गरीबों को सिर्फ 10 रुपए में मिलेगा धोती-साड़ी-लुंगी, सीएम हेमंत सोरेन ने की ‘सोना-सोबरन योजना’ की शुरुआत

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Published : Sep 22, 2021, 2:19 PM IST

Updated : Sep 22, 2021, 9:18 PM IST

launch of sona sobran yojna

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज दुमका में सोना सोबरन धोती-साड़ी योजना शुरुआत की. पुलिस लाइन मैदान आयोजित इस उद्दघाटन कार्यक्रम के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा सदस्य शिबू सोरेन, खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, दुमका विधायक बसंत सोरेन, शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन सहित संथालपरगना प्रमंडल और जिले के कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.

दुमकाः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हेलीकॉप्टर से दुमका पहुंचे जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. हवाई अड्डे पर अधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. मुख्यमंत्री हवाई अड्डे से सीधे राजभवन की ओर रवाना हो गए. इसके बाद सीएम हेमंत सोरेन ने 2:30 बजे के बाद दुमका के पुलिस लाइन मैदान में सोना-सोबरन धोती-साड़ी योजना की शुरुआत की. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उनके पिता और झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन भी मौजूद रहे. सोना-सोबरन धोती-साड़ी योजना के तहत लाभुकों को 10 रुपये में धोती-साड़ी मुहैया कराई जाएगी.

सीएम हेमंत सोरेन ने 2014 में ही इस योजना की शुरुआत की थी. हालांकि 2015 में रघुवर सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया था. एक बार फिर जब हेमंत सोरेन सीएम बने तो उन्होंने अपनी इस योजना को लॉन्च किया. इस योजना के तहत एक बीपीएल परिवारों को सिर्फ 10 रुपए में साल में दो बार एक साड़ी और एक लुंगी या धोती दी जाती है. लाभुक इसे पीडीएस की दुकान से ले सकते हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोना-सोबरन योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि उनकी सरकारी गरीबों को अन्न के साथ कपड़े भी देगी. पूरे राज्य में 57 लाख लोगों को इसका फायदा मिलेगा. वहीं दुमका में ढाई लाख लोग इससे लाभान्वित होंगे.

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500 करोड़ की राशि आबंटित
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए दृढ़ संकल्पित है. हम उन तक अनाज पहुंचा रहे हैं पर उनके शरीर पर कपड़े नहीं है. यही वजह है कि इस योजना की शुरुआत की गई है. अभी इस योजना में 500 करोड़ रुपए की राशि आबंटित की गई है. पूरे राज्य में एक साथ 57 लाख बीपीएल परिवारों को इसका लाभ दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके पहले 2013-14 में जब उनकी सरकार थी तब उन्होंने यह योजना लाई थी. लेकिन हमारे बाद जो सरकार आई उसने इस योजना को बंद कर दिया. लेकिन वे गरीबों का दुख दर्द समझते हैं और फिर से इस योजना की शुरुआत कर दी है.

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आदिवासी मूलवासी के विकास के लिए कर रहे काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का फोकस यहां के आदिवासी मूलवासी के लिए है. कुछ लोग षड्यंत्र के तहत मूलवासियों को नौकरी में नहीं आने देना चाह रहे थे. सरकारी विभागों में उल्टे पुल्टे नियमावली बनाकर दूसरे राज्यों के लोगों की बहाली कर रहे थे. लेकिन वे रोज झारखंडियों के हित में नए कानून बना रहे हैं. बाहरी मानसिकता के लोग मूलवासियों के भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे थे. सीएम ने कहा कि उनकी सरकार गलत मनसूबे का सफाया कर रही है. ताकि मूलवासियों को उनका हक मिल सके. 5 वर्ष में पहले की सरकार एक भी जेपीएससी परीक्षा आयोजित नहीं कर सकी थी. उनकी सरकार ने इस वर्ष जेपीएससी परीक्षा आयोजित कराई जिसमें लाखों छात्र शामिल हुए.

सीएम ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो भी राज्य के कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मांगने उनके पास आते हैं, उन्हें सारी जानकारी उपलब्ध कराएं ताकि उन्हें योजनाओं का लाभ मिल सके. सीएम ने कहा कि अधिकारी गांव-गांव जाएं और ग्रामप्रधान-मुखिया लोगों के साथ बैठक कर उन्हें भी सारी योजनाओं को बताएं.

Last Updated :Sep 22, 2021, 9:18 PM IST
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