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चाईबासा पुलिस को मिली सफलता, पोस्टर-बैनर के साथ एक नक्सली को किया गिरफ्तार

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Published : Sep 16, 2019, 1:06 PM IST

चाईबासा पुलिस ने नक्सलियों को एक और बड़ा झटका देते हुए दस्ते के एक सक्रिय सदस्य को सलाखों के पीछे भेज दिया है. पुलिस ने नक्सली के पास से नक्सली पोस्टर, पर्ची और बैनर भी बरामद किए गए हैं.

पुलिस ने नक्सली सहयोगी को किया गिरफ्तार

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के कराईकेला थाना अंतर्गत पोस्टरबाजी करने वाले भाकपा मओवादी के सक्रिय सदस्य वीर सिंह मुंडा उर्फ तरुण हाईबुरू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. नक्सली तरुण हाईबुरू के पास से नक्सली पोस्टर, पर्ची और बैनर भी बरामद किए गए हैं.

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जानकारी के अनुसार गिरफ्तार नक्सली का नाम वीर सिंह मुंडा उर्फ तरुण हाईबुरू है जो पश्चिमी सिंहभूम के कराईकेला थाना अंतर्गत भरंडिया गांव का रहने वाला है. दरअसल, तरुण हाईबुरू जिले के नक्सली जीवन कंडुलना और सरायकेला के प्रामाणिक दस्ते के बीच संवाहक का काम किया करता था.


पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
पुलिस केंद्र स्थित सभागार में पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कराईकेला थाना क्षेत्र में भाकपा माओवादी के द्वारा पोस्टरबाजी की जा सकती है. सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत संज्ञान लेते हुए एक टीम गठित की और क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया. इस अभियान के दौरान तरुण हाईबुरू को स्कूटी से भरंडिया से नकटी जाने वाले रास्ते पर उसे रोक कर तलाशी ली गई. वहीं उसके पास से नक्सली पोस्टर, पर्ची और बैनर बरामद किए गए हैं. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

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तरुण हाईबुरू पर मामले
वहीं पूछताछ के क्रम में तरुण हाईबुरू ने बताया कि वह प्रतिबंधित माओवादी संगठन के जीवन कंडुलना, सुरेश सिंह मुंडा, झुपू गागराई, महाराजा प्रमाणिक के कहने पर संगठन को मजबूत करने के लिए लेवी वसूलने, पार्टी का प्रचार-प्रसार तथा संगठन में काम करता है. तरुण हाईबुरू दोनों संगठन को पुलिस की हर गतिविधि की जानकारी दिया करता था. बीते अगस्त माह में नकटी क्षेत्र में हुई सारे नक्सल पोस्टरबाजी तरुण ने ही की थी. इसके अलावा लोकसभा चुनाव से पहले केंडाबीर से नचलदा तक कच्चे सड़क में चार बम लगाने के षडयंत्र में भी वो शामिल था. साथ ही 5 अगस्त 2019 को हुए प्रदीप हत्याकांड में भी वो शामिल था.

नक्सली मनाते शहीद सप्ताह
21 सितंबर से नक्सली शहीद सप्ताह मनाएंगे. इस दौरान नक्सली तरुण हाईबुरू नक्सली सप्ताह को सफल बनाने के लिए पोस्टरबाजी करने की तैयारी में था. तरुण जिले के टेबो थाना क्षेत्र में 2010 में हुई उग्रवादियों की घटना में शामिल था. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन तरुण 8 वर्ष तक जेल में रहने के बाद फिर से माओवादी संगठन को मजबूत बनाने में जुट गया था.


वहीं पुलिस ने तरुण हाईबुरू को चाईबासा मंडलकारा भेजा है. इस गिरफ्तारी में कराईकेला थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार आजाद, सहायक अवर निरीक्षक प्रभुदान कुजूर, नरेश कुमार रमण, शौकत अली, बबलू लकड़ा, रामाधार सिंह, इंद्रजीत किस्कू, मानसिंह हाईबुरू और प्रभात कुमार गोप की सक्रिय भूमिका रही.

Intro:चाईबासा। चाईबासा पुलिस ने नक्सलियों को एक और बड़ा झटका देते हुए दस्ते के एक सक्रिय सदस्य को सलाखों के पीछे भेज दिया है। गिरफ्तार नक्सली का नाम वीर सिंह मुंडा उर्फ तरुण हाईबुरू है। वो पश्चिमी सिंहभूम के कराईकेला थाना अंतर्गत भरंडिया गांव का निवासी है। उसके पास से पुलिस ने नक्सली पोस्टर, पर्ची व बैनर भी बरामद किए हैं। दरसल, तरुण हाईबुरू जिले के नक्सली जीवन कंडुलना और सरायकेला के प्रामाणिक के दस्ते के बीच संवाहक का काम किया करता था। Body:रविवार को यहां पुलिस केंद्र स्थित सभागार में पुलिस अधीक्षक इंदजीत माहथा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी का एक सक्रिय सदस्य स्कूटी से भरंडिया से नकटी जा रहा है, जो अपने साथ पोस्टर, पर्ची व बैनर रखा हुआ है। नकटी तथा आसपास के क्षेत्रों में नक्सली पोस्टर लगा सकता है। इस सूचना के बाद एक टीम को नकटी रवाना किया गया। नकटी के पास पुलिस को देख एक व्यक्ति भागने लगा। उसे घेर कर पकड़ा गया। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम तरुण हाईबुरू बताया। तलाशी लेने के क्रम में तरुण की स्पोर्ट्स पैंट की बायीं जेब से पर्चा तथा स्कूटी से बैनर और नक्सली किताब बरामद की गयी।

इसके बाद उसे थाना लाया गया। वहां पूछताछ में उसने बताया कि वो प्रतिबंधित माओवादी संगठन के जीवन कंडुलना, सुरेश सिंह मुंडा, झुपू गागराई, महाराजा प्रमाणिक के कहने पर संगठन को मजबूत करने के लिए लेवी वसूलने, पार्टी का प्रचार-प्रसार तथा संगठन में काम करता है। तरुण हाईबुरू दोनों संगठन को पुलिस की हर गतिविधि की जानकारी दिया करता था। बीते अगस्त माह में नकटी क्षेत्र में हुई सारी नक्सल पोस्टर बाजी तरुण ने ही कि थी। इसके अलावा लोकसभा चुनाव से पहले केन्डाबीर से नचलदा तक कच्चे सड़क में चार बम लगाने के षड़यंत्र में भी वो शामिल था। साथ ही 5 अगस्त 2019 को हुए प्रदीप हत्याकांड में भी वो शामिल था।

21 सितंबर से नक्सली शाहिद सप्ताह मनाएंगे, इस दौरान नक्सली तरुण हाईबुरू नक्सली सप्ताह को सफल बनाने के लिए नक्सली पोस्टरबाजी करने की तैयारी में था। तरुण जिले के टेबो थाना क्षेत्र में 2010 में हुई उग्रवादियों की घटना में शामिल था जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। तरुण 8 वर्ष तक जेल में रहने के बाद फिर से माओवादी संगठन को मजबूत बनाने में जुट गया था।

पुलिस ने उसे रविवार को चाईबासा मंडलकारा भेजा गया है। इस गिरफ्तारी में कराईकेला थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार आजाद, सहायक अवर निरीक्षक प्रभुदान कुजूर, नरेश कुमार रमण, शौकत अली, बबलू लकड़ा, रामाधार सिंह, इंद्रजीत किस्कू, मानसिंह हाईबुरू व प्रभात कुमार गोप की सक्रिय भूमिका रही।Conclusion:
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