बगोदर, गिरिडीह: अफगानिस्तान में दो सालों से अपहृत दो भारतीय मजदूरों की एक पखवारे पूर्व रिहाई हुई थी. इसमें एक मजदूर बगोदर के माहुरी निवासी हुलास महतो शामिल है. इसकी पुष्टि हुलास महतो की पत्नी प्रमिला देवी ने खुद ईटीवी भारत से की है. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि पति हुलास महतो की रिहाई हो चुकी है और वह फिलहाल दिल्ली स्थित केईसी कंपनी में हैं. पति की रिहाई के बाद पत्नी प्रमिला देवी सहित परिवार में खुशी का माहौल है.
परिवार में खुशी का माहौल
हालांकि, कब तक उनकी घर वापसी होगी यह अभी तय नहीं है. प्रमिला देवी ने कहा कि परिवार के लिए बहुत खुशी की बात है. दो सालों से जिसका इंतजार था, वह पूरा होने का समय आ गया है. बता दें कि 2 साल पूर्व 6 मई 2018 को अफगानिस्तान में 7 भारतीय मजदूरों का अपहरण कर लिया गया था. जिसमें झारखंड के भी चार मजदूर शामिल थे. जिनमें बगोदर के माहुरी के रहने वाले हुलास महतो, घाघरा के प्रसादी महतो, प्रकाश महतो और हजारीबाग जिले के टाटीझरिया थाना क्षेत्र के बेडम निवासी काली महतो शामिल थे. इसमें प्रकाश और काली की रिहाई पूर्व में हो चुकी है.
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परेशान थे परिवार के सदस्य
इधर, माहुरी के हुलास महतो और घाघरा के प्रसादी महतो की रिहाई नहीं होने से परिजनों में चिंता बरकरार थी. इसी बीच एक पखवारे पूर्व खबर आई थी कि अफगानिस्तान में अपहृत दो प्रवासी मजदूरों की रिहाई हो गई है. दोनों भारत भी लौट आए हैं.
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'इलाके के लिए एक राहत वाली खबर है'
हुलास महतो की रिहाई की सूचना होने पर भाजयुमो के जिलाध्यक्ष आशीष कुमार उर्फ बोर्डर ने प्रमिला देवी से मंगलवार को मुलाकात कर बधाई दी है. उन्होंने कहा कि हुलास महतो की रिहाई इलाके के लिए एक राहत वाली खबर है.