साह से अपने जिम्मेदारी में जुट गये. पार्टी और अपने कार्य के प्रति वे काफी जिम्मेदार थे. उनका इस तरह से जाना बेहद दुखदायी और पीड़ादायक है. ईश्वर उनके परिवार को संबल प्रदान करे. उनके प्रति मेरी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित है.
क्या कहती हैं झामुमो विधायक सीता सोरेनः शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन को जामा विधानसभा की झामुमो विधायक सीता सोरेन ने काफी दुखद बताया है. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि थोड़ी देर पहले इसकी जानकारी मुझे मिली. वे इलाजरत थे और हमलोगों को पूर्ण विश्वास था कि टाइगर जगरनाथ दा ठीक होकर फिर से लौटेंगे और अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे. सीता सोरेन ने कहा कि वे गरीबों के मसीहा थे. हमेशा अपने क्षेत्र में गांव - गांव घूम कर गरीब , जरूरतमंद लोगों के मदद के लिए मौजूद रहते थे. ऐसा लग नहीं रहा था कि वह हमारे बीच इस तरह अचानक से चले जाएंगे. पहली बार जब वे बीमार पड़े तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनका हरसंभव इलाज कराया और जब वह ठीक होकर आए तो लगता ही नहीं था कि वह कभी बीमार थे. बेहतर ढंग से कामकाज को संभाल लिया था. इस समय भी वे रिकवरी कर रहे थे कि अचानक से यह दुखदायी खबर सामने आई है. सीता सोरेन ने कहा कि उनका इस तरह से जाना समाज और राज्य की जनता, हमलोग, सभी के लिए एक बड़ी क्षति है.