रांचीः सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का विज्ञापन निकाल दिया है. इसमें सहायक प्रशाखा पदाधिकारी के 384, कनीय सचिवालय सहायक के 322, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के 245 और प्लानिंग असिस्टेंट के 5 पद के लिए भर्ती की जाएगी. इसके लिए 15 जनवरी 2022 से 14 फरवरी तक आवेदन जमा किए जा सकेंगे. अन्य जानकारियों के लिए अभ्यर्थी आयोग की वेवसाइट jssc.nic.in पर लॉग इन कर जानकारी हासिल कर सकते हैं. आपको बता दें कि इन पदों पर नियुक्ति के लिए एक अगस्त 2021 का कट ऑफ डेट रखा गया है.
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आपको मैट्रिक और इंटर स्तर की प्रतियोगिता परीक्षा में जिला स्तरीय पदों के लिए जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं की सूची जारी कर दी गयी है. अंगिका, भोजपुरी और मगही को सरकार द्वारा आखिरकार मान्यता दे दी गयी है. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा मैट्रिक और इंटरमीडिएट स्तर की प्रतियोगिता परीक्षाओं में मगही, भोजपुरी और अंगिका को स्थान मिला है. जबकि दूसरी राजभाषा के रूप में पिछली सरकार में मान्यता पा चुकी मैथिली को शामिल नहीं किया गया है. कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग के द्वारा गुरुवार को क्षेत्रीय और जनजातीय भाषाओं की सूची जिलावार जारी की गयी है.
सरकार के द्वारा झारखंड कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा (मैट्रिक/10वीं) संचालन (संशोधन) नियमावली-2021, झारखंड कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा (इंटरमीडिएट/10+2 स्तर) संचालन (संशोधन) नियमावली-2021 एवं झारखंड कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा (इंटरमीडिएट/10+2 कंप्यूटर ज्ञान एवं कंप्यूटर में हिंदी टंकण अहर्त्ता धारा पद हेतु) संचालन (संशोधन) नियमावली-2021 का गठन किया गया था.
इसके तहत क्षेत्रीय/जनजातीय भाषा में जिला स्तरीय पदों के लिए जिलावार चिन्हित क्षेत्रीय/जनजातीय भाषाओं की सूची कार्मिक, प्रशासनिक सुधार राजभाषा विभाग द्वारा अलग से जारी किया जाना था. जिसके बाद काफी विचारोंपरांत झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा मैट्रिक और इंटरमीडिएट स्तर की प्रतियोगिता परीक्षा में जिला स्तरीय पदों के लिए क्षेत्रीय और जनजातीय भाषाओं को जिलावार चिन्हित किया गया है. इसके तहत जनजातीय भाषा में संथाली, कुडुख, खड़िया, मुंडारी, हो, असुर, बिरजिया, बिरहोरी, भूमिज, माल्तो एवं क्षेत्रीय भाषा में नागपुरी, पंचपरगनिया, बंगला, अंगिका, कुरमाली, मगही, उड़िया, खोरठा, भोजपुरी भाषा शामिल हैं.
इन जिलों में ये हैं क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा
रांची - नागपुरी, पंचपरगनिया, कुरमाली, बंगला, कुड़ुख, खड़िया, मुंडारी, हो, संथाली
लोहरदगा - कुड़ुख, असुर, बिरजिया नागपुरी
गुमला - कुड़ुख, खड़िया, असुर, बिरहोरी, बिरजिया, मुंडारी, नागपुरी
सिमडेगा - खड़िया, मुंडारी, कुड़ुख, नागपुरी
पश्चिम सिंहभूम - हो, भूमिज, मुंडारी कुड़ुख, संथाली, कुरमाली, उड़िया
पूर्वी सिंहभूम - मुंडारी, हो, भूमिज, संथाली, कुड़ुख, कुरमाली, बांग्ला, उड़िया
सरायकेला - संथाली, मुंडारी, भूमिज, हो, पंचपरगनिया, उड़िया, बांग्ला, कुरमाली
लातेहार - कुड़ुख, असुर, बिरजिया, नागपुरी, मगही
पलामू - कुड़ुख, असुर ,नागपुरी, मगही, भोजपुरी
गढ़वा - कुड़ुख, नागपुरी, मगही, भोजपुरी
दुमका - संथाली, माल्तो, खोरठा, बांग्ला, अंगिका
गढ़वा - कुड़ुख, नागपुरी, मगही, भोजपुरी
जामताड़ा - संथाली, खोरठा, बांग्ला, अंगिका
साहिबगंज - संथाली, माल्तो, खोरठा, बांग्ला, अंगिका
पाकुड़ - संथाली, माल्तो, खोरठा, बाग्ला, अंगिका
गोड्डा - संथाली, माल्तो, खोरठा, अंगिका, बांग्ला
हजारीबाग - संथाली, कुड़ुख, बिरहोरी, नागपुरी, कुरमाली, खोरठा
कोडरमा - संथाली, कुरमाली, खोरठा
चतरा - संथाली, कुड़ुख, मुंडारी, बिरहोरी, नागपुरी, खोरठा, मगही
बोकारो - संथाली, हो, मुंडारी, नागपुरी, कुरमाली, खोरठा, बंगला, भोजपुरी, मगही
धनबाद - संथाली, नागपुरी, खोरठा, कुरमाली, बंगला, भोजपुरी, मगही
गिरिडीह - संथाली, खोरठा, कुरमाली
देवघर - संथाली, खोरठा, अंगिका
रामगढ़ - संथाली, कुड़ुख, बिरहोरी, नागपुरी, कुरमाली, खोरठा,
खूंटी - कुड़ुख, खड़िया, मुंडारी, नागपुरी, पंचपरगनिया, कुरमाली