ETV Bharat / state

अजब गजब: दुनिया में बने कई रिकॉर्ड, कलाई घुमा BIT का छात्र गिनीज बुक में दर्ज कराना चाहता है नाम

author img

By

Published : Sep 27, 2020, 10:54 AM IST

धनबाद के बीआईटी सिंदरी में बीटेक मैकेनिकल के छात्र शनि रंजन पासवान ने कलाई घुमाने की कला में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. शनि ने एक मिनट में 204 बार अपनी कलाई घुमाकर अपने गुरु का भी रिकार्ड दिया है. अब वह दुनिया के सबसे बड़े गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रैक्टिस कर रहा है.

shani ranjan paswan
शनि रंजन पासवान

धनबादः दुनिया में लोगों ने कई प्रकार के रिकॉर्ड बनाए हैं. कई लोग इन रिकॉर्ड को तोड़ नया कीर्तिमान भी स्थापित करते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी जिले के जेलगोरा के रहने वाले शनि रंजन पासवान की है. शनि ने न केवल अपने गुरु का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बना डाला. शनि की खासियत यह है कि वह अपनी कलाई को काफी तेजी से घुमा सकता है. उसका यह रिकॉर्ड एक मिनट में 204 बार अपनी कलाई घुमाने को लेकर बना है.

देखें स्पेशल स्टोरी


गुरु की छत्रछाया में कलाई घुमाने का प्रशिक्षण
बीआईटी सिंदरी में बीटेक मैकेनिकल का छात्र शनि रंजन पासवान दिल्ली के अनिल कुमार के कलाई घुमाने की कला से काफी प्रभावित हुआ था. उसका वीडियो देखा और अपनी कलाई घुमाने की प्रैक्टिस शुरू कर दी. शनि ने अनिल को ही अपना गुरु बना लिया. गुरु की छत्रछाया में कलाई घुमाने के प्रशिक्षण का यह दौर चलने लगा. शनि के गुरु राजीव शर्मा एक मिनट में 182 बार ही अपनी कलाई घुमा सकते थे, लेकिन शनि ने उनके रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 204 बार अपनी कलाई घुमाकर यह सम्मान हासिल किया.

कई अवॉर्ड से सम्मानित
शनि की इस प्रतिभा को देखते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अस्तर की कई संस्थानों ने उनके इस हुनर को वर्ल्ड रिकॉर्ड की श्रेणी में रखते हुए इन्हें सम्मानित भी किया. इसमें तीन बार इंडिया बुक रिकॉर्ड, अमेरिका बुक रिकॉर्ड, बंगाल बुक रिकॉर्ड, ब्रैवो इंटरनेशनल बुक रिकॉर्ड, हाईरेंज बुक रिकॉर्ड, इंफिनिटी वर्ल्ड रिकॉर्ड, वज्रा वर्ल्ड रिकॉर्ड, इंडोनेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड समेत कुल 24 पुरस्कार शामिल है.

इसे भी पढ़ें- सरकारें बदलती रही, नहीं सुधरी जनजातीय शोध संस्थान की स्थिति, आदिवासी समाज में मायूसी

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रैक्टिस
शनि रंजन ने बताया कि अब वह दुनिया के सबसे बड़े गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रैक्टिस कर रहे है. उनका लक्ष्य कलाई घुमाने के मामले में विश्व का सर्वोत्तम रिकॉर्ड हासिल करना है. शनि के पिता बिंदा पासवान बीसीसीएल से सेवानिवृत्त हो चुके हैं और मां गृहणी हैं.

झारखंड में नहीं टैलेंट की कमी
वहीं, शनि के पिता बिंदा पासवान ने बताया कि हुनर किसी की मोहताज नहीं होता है. अगर आप के अंदर हुनर है तो सफलता जरूर मिलेगी. बस उसे पहचानने की जरुरत है, जिस प्रकार शनि अपने कलाई को घूमता है वह गॉड गिफ्ट है. वहीं, धनबाद वासी भी मानते है की झारखंड में टैलेंट की कमी नहीं है. अगर झारखंड सरकार सही प्लेटफॉर्म दें तो विदेशों में भी झारखंड का नाम रोशन करेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.