रांची: झारखंड सरकार में अपनी ऊंची पहुच रखने वाले चर्चित प्रेम प्रकाश पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. बुधवार को भी ईडी ने प्रेम प्रकाश से कई घंटों तक पूछताछ की. इस दौरान प्रेम प्रकाश ने कई तरह के चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. प्रेम प्रकाश ने शराब के कारोबार को लेकर भी बड़े खुलासे भी किए हैं.
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शराब कारोबारी के खिलाफ मिले सबूत: मिली जानकारी के अनुसार ईडी को संताल परगना के एक बड़े शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के बारे में भी साक्ष्य मिले हैं. शराब सिंडिकेट के जरिए मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी ने योगेंद्र तिवारी को पहले समन भेजकर पूछताछ किया था. अब ईडी को जानकारी मिली है कि योगेंद्र तिवारी ने अपने यहां काम करने वाले तकरीबन 48 कर्मियों के नाम पर आयकर जमा किया है. ईडी अब आगे इन मामलों में गहन पड़ताल करेगी.
नीतिगत निर्णयों को प्रभावित करने की जांच: ईडी ने राज्य में शराब कारोबार में नीतिगत निर्णयों को बदलवाने में भूमिका, शराब कंपनियों के लिए लॉबिंग और राज्य के बड़े शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के साथ कारोबारी संबंधों पर विवेचना शुरू की है. इसी संबंध में लगातार प्रेम प्रकाश से बुधवार को भी आगे की पूछताछ हुई. मंगलवार को भी ईडी ने कई घंटों तक प्रेम प्रकाश से इन पहलूओं पर पूछताछ की थी. ईडी सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को पूछताछ के दौरान शराब कारोबार से जुड़े कई कागजात, नीतियों को प्रभावित करने से जुड़े साक्ष्य और कंपनियों को शराब कारोबार दिलाने से जुड़े कागजात रख प्रेम प्रकाश से सवाल जवाब पूछे गए.
शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के खिलाफ अलग से ईडी मनी लाउंड्रिंग के मामले की जांच कर रही है. इस संबंध में योगेंद्र तिवारी से पूछताछ भी हो चुकी है. लेकिन अब प्रेम प्रकाश और योगेंद्र तिवारी के तार एक साथ जुड़ रहे हैं. ऐसे में ईडी के अधिकारियों ने प्रेम प्रकाश के शराब कारोबार में भूमिका को लेकर गहरी छानबीन शुरू कर दी है.
पुलिस अफसरों और नौकरशाहों के ट्रांसफर पोस्टिंग में प्रभाव: ईडी ने प्रेम प्रकाश से नौकरशाहों और पुलिस अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग में भूमिका को लेकर भी सवाल पूछे हैं. कई तथ्यों के आधार पर यह जवाब तलब किया गया है कि वह कैसे सरकार के नीतिगत निर्णयों को प्रभावित करता था. ईडी सूत्रों के मुताबिक, प्रेम प्रकाश ने शुरूआती पूछताछ में टालमटोल का रवैया अपनाया था, लेकिन साक्ष्य पेश करने पर उसने कई अहम जानकारियां दी हैं.