ETV Bharat / city

रंगदारों से परेशान राजधानी के कारोबारी, अपराधी कर रहे वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल

author img

By

Published : Nov 6, 2020, 10:15 AM IST

Ranchi businessman upset by extortion
रंगदारों से परेशान राजधानी के कारोबारी

रांची में एक ही दिन दो बड़े व्यवसायियों से एक करोड़ की रंगदारी की डिमांड कर नक्सली पीएलएफआई ने दहशत फैला दी है. रांची के कारोबारी दहशत में हैं. धुर्वा के टेंट व्यवसायी संदीप कुमार से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई, जबकि अपर बाजार के आर्युवेदिक दवा व्यवसायी विजय सिंघानिया से भी 50 लाख की रंगदारी गई है.

रांची: राजधानी रांची के कारोबारी नक्सली और अपराधियों के निशाने पर हैं. पिछले एक महीने में एक दर्जन से ऐसे मामले आए हैं, जिनमें कारोबारियों को धमकी भरे पत्र या फिर वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल कर रंगदारी मांगी गई. एक दो मामले को अगर छोड़ दिया जाए तो अभी तक रंगदारी के अधिकांश मामले पुलिस की फाइलों में ही दबे पड़े हैं. नतीजा शहर के कारोबारी खौफ के साए में जी रहे हैं.

देखिए पूरी खबर

एक ही दिन दो कारोबारियों को धमकी

रांची में एक ही दिन दो बड़े व्यवसायियों से एक करोड़ की रंगदारी की डिमांड कर नक्सली पीएलएफआई ने दहशत फैला दी है. रांची के कारोबारी दहशत में हैं. धुर्वा के टेंट व्यवसायी संदीप कुमार से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई, जबकि अपर बाजार के आर्युवेदिक दवा व्यवसायी विजय सिंघानिया से भी 50 लाख की रंगदारी गई है. दोनों कारोबारियो को 31 अक्टूबर को ही कॉल किया गया था. इन्हें वाट्सएप के वर्चुअल नंबर से कॉल कर रंगदारी की मांग गई है. इसके लिए वाट्सएप पर एक वीडियो क्लिप और पीएलएफआई सुप्रीमो के हस्ताक्षरयुक्त पर्चा भेजा गया है, जिसमें धमकी भरे लहजे में कहा गया है कि संगठन से वार्ता कर लें, अन्यथा फौजी कार्रवाई की जाएगी. इसमें आपको जान माल की हानी हो सकती है. इसके जिम्मेवार आप खुद हो सकते हैं. इसलिए सहयोग राशि भेज दें. मामले को लेकर दोनों कारोबारियों ने थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवाई है, लेकिन एक सप्ताह होने को है और अभी तक पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है.

वैसे रंगदारी रजधानी रांची के लिए नई बात नहीं है. छोटी-बड़ी घटनाएं तो होती रही हैं. यहां गली-मोहल्ले के छोटे-बडे़ चुटपुटिया रंगदार भी रंगदारी वसूलते हैं. खौफ की वजह और नुकसान से बचने के लिए बडे़ व्यापारियों से लेकर छोटे-छोटे ठेला चालकों को भी शहर में रंगदारी के नाम पर हर दिन हर महीने कुछ न कुछ देना ही पड़ जाता है. मामला पुलिस तक पहुंचता है, लेकिन होता कुछ नहीं. परेशान शहर के व्यापारी भी हैं और साथ में बाहर से व्यापार के लिए शहर आने वाले लोग भी, लेकिन वर्तमान में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपराधियों और नक्सलियों का हाईटेक होना है. अपराधी और नक्सली अब वर्चुअल नंबर और इंटरनेट कॉल के जरिए रंगदारी मांग रहे हैं.

PLFI और गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने सबसे ज्यादा बार मांगी रंगदारी

हाल के दिनों में राजधानी रांची में रंगदारी मांगने के जो मामले सामने आए हैं उनमें से सबसे ज्यादा रंगदारी की डिमांड नक्सली संगठन पीएलएफआई और गैंगस्टर सुजीत सिन्ह के गिरोह के द्वारा अंजाम दिया गया है. गैंगस्टर सुजीत सिन्हा का गिरोह लगातार वर्चुअल और इंटरनेट कॉल के जरिए कारोबारियों से रंगदारी की डिमांड कर रहा है. वहीं, नक्सली संगठन पीएलएफआई के राजधानी रांची में मौजूद कैडर लगातार वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल कर रंगदारी की डिमांड कर रहे हैं. रांची के रूरल एसपी नौशाद आलम के अनुसार पीएलएफआई संगठन नए-नए युवाओं को अपने संगठन में जोड़ रहा है और उन्हीं से इस तरह की वारदातों को अंजाम दिलवाया जा रहा है.

जानकारी हो तो नहीं नष्ट होते सबूत

राजधानी के साइबर एक्सपर्ट राहुल के अनुसार, मोबाइल में ही कई ऐसे एप्स है, जिनके प्रयोग से रंगदारी मांगने वालों के खिलाफ सबूत जमा किया जा सकता है. जरूरी है कि आम लोग इन एप्स का प्रयोग करें और पुलिस के लिए जरूरी सबूत जमा करें ताकि रंगदारी मांगने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी हो सके.

सीएम और पूर्व डिप्टी सीएम को धमकी देने वाले अब तक फरार

झारखंड के कारोबारी एक तरफ जहां रंगदारी के डिमांड की वजह से परेशान हैं तो दूसरी तरफ आपको यह भी बता दें कि इसी साल अगस्त महीने में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक नहीं बल्कि 2 बार जान से मारने की धमकी दी गई. वह भी ईमेल के जरिए. इसके अलावा पूर्व डिप्टी सीएम सुदेश महतो को भी ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई थी, लेकिन पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद अभी तक इन वीवीआईपी मामलों का भी खुलासा नहीं हो पाया है. ऐसे में शहर के कारोबारी तो भगवान भरोसे ही हैं.

ये भी पढ़ें: प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कैम की एसीबी करेगी जांच, मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी

सीएम को धमकी भरा मेल जर्मनी से आने की पुष्टि अधिकारियों ने की थी. हालांकि, आईपी एड्रेस निकालने में साइबर थाने को परेशानी हो रही है. जानकारी के मुताबिक, पूरे मामले में जर्मनी स्थित कंपनी से संपर्क करने का प्रयास किया गया है. बगैर वहां से सहयोग मिले मेल भेजने वाले तक पहुंचना मुश्किल है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धमकी दिए जाने के मामले में पहले से साइबर डीएसपी सुमित कुमार के द्वारा जांच की जा रही है. जांच की मॉनिटरिंग एडीजी अनिल पालटा के द्वारा की जा रही है. हालांकि, अब तक इस मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं.C

वर्चुअल नंबर के जरिए मांगे गए रंगदारी की प्रमुख घटनाएं

  • 31 अक्टूबर 2020 को वर्चुअल कॉल के माध्यम से रांची के धुर्वा और कोतवाली इलाके में रहने वाले 2 कारोबारियों से 50- 50 लाख की रंगदारी मांगी गई.
  • 27 अक्टूबर 2020 को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो को ई-मेल के जरिए रंगदारी की मांग की गई थी.
  • 22 अक्टूबर 2020 को तुपुदाना के कारोबारी प्रवीण कुमार से सुजीत सिन्हा गिरोह के द्वारा एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई.
  • 18 अक्टूबर 2020 को शताम्बरी राइस मिल के संचालक से गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने एक करोड़ की रंगदारी मांगी.
  • 08 अक्टूबर 2020 को रांची के दिवंगत बिल्डर अभय सिंह से वर्चुअल कॉल माध्यम से दो करोड़ रंगदारी मांगी गई. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसमें गैंगस्टर सुजीत सेना की भूमिका सामने आई थी.
  • 11 सितंबर 2020 को तुपुदाना ओपी इलाके में रंगदारी की मांग को लेकर 4 अपराधी पहुंचे थे और फायरिंग कर अब मजदूरों के साथ मारपीट की.
  • 3 सितंबर 2020 को गोंदा के जमीन कारोबारी से फोन पर रंगदारी मांगी गई.
  • 8 अगस्त 2020 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.