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CM School of Excellence में बड़ी गड़बड़ी, बिना टेस्ट लिए ही कर लिया गया बच्चों का एडमिशन, अब छात्रों को भेजा जा रहा दूसरे स्कूल

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Published : Jul 16, 2023, 4:41 PM IST

बोकारो के रामरुद्र प्लस टू हाई स्कूल को सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाया गया है. इसमें 11वीं कक्षा में मात्र 60 बच्चों का ही नामांकन लेना है. लेकिन शिक्षा विभाग ने बड़ी गड़बड़ी कर दी है. करीब 400 बच्चों का एडमिशन लिए जाने के बाद अब बाकि बच्चों को दूसरे स्कूल में नामांकन कराने को कहा गया है.

CM School of Excellence Bokaro
CM School of Excellence Bokaro

जगरनाथ लोहारा, डीईओ

बोकारो: जिले के चास के रामरुद्र प्लस टू हाई स्कूल में 11वीं कक्षा में नामांकन में लापरवाही उजागर हुई है. इस स्कूल में विभाग के आदेश का पालन करने में लापरवाही बरतते हुए साइंस, आर्टस और कॉमर्स में करीब 400 बच्चों का नामांकन कर लिया गया है. नामांकन लेने के दो-तीन सप्ताह बीत जाने के बाद अब नामांकित स्टूडेंट्स से कहा जा रहा है कि यहां सीबीएसई से पढ़ाई होगी. इसमें प्रत्येक संकाय में 60 बच्चों को ही रखा जाएगा. इसलिए बाकि 200 से ज्यादा बच्चे टीसी लेकर दूसरे स्कूल में चले जाएं. इस प्रकार की त्रुटि किस स्तर पर हुई है. इसके बारे में बोलने से जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित स्कूल के प्रभारी कतरा रहे हैं.

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बताते चलें कि झारखंड शिक्षा परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जयंत मिश्रा ने 29 अप्रैल 2023 को ही स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में नामांकन के लिए पत्र जारी किया था. जिसमें स्पष्ट उल्लेख है कि स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में नामांकन के लिए बच्चों का टेस्ट लेना है और कितने विद्यार्थी का एडमिशन लेना है, इसकी पूरी जानकारी भी दी गई है. उसके बाद राज्य के शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने 14 जून 2023 को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में नामांकन से संबंधित पत्र राज्य के सभी उपायुक्त को लिखा था. उसके बाद भी नामांकन होता रहा. हैरान करने वाली बात तो यह है कि 26 जून से 11वीं कक्षा में तीनों संकायों में कक्षाएं भी शुरू हो गई थी. प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा जुलाई के पहले सप्ताह से 11वीं की कक्षाएं स्थगित कर दी गयी है.

बोकारो शिक्षण विभाग को हुआ गलती का एहसास: रामरुद्र प्लस टू हाई स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका नाहिद अख्तर ने कहा कि हमलोगों ने पहले सोचा था कि स्कूल में जैक बोर्ड और सीबीएसई दोनों पैटर्न से पढ़ाई होगी. इसलिए बच्चों का एडमिशन ले लिया गया, लेकिन जब पता चला कि सिर्फ सीबीएसई पैटर्न से पढ़ाई होगी. इसमें मात्र 60 बच्चों का ही एडमिशन लिया जाएगा. तो ऐसे में बच्चों से कह दिया गया कि अब टेस्ट लिया जाएगा. इसमें जो पास होंगे, उनका ही एडमिशन लिया जाएगा. जानकारी के अनुसार जब बोकारो शिक्षण विभाग को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उसी समय से 11वीं कक्षा में नव नामांकित बच्चों की कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. ऐसे में पिछले 10 दिनों से 11 की कक्षाएं नहीं चल रही हैं.

निर्देश को रखा गया ताक पर: सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में सचिव के निर्देश को ताक पर रखते हुए 11वीं कक्षा में आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स में बिना सोचे समझे नामांकन लिया गया. शिक्षा विभाग ने बोकारो के डीईओ जगरनाथ लोहारा को रामरूद्र सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के सुचारू संचालन के लिए नोडल पदाधिकारी भी बनाया है. बताते चलें कि सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में जिले के तीन स्कूलों को रखा गया है. इसमें चास स्थित रामरुद्र प्लस टू हाई स्कूल, प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल नावाडीह और कसमार स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय शामिल है. यहां सीबीएसई माध्यम से पढ़ाई शुरू की जाएगी. इसमें एक स्कूल में 60 चयनित बच्चों का एडमिशन लेना है.

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