गिरिडीह: कोविड-19 आपातकालीन सेवा के नाम पर मवेशी तस्करी का धंधा चल रहा है. इसका खुलासा गुरुवार की सुबह जमुआ में एक दुर्घटना से हुआ है. दरअसल गुरुवार की सुबह जमुआ-कोडरमा पथ पर तेरियामो के समीप एक मालवाहक ट्रक का पहिया ब्लास्ट कर गया. पहिया ब्लास्ट करते ही वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जिससे वाहन पर लदे मवेशियों में से पांच की मौत हो गयी. वाहन पर सवार चालक-खलासी के साथ अन्य लोग भाग निकले.
ऊपर से लदा हुआ था सड़ा प्याज
घटना की सूचना जमुआ थाना प्रभारी संतोष कुमार को मिली तो उन्होंने मौके पर पुलिस अधिकारी नरेश यादव को दलबल के साथ भेजा. पुलिस पहुंची और वाहन की जांच की तो देखा कि वाहन पर 25 मवेशियों को लादा गया था. वहीं पुलिस को धोखा देने के लिए छत पर सड़े प्याज की बोरियों को लादा गया है. आसपास जानकारी ली गयी तो पता चला कि घटना होते ही वाहन पर सवार लोग भाग निकले.
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गया बाजार समिति का लगा है पास
पुलिस ने जांच में यह भी पाया कि वाहन के आगे कोविड-19 आपातकालीन सेवा का पास लगा हुआ है. पास पर गया (बिहार) बाजार समिति के साथ-साथ आलू, प्याज और फल परिवहन भी लिखा हुआ है.
क्या कहती है पुलिस
इस मामले पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि वाहन से मवेशी की तस्करी की जा रही थी. प्रशासन को धोखा देने के लिए वाहन के सामने आपातकालीन सेवा का पास चिपकाया गया था. अब इस मामले में यह पता लगाया जा रहा है कि वाहन को कहां से कहां ले जाया जा रहा था और इस तस्करी में कौन-कौन लोग शामिल हैं.