चतराः जिले के नक्सल प्रभावित सिमरिया प्रखंड के टुटकी गांव में आजादी के बाद पहली बार सड़क बनी. सड़क बनने से ग्रामीणों में काफी खुशी थी. लेकिन, यह सड़क एक माह के भीतर ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई.
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टुटकी गांव के लोगों ने बताया कि लाखों रुपए खर्च कर सड़क बनाया गया, जो एक महीने में ही जर्जर हो गया. उन्होंने कहा कि सड़क में लगाई गई गिट्टी चटकने लगी है. ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण के दौरान ही ठेकेदार का विरोध किया गया. इस विरोध की वजह थी कि सिर्फ गिट्टी और बालू में सीमेंट की मात्रा काफी कम थी. इस विरोध के बावजूद कोई कोर्रवाई नहीं की गई. अब स्थिति यह है कि एक माह में भी सड़क टूटने लगी है.
झूठे केस में फंसाने की दी गई धमकी
ग्रामीणों ने प्रखंड से लेकर डीसी तक शिकायत की है. इसके बावजूद कार्रवाई करने के बदले अधिकारी हाथ पर हाथ रख बैठे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पीसीसी सड़क का निर्माण हो रहा था, तब विरोध किया. ग्रामीणों के विरोध करने पर ठेकेदार रंगदारी, छिनतई और सरकारी कार्यों में बाधा पहुंचाने को लेकर झूठी केस में फंसाने की धमकी दी जिसके बाद विरोध शांत हो गया.
कराई जाएगी सड़क निर्माण की जांच
अनुमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार दास ने बताया कि किस विभाग से सड़क निर्माण कराया गया है. इसकी जांच की जाएगी. अगर ठेकेदार की ओर से लापरवाही बरती गई है, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.