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ग्लास्गो जलवायु सम्मेलन : बोरिस जॉनसन ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से किया स्वागत

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Published : Nov 1, 2021, 6:38 PM IST

Updated : Nov 1, 2021, 9:22 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सोमवार को अंतरराष्ट्रीय जलवायु शिखर सम्मेलन ‘सीओपी-26’ के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए स्कॉटिश प्रदर्शनी केंद्र पहुंचने पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गर्मजोशी से स्वागत किया. मोदी यहां सम्मेलन के एक सत्र को संबोधित करेंगे.

ग्लासगो
ग्लासगो

ग्लासगो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्लासगो में सीओपी26 में हिस्‍सा लेने पहुंच गए हैं. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ग्लास्गो में जलवायु सम्मेलन का उद्घाटन किया.

प्रधानमंत्री मोदी के शिखर सम्मेलन आयोजन स्थल पर पहुंचने पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने स्वागत किया. उसके बाद प्रधानमंत्री को जॉनसन तथा गुतारेस के साथ बातचीत करते देखा गया. तीनों नेता रविवार को इटली में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन में भी शामिल हुए थे.

जॉनसन ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से किया स्वागत
जॉनसन ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से किया स्वागत

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी की, जब वह सीओपी- 26 के विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए स्कॉटिश प्रदर्शनी केंद्र पहुंचे.

ग्लास्गो जलवायु सम्मेलन
ग्लास्गो जलवायु सम्मेलन

बाद में, जॉनसन ने जलवायु शिखर सम्मेलन की शुरुआत करते हुए चेतावनी दी कि वैश्विक तापमान में दो डिग्री की वृद्धि खाद्य आपूर्ति को खतरे में डाल देगी, वहीं तापमान के और तीन डिग्री बढ़ जाने से जंगल की आग और चक्रवात की घटनाओं में वृद्धि होगी तथा चार डिग्री तापमान बढ़ने से हम सभी शहरों को अलविदा कह देंगे.

प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी

उन्होंने विश्व नेताओं और जेम्स बॉन्ड की तुलना करते हुए कहा कि काल्पनिक खुफिया एजेंट अक्सर अपनी फिल्मों का अंत दुनिया को खत्म होने से बचाने के लिए लड़ते हुए करता है. उन्होंने कहा, त्रासदी यह है कि यह कोई फिल्म नहीं है और कयामत का दिन वास्तविक है.

प्रधानमंत्री मोदी बैठक में भारत के जलवायु कार्रवाई एजेंडे पर औपचारिक स्थिति पेश करेंगे तथा इस क्षेत्र में सर्वोत्तम चलन और उपलब्धियों को प्रस्तुत करेंगे.

  • #WATCH स्कॉटलैंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्लासगो में आयोजित 'वर्ल्ड लीडर समिट ऑफ कोप-26' में पहुंचे। pic.twitter.com/RrtikzIGHu

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) November 1, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सोमवार को विश्व नेताओं के सम्मेलन के पहले दिन के आखिर में मोदी स्कॉटलैंड के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक केल्विनग्रोव आर्ट गैलरी एंड म्यूजियम में विशेष वीवीआईपी स्वागत कार्यक्रम में 120 से अधिक शासनाध्यक्षों और राष्ट्राध्यक्षों के साथ शामिल होंगे.

कार्यक्रम में प्रिंस चार्ल्स और उनकी पत्नी कैमिला, प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन सहित शाही परिवार के कई सदस्य भी शामिल होंगे. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय भी इस विशेष स्वागत समारोह में शामिल होने वाली थीं, लेकिन डॉक्टरों की सलाह पर वह इसमें शामिल नहीं होंगी.

सीओपी26 में हिस्‍सा लेने के बाद पीएम मोदी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जॉनसन-मोदी वार्ता में खास तौर पर ब्रिटेन-भारत जलवायु गठजोड़ पर ध्यान दिया जायेगा.

ब्रिटेन-भारत सामरिक गठजोड़ के 2030 के खाका की समीक्षा की जाएगी जिस पर इस वर्ष मई में दोनों नेताओं की डिजिटल माध्यम से हुए बैठक के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे.

कोवैक्सीन टीके को ऑस्ट्रलिया द्वारा दी गई मान्यता के लिए मोदी ने मॉरिसन को दिया धन्यवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के औषधि और चिकित्सा उपकरणों के नियामक द्वारा भारत के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को औपचारिक रूप से मान्यता दिए जाने पर सोमवार को ऑस्ट्रलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन का आभार जताया और कहा कि कोविड-19 के बाद दोनों देशों के बीच साझेदारी में यह महत्वपूर्ण कदम है.

मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि भारत के कोवैक्सीन को ऑस्ट्रेलिया द्वारा मान्यता दिए जाने पर मैं अपने मित्र स्कॉट मॉरिसन को धन्यवाद देता हूं. कोविड-19 के बाद दोनों देशों के बीच साझेदारी में यह एक महत्वपूर्ण कदम है. ज्ञात हो कि भारत बायोटेक के कोवैक्सीन और एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कोविशील्ड भारत में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले दो टीके हैं. ऑस्ट्रेलिया कोविशील्ड को पहले ही मान्यता दे चुका है.

ऑस्ट्रेलिया के औषधि और चिकित्सा उपकरण नियामक टीजीए ने कहा कि थेरापेटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (टीजीए) ने तय किया है कि कोवैक्सीन (भारत बायोटेक द्वारा निर्मित) और बीबीआईबीपी-कोर वी (शिनोफार्म, चीन द्वारा निर्मित) को यात्रियों के टीकाकरण की स्थिति के लिए मान्यता दी जाएगी.

यह मान्यता 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के यात्रियों के लिए है जिन्हें कोवैक्सीन का टीका लगाया गया है और उन 18 से 60 वर्ष के लोगों के लिए है जिन्हें बीबीआईबीपी-कोर वी का टीका लगाया गया है.

पढ़ें : PM मोदी इटली पहुंचे, G20 देशों के सम्मेलन में होंगे शामिल

Last Updated : Nov 1, 2021, 9:22 PM IST
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