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जन्माष्टमी पर कई कार्यक्रमों का किया गया आयोजन, राधा-कृष्ण के रुप में बच्चों ने मोह लिया सबका मन

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Published : Aug 22, 2019, 11:38 PM IST

धनबाद के एक निजी स्कूल में जन्माष्टमी के अवसर पर गुरुवार को बालकृष्ण सज्जा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कृष्ण-राधा के रुप में तैयार होकर आए बच्चों ने सबका मन मोह लिया.

राधा-कृष्ण के रुप में बच्चे

धनबाद: अपनी संस्कृति-परंपरा से बच्चों का सरोकार कराने के लिए त्योहारों से अच्छा कुछ हो ही नहीं सकता. इसी सोच के तर्ज पर जिले के एक निजी स्कूल में जन्माष्टमी के अवसर पर गुरुवार को बालकृष्ण सज्जा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर नन्हे-मुन्हे सभी बच्चे कृष्ण-राधा के रुप में तैयार होकर आए.

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कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
इस दौरान विद्यालय में फैंशी ड्रेस प्रतियोगिता, माखन भोग, मटकी तोड़ जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. इन कार्यक्रमों में नन्हे-मुन्हे बच्चों ने जमकर मस्ती की. बाल कृष्ण और राधा के रूप में तैयार होकर बच्चे काफी मनमोहक लग रहे थे.

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क्या कहते हैं शिक्षक
स्कूल के शिक्षक ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी को समझाना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था. ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों को छोटी उम्र से ही पढ़ाई के साथ-साथ भारतीय धर्म-संस्कृति और परंपरा को जानने-समझने का मौका मिलता है. इससे न केवल उनमें संस्कार आते हैं बल्कि नई-नई बातें सीखने का मौका मिलता है. साथ ही वे हंसते-खेलते अंदाज में कुछ यादें भी सजा लेते हैं.

Intro:धनबाद।जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर जिले के एक निजी स्कूल में बालकृष्ण सज्जा कार्यक्रम का आयोजन हुआ।बालकृष्ण के रूप में नन्हे मुन्हे बच्चे नजर आए।


Body:इस दौरान ड्रेस प्रतियोगिता,माखन भोग मटकी तोड़ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।नन्हे मुन्हे बच्चे कार्यक्रम में शामिल हुए।बाल कृष्ण के रूप में बच्चे काफी मनमोहक लग रहे थे।स्कूल के शिक्षक ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी को समझाना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।बच्चों को उनकी छोटी उम्र से ही पढ़ाई के साथ साथ भारतीय धर्म संस्कृति और परंपरा को जानने एवं समझने का विशेष अवसरों पर ही मौका मिलता है।


Conclusion:विशेष अवसरों पर भारतीय संस्कृति और परंपरा को जानने और समझने के लिए निजी स्कूलों के साथ सरकारी स्कूलों में भी कार्यक्रम का होना बेहद जरुरी है।
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