चंडीगढ़ : कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब सरकार का विधान सभा का दो दिवसीय विशेष सत्र जारी है. सत्र में कृषि कानूनों पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से विधेयक पेश किया जाएगा.
कार्यकर्ता जता रहे रोष
पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र से पहले विधानसभा के बाहर शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी के विधायकों की तरफ से रोष व्यक्त किया गया. वह विधानसभा के बाहर आरोप लगा रहे हैं कि सरकार द्वारा कृषि कानूनों का मसौदा लाया गया है, लेकिन इसे छुपाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मसौदे को सार्वजनिक किया जाना चाहिए.
विशेष सत्र से पहले रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक हुई. कांग्रेस विधायक दल की बैठक के समय मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लड़ाई जारी रहेगी और हम इसे सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएंगे. कांग्रेस के लिए यह लड़ाई कोई राजनीति नहीं, बल्कि पंजाब की कृषि और किसानों को बचाने का प्रयास है.
इसको लेकर जो भी फैसला होगा, वह किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा.
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जाखड़ ने कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था और मजदूरों और पंजाब की भलाई के लिए भले ही उन्हें सरकार से वंचित रहना पड़े, यह कोई बड़ी बात नहीं है. कैप्टन अमरिंदर सिंह भी स्पष्ट कहते हैं कि वे पंजाब के लिए कोई भी आवश्यक कदम उठाने को तैयार हैं. इस समय, पार्टी के सभी विधायक कृषि कानूनों के खिलाफ सरकार के साथ एकजुट हैं.