धनबाद: झारखंड के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो की 31वीं पुण्यतिथि पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने रविवार को धनबाद रेलवे स्टेशन रोड स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण उन्हें श्रद्धांजलि दी(Binod Bihari Mahato death anniversary celebrated in Dhanbad). टुंडी विधायक मथुरा महतो समेत पार्टी के गणमान्य नेताओं द्वारा उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए. इस दौरान उनके आदर्शों पर चलने का नेताओं ने प्रण लिया.
टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने मीडिया से कहा कि जिस झारखंड में हम सभी विचरण कर रहे हैं, यह बिनोद बाबू की परिकल्पना का प्रतिफल है. उन्होंने कहा कि बिनोद बाबू के आदर्शों तथा उनके दिखाए मार्गों को आत्मसात करने जरूरत है. साथ ही बताया गया कि उन्होंने झारखंड के शोषित, दलित आदिवासियों के हक अधिकार की लड़ाई लड़ी, जिसके फलस्वरूप झारखंड अलग राज्य का गठन हुआ. लेकिन बिनोद बाबू के सपनों का झारखंड आज तक नहीं बन सका है. उनके सपनों को पूरा करने के लिए हम सभी को समर्पित भाव से संघर्ष करना होगा. विनोद बिहारी महतो झारखंड के लोगों को पढ़ो, लड़ो और बढ़ो का नारा देते रहे, जिससे कि यहां के लोग जागरूक हों और झारखंड भारत का अग्रणी राज्य बन सके.
इस कार्यक्रम में झामुमो व्यवसाय प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष अमितेश सहाय, नीलम मिश्रा, पवन महतो, दिनेश महतो, मदन महतो, कंसारी मंडल, शिव प्रसाद महतो, कल्याण भट्टाचार्य, सप्पू महतो, गौरव सिंह, अमित महतो, अख़्तर हुसैन अंसारी, लखन प्रमाणिक, अरुण कुमार दास, बसंत महतो, बाबूलाल महतो, नियाज अहमद, आशीष, लालू साव, मो. तैयब, मो. इरशाद, राम दास आदि उपस्थित थे.
बिनोद बिहारी महतो की 31वीं पुण्यतिथि, धनबाद में JMM नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
धनबाद: झारखंड के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो की 31वीं पुण्यतिथि पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने रविवार को धनबाद रेलवे स्टेशन रोड स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण उन्हें श्रद्धांजलि दी(Binod Bihari Mahato death anniversary celebrated in Dhanbad). टुंडी विधायक मथुरा महतो समेत पार्टी के गणमान्य नेताओं द्वारा उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए. इस दौरान उनके आदर्शों पर चलने का नेताओं ने प्रण लिया.
टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने मीडिया से कहा कि जिस झारखंड में हम सभी विचरण कर रहे हैं, यह बिनोद बाबू की परिकल्पना का प्रतिफल है. उन्होंने कहा कि बिनोद बाबू के आदर्शों तथा उनके दिखाए मार्गों को आत्मसात करने जरूरत है. साथ ही बताया गया कि उन्होंने झारखंड के शोषित, दलित आदिवासियों के हक अधिकार की लड़ाई लड़ी, जिसके फलस्वरूप झारखंड अलग राज्य का गठन हुआ. लेकिन बिनोद बाबू के सपनों का झारखंड आज तक नहीं बन सका है. उनके सपनों को पूरा करने के लिए हम सभी को समर्पित भाव से संघर्ष करना होगा. विनोद बिहारी महतो झारखंड के लोगों को पढ़ो, लड़ो और बढ़ो का नारा देते रहे, जिससे कि यहां के लोग जागरूक हों और झारखंड भारत का अग्रणी राज्य बन सके.
इस कार्यक्रम में झामुमो व्यवसाय प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष अमितेश सहाय, नीलम मिश्रा, पवन महतो, दिनेश महतो, मदन महतो, कंसारी मंडल, शिव प्रसाद महतो, कल्याण भट्टाचार्य, सप्पू महतो, गौरव सिंह, अमित महतो, अख़्तर हुसैन अंसारी, लखन प्रमाणिक, अरुण कुमार दास, बसंत महतो, बाबूलाल महतो, नियाज अहमद, आशीष, लालू साव, मो. तैयब, मो. इरशाद, राम दास आदि उपस्थित थे.