पलामूः डॉन कुणाल सिंह की हत्या के बाद झारखंड में आपराधिक गुटों की आपसी लड़ाई एक बार फिर से चर्चा में है. पलामू में एक लंबे अरसे के बाद आपराधिक गैंग आमने सामने हैं. पलामू में आपराधिक गैंगों के टकराहट से झारखंड के रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, धनबाद और बिहार के गया, औरंगाबाद और रोहतास के इलाके में असर पड़ेगा. इन इलाकों में कई टॉप अपराधी पलामू से जुड़े हुए हैं और पलामू के आपराधिक गुटों के साथ गठजोड़ है. डॉन कुणाल सिंह का संपर्क भी पलामू के बाहर कई टॉप आपराधिक गिरोहों से रहा है.
कई गैंगस्टरों ने बदल लिया है गिरोह
डॉन कुणाल सिंह हत्याकांड में कुख्यात डब्लू सिंह गिरोह का नाम सामने आया है. कुणाल और डब्लू सिंह गिरोह का नेटवर्क झारखंड बिहार के कई इलाकों में फैला हुआ है. जो खबर निकल कर सामने आ रही है उसके अनुसार जमशेदपुर के इलाके में कुछ दिनों पर गैंगवार में जम कर फायरिंग हुई थी और कई लोग जख्मी हुए थे, इस घटना में पलामू के भी आपराधिक गिरोहों की भूमिका थी. डॉन अखिलेश सिंह गुट से अलग हो कर दुबे गिरोह ने पलामू के सुजीत सिन्हा गिरोह से हाथ मिला लिया है, जबकि हजारीबाग रामगढ़ के इलाका का अमन साव ने भी पाला बदला है और पलामू के आपराधिक गिरोह के संपर्क में है.
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पुलिस और सुरक्षा एजेंसी सभी की गतिवधि पर रख रही है नजर
गैंगवार की आशंका के बीच पुलिस और सुरक्षा एजेंसी गैंगस्टरों पर नजर रखे हुए है. उनके खिलाफ कार्रवाई की बड़ी योजना तैयार की गई है. सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार कुणाल सिंह, विकास दुबे और सुजीत गिरोह एक दूसरे के संपर्क में है. पलामू के इलाके में प्रमुख रूप से डब्लू सिंह, सुजीत सिन्हा, कुणाल सिंह और विकास दुबे गिरोह सक्रिय है. पुलिस ने गिरोह से जुड़े सक्रिय गैंगस्टरों की सूची तैयार किया है. सूची 65 से 70 अधिक लोग हैं.