चतरा : जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र में शनिवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें टीएसपीसी का एरिया कमांडर गुलशन मारा गया था. गुलशन की मौत के बाद उसके परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का आरोप है कि पुलिसिया खौफ के कारण मोहन गंझू उर्फ गुलशन मारा गया है.
गुलशन के भाई कमलेश गंझू ने पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि पांच साल पहले गुलशन भाकपा माओवादी संगठन में सक्रिय था, लेकिन वह संगठन छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो चुका था. उन्होंने कहा कि पुलिस ने संगठन छोड़ने के बाद भी उनके विरुद्ध कई फर्जी प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद वह खुद को सुरक्षित करने के लिए टीएसपीसी में शामिल हो गया था.
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पुलिस के डर से गई गुलशन की जान
परिजनों का आरोप है कि पुलिस अगर गुलशन के विरुद्ध फर्जी मामले दर्ज नहीं कराती, तो शायद वह समाज में आम जीवन जी रहा होता. परिजनों के अनुसार पुलिसिया कार्यशैली से खौफजदा गुलशन दिवाली की रात अपने घर आया था. यहीं से वापस जाने के दौरान वह पुलिस के गोलियों का शिकार हो गया.
मुठभेड़ में मारा गया नक्सली संगठन का एरिया कमांडर गुलशन लावालौंग थाना क्षेत्र अंतर्गत चुकु गांव का रहने वाला था. उसके शव को पुलिस ने शनिवार देर रात सर्च अभियान के दौरान बरामद किया था, जिसे रविवार की दोपहर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर मेडिकल बोर्ड गठित कर दंडाधिकारियों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसकी वीडियो रिकार्डिंग भी कराई गई. पोस्टमार्टम के बाद मृत नक्सली का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया.