गिरिडीहः गिरिडीह-कोडरमा में एक के बाद एक लूटकांड को अंजाम देने वाले अंतरजिला आपराधिक गिरोह के 6 अपराधियों को पकड़ा गया है. यह गिरफ्तारी एसपी अमित रेणू के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने की है. यह जानकारी एसपी अमित रेणू ने शनिवार की शाम पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि हाल के एक-दो माह में लूटकांड की घटना में बढ़ोतरी हुई थी. अपराधी आये दिन छिनतई और लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे.
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इन घटनाओं को देखते हुए एसडीपीओ बगोदर-सरिया बिनोद कुमार महतो की अगुवाई में विशेष छापामार दल का गठन किया गया. टीम सभी अपराधियों के संदर्भ में जानकारी इकट्ठा कर ही रही थी की इस दौरान 18 सितंबर बिरनी थाना इलाके के डबरसैनी पहाड़ी के पास बाइक पर सवार तीन अपराधियों के हथियार के बल पर लूट की घटना को अंजाम देने की सूचना मिली. सूचना पर त्वरित कार्रवाई की गयी और आसपास के सभी थाना को अलर्ट करते हुए गठित टीम ने छापेमारी शुरू की.
चेकिंग से बचने के क्रम में पकड़ाए अपराधी
बता दें कि शुक्रवार की रात धनवार थाना की पुलिस ने वाहन जांच अभियान चलाया. पुलिस की चेकिंग को देखकर अपराधी भागने लगे. अपराधियों के भागने की सूचना पर बिरनी पुलिस एक्टिव हुई और बिरनी थाना इलाके के बरमसिया चौक के आगे झांझ पुल के पास दो बाइक पर सवार चार अपराधियों को पकड़ा गया. इनके पास देसी कट्टा और तीन गोली, लूटा गया पैसा, चेकबुक और बैग की बरामदगी की गयी. इन चारों से पूछताछ के बाद इनके दो साथियों को पकड़ा गया.
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गिरफ्तार अपराधी और कांड
एसपी ने बताया कि जिन अपराधियों को पकड़ा गया है, उनमें कोडरमा जिले के नवलशाही थाना इलाके के बेको डगरवा निवासी बिनोद राय नवलशाही कांड संख्या 69/20, सरिया थाना कांड संख्या 210/20 और बिरनी थाना कांड संख्या 223/20 में शामिल है. इसके अलावा धनवार थाना इलाके के एगडरा निवासी रंजीत कुमार यादव बिरनी थाना कांड संख्या 197/20, 223/20 और सरिया थाना कांड संख्या 210/20 तो इसी गांव का रहनेवाला रवि यादव बिरनी थाना कांड संख्या 197/20 में शामिल था. वहीं, सरिया थाना क्षेत्र के बंदखारो निवासी लालजीत कुमार बिरनी थाना कांड संख्या 197/20, 223/20 और सरिया थाना कांड संख्या 210/20 में शामिल था. जबकि जमुआ थाना इलाके के मिर्जागंज निवासी बबलू यादव और हरला निवासी बाबूलाल यादव भी इन घटनाओं में संलिप्त था.
इन कांडों का हुआ उद्भेदन
एसपी ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी से 13 अगस्त को कोडरमा के नवलशाही थाना क्षेत्र में हुए 38 हजार की लूट. 27 अगस्त को बिरनी में हुए 1.25 लाख और लैपटॉप की लूट, 13 सितंबर को सरिया में हुआ 2.8 लाख की लूट और 18 सितंबर को बिरनी में हुए सात हजार पांच सौ और मोबाइल लूट का उद्भेदन हो गया है. इन सभी के पास से लूट में प्रयुक्त बिना नंबर की सफेद रंग की बाइक, और जेएच 11 वाई 3892 नंबर की बाइक के अलावा 18 सितंबर को लूटी गयी राशि में से 3640 रुपया, चेकबुक और काला बैग. नवलशाही में लूटा गया मोबाइल, सरिया के कोइरीडीह मार्ग में लूटे गए रकम में 22 हजार रुपया बरामद किया गया है.
रेकी कर देते थे घटना को अंजाम
एसपी ने बताया कि इस गिरोह के अपराधी किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले अपने टारगेट की रेकी करते थे. रेकी करने के बाद ही घटना को अंजाम देते थे. रेकी करने का काम क्षेत्र के अनुसार बांटा जाता था. उन्होंने बताया कि इन अपराधियों ने पूछताछ में और भी महत्वपूर्ण जानकारी दी है. इस दौरान बताया गया कि 18 सितंबर को डबरसैनी पहाड़ी के पास सफेद अपाची पर सवार तीन अपराधियों ने हथियार के बल पर जिस व्यक्ति को लूटा था उससे और भी मोटी रकम की लूट हो जाती लेकिन बैंक बंद होने के कारण भुक्तभोगी रकम नहीं निकाल सका था. एसपी ने बताया कि भुक्तभोगी घटना के दिन कटा फटा ( 7500/-) नोट बदलने और बैंक से मोटी रकम निकालने गया था लेकिन बैंक बंद होने को कारण वह न तो नोट बदल सका और न ही रकम निकाल सका. इस बीच रास्ते में लूट हो गयी. लूट के बाद अपराधियों ने उसी कटे फटे नोट को आपस में बांट लिया.
टीम में शामिल अधिकारी
इस छापेमार दल में सरिया-बगोदर एसडीपीओ बिनोद कुमार महतो, सरिया थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी, बिरनी थाना प्रभारी सुरेश कुमार मंडल, धनवार थाना प्रभारी रूपेश कुमार सिंह, प्रशिक्षु अनिअमरजीत कुमार सिंह, विपिन कुमार, प्रतीत टोपनो और टेक्निकल सेल के जोधन महतो शामिल थे.