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JPSC के भ्रष्‍टाचार को आम लोगों तक पहुंचाएंगे परीक्षार्थी, आंदोलन में होगा ये बदलाव

झारखंड लोक सेवा आयोग यानी जेपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार जारी है. जेपीएससी का अंतिम संस्कार करने के बाद अब परीक्षा में हुई कथ‍ित तौर पर धांधली को लेकर परीक्षार्थी अपने आंदोलन नया रुख देने वाले हैं.

JPSC candidates will take their agitation to the common people
JPSC candidates will take their agitation to the common people
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Published : Dec 22, 2021, 8:54 PM IST

Updated : Dec 22, 2021, 9:08 PM IST

रांची: झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन ने जेपीएससी (JPSC) में हो रही गड़बड़ी के खिलाफ आंदोलन के 52 वें दिन संगठन के अध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो और महासचिव मनोज यादव ने बताया कि जेपीएससी पीटी परीक्षाफल रद्द होने तक संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि जेपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन अब गांव-गांव तक पहुंचेगा.

सातवीं से लेकर दसवीं जेपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार जारी है. इसी क्रम में आंदोलन के 52वें दिन संगठन के अध्यक्ष और महासचिव ने बताया कि अब वे अपनी आंदोलन की दिशा में बदलाव कर उसे आम लोगों से जोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि यह संघर्ष जेपीएससी के विरुद्ध आर पार की लड़ाई है. आंदोलन को निर्णायक और व्यापक बनाने के लिए इसका स्वरूप बदलते हुए इसे राजधानी रांची से अन्य जिला मुख्यालयों, प्रखंड मुख्यालयों और गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश के नाम पोस्ट कार्ड अभियान चलाया जाएगा. इसके अलावा जगह-जगह बैठक, नुक्कड़ नाटक, सेमिनार, किया जायेगा और हर जनता को राज्य में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में बताया जाएगा.

ये भी पढ़ें: JPSC PT Exam रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों का आक्रोशः रखवालों ने ही कर दिया जेपीएससी का कत्ल


छात्रों ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार भूल गई है कि छात्र आंदोलन नाम की भी को कोई चीज होती है. इसीलिए जेपीएससी आंदोलन पर सवाल खड़ा करते हुए उन्हें कभी बाहरी कहते हैं. तो कभी भाड़े वाले कहते हैं. ये कह कर मुख्यमंत्री ने झारखंड के छात्रों को गाली दी है. उन्होंने छात्रों के आंदोलन को दबाने के लिए हर प्रयास किया है. निर्दोष छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया, बेगुनाह छात्रों पर झूठा मुकदमा किया गया, टेंट को जब्त किया गया, सोए हुए आंदोलनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पुलिस ने नोटिस के जरिए छात्रों को धमकी दी.

रांची: झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन ने जेपीएससी (JPSC) में हो रही गड़बड़ी के खिलाफ आंदोलन के 52 वें दिन संगठन के अध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो और महासचिव मनोज यादव ने बताया कि जेपीएससी पीटी परीक्षाफल रद्द होने तक संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि जेपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन अब गांव-गांव तक पहुंचेगा.

सातवीं से लेकर दसवीं जेपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार जारी है. इसी क्रम में आंदोलन के 52वें दिन संगठन के अध्यक्ष और महासचिव ने बताया कि अब वे अपनी आंदोलन की दिशा में बदलाव कर उसे आम लोगों से जोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि यह संघर्ष जेपीएससी के विरुद्ध आर पार की लड़ाई है. आंदोलन को निर्णायक और व्यापक बनाने के लिए इसका स्वरूप बदलते हुए इसे राजधानी रांची से अन्य जिला मुख्यालयों, प्रखंड मुख्यालयों और गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश के नाम पोस्ट कार्ड अभियान चलाया जाएगा. इसके अलावा जगह-जगह बैठक, नुक्कड़ नाटक, सेमिनार, किया जायेगा और हर जनता को राज्य में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में बताया जाएगा.

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छात्रों ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार भूल गई है कि छात्र आंदोलन नाम की भी को कोई चीज होती है. इसीलिए जेपीएससी आंदोलन पर सवाल खड़ा करते हुए उन्हें कभी बाहरी कहते हैं. तो कभी भाड़े वाले कहते हैं. ये कह कर मुख्यमंत्री ने झारखंड के छात्रों को गाली दी है. उन्होंने छात्रों के आंदोलन को दबाने के लिए हर प्रयास किया है. निर्दोष छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया, बेगुनाह छात्रों पर झूठा मुकदमा किया गया, टेंट को जब्त किया गया, सोए हुए आंदोलनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पुलिस ने नोटिस के जरिए छात्रों को धमकी दी.

Last Updated : Dec 22, 2021, 9:08 PM IST
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