रांची: राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एनआईए का कार्यालय रांची में खोला गया है. गुरुवार को एनआईए डीजी योगेश चंद्र मोदी ने एनआईए कार्यालय का उदघाटन किया. उदघाटन के मौके पर झारखंड के डीजीपी एमवी राव और एनआईए के आईजी आशीष बत्रा भी मौजूद थे.
एनआईए डीजी ने ली मामलों की जानकारी
उदघाटन के बाद एनआईए डीजी योगेश चंद्र मोदी ने रांची एनआईए के द्वारा अनुसंधानरत कांडों की जानकारी ली. रांची में एनआईए का कैंप आफिस 2018 से चल रहा था, केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर रांची शाखा खोला गया है. राज्य के तकरीबन एक दर्जन कांडों का अनुसंधान एनआईए के द्वारा किया जा रहा है. कार्यालय के उदघाटन के बाद डीजी एनआईए वापस दिल्ली लौट गए.
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इन महत्वपूर्ण कांडों की जांच कर एनआईए
- मगध-आम्रपाली परियोजना से लेवी वसूली व मनी लाउंड्रिंग के मामले में एनआईए जांच कर रही है. टंडवा थाना में दर्ज कांड 2/16 को गृह मंत्रालय के आदेश पर टेकओवर कर जांच शुरू की गई थी. इस मामले में एनआईए ने टीपीसी, सीसीएल के कई लोगों के खिलाफ चार्जशीट भी की है. कांड में आगे का अनुसंधान अभी जारी है.
- बालूमाथ माओवादियों के द्वारा विदेशी हथियार व गोला बारूद की खरीद का मामला दर्ज था. इस मामले में दर्ज कांड संख्या 225/18 को एनआईए ने टेकओवर किया है.
- बेड़ो में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के 25 लाख नोटबंदी के दौरान पकड़े गए थे, इस मामले में पीएलएफआई के निवेशकों व कई शेल कंपनियों की जानकारी एनआईए को मिली है. केस में गुजरात के व्यवसायी समेत कई आरोपी अभी जेल में बंद हैं.
- गिरिडीह के सरिया में माओवादियों का छह लाख, आधार कार्ड समेत कई कागजात बरामद किए गए थे. इस मामले में एनआईए ने 9 जुलाई 2018 को केस टेकओवर किया था. इस केस का अनुसंधान अभी जारी है, माओवादियों के निवेशक इस मामले में आरोपी हैं.