पलामू: एशिया प्रसिद्ध बेतला नेशनल पार्क में लगातार बायसन (जंगली भैंस) की मौत हो रही है. बायसन के बीच अज्ञात बीमारी और संक्रमण फैल गया है. पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में पिछले 20 दिनों के अंदर तीन जवान बायसन की मौत हुई है. पहली मौत 29 अप्रैल, दूसरी 04 मई और तीसरी बायसन की मौत 17 मई को हुई थी.
बायसन की मौत के बाद पूरे बेतला नेशनल पार्क में हाई अलर्ट जारी किया गया है. जिसके बाद बायसन के झुंड पर निगरानी रखी जा रही है. बीमार बायसन को चिन्हित करने का काम शुरू हुआ है. पलामू टाइगर रिजर्व के सिर्फ बेतला के इलाके में ही बायसन पाए जाते हैं.
IVRA के रिपोर्ट का इंतजार
बेतला नेशनल पार्क के इलाके में पहले बायसन के मौत के बाद सभ कुछ सामान्य था. दूसरी और तीसरी मौत के बाद टाइगर प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने मामले में अलर्ट जारी किया. पलामू टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर वाई. के. दास बताते हैं कि जितने भी बायसन की मौत हुई है, सभी जवान बायसन हैं. सभी का पोस्टमार्टम करवाया गया है. 17 मई को मरे बायसन का विसरा और सैंपल जांच के लिए इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट बरेली भेजा गया है. उसकी जांच रिपोर्ट के बाद ही बायसन की मौत के कारणों का पता चल पाएगा.
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बेतला में मौसम और हिरण पर नजर
बायसन की मौत के बाद बेतला नेशनल पार्क के इलाके में मौसम पर भी निगरानी रखी जा रही है. हवा और तापमान को देखा जा रहा है. डायरेक्टर वाई. के. दास ने बताया कि बायसन के मौत के बाद हिरण के प्रजाति पर भी निगरानी रखी जा रही है. जितने भी वाटर सोर्स हैं, उन्हें नियमित सफाई और सेनेटाइज किया जा रहा है. एक स्पेशल टीम लगातार इन सभी पर नजर रखे हुए है.
बेतला नेशनल पार्क में 50 बायसन
बेतला नेशनल पार्क में 50 के करीब बायसन हैं. जबकि सैकड़ों हिरण हैं. बेतला नेशनल पार्क बाघ के लिए मशहूर रहा है. बायसन पलामू टाइगर रिजर्व के सिर्फ बेतला नेशनल पार्क में पाया जाता है.