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Cardamom Benefits: स्वाद हो या सेहत, दोनों बढ़ाती है छोटी-बड़ी इलायची

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Published : Jul 23, 2022, 1:37 PM IST

डॉ मनीषा काले (Dr. Manisha Kale Ayurvedic physician) बताती हैं कि हरी तथा बड़ी इलायची दोनों में ही सेहत के लिए लाभकारी कई प्रकार के गुण (Cardamom Properties) पाए जाते हैं. बड़ी इलायची या भूरी इलायची का इस्तेमाल प्राकृतिक, आयुर्वेदिक तथा यूनानी चिकित्सा पद्धति (Naturopathy Ayurvedic and Unani systems) में औषधि के रूप में भी () किया जाता है. आहार विशेषज्ञ डॉ दिव्या शर्मा (Dr. Divya Sharma, Nutrition and dietician) बताती हैं कि छोटी-बड़ी इलायची (Green cardamom benefits) में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेंट्री, एंटी अल्सर और एंटी माइक्रोबियल (anti-ulcer and anti-microbial properties) गुण पाए जाते हैं.

Cardamom Benefits
छोटी-बड़ी इलायची

हमारी भारतीय रसोई को औषधियों की खान कहा जाता है, क्योंकि इसमें मिलने वाले लगभग सभी मसाले तथा कई खाद्य पदार्थ ना सिर्फ हमारी सेहत को दुरुस्त रखते हैं बल्कि कई प्रकार के रोगों व समस्याओं से भी बचाव करते हैं. यहां तक की कई मसालों को तो आयुर्वेद में औषधि के रूप में भी मान्यता दी जाती है. इलायची भी एक ऐसा ही खड़ा मसाला है जिसे आयुर्वेद में औषधि सरीखा माना जाता हैं. चाय हो या मिठाई, बिरयानी हो या दम आलू, छोटी-बड़ी इलायची सिर्फ खुशबू-जायका ही नही बढ़ाती हैं बल्कि आहार का पोषण तथा सेहत के लिए उसके फायदों को भी बढ़ा देती है.

स्वाद-सेहत बढ़ाती है इलायची: वैसे तो चिकित्सा के सभी शास्त्रों में इलायची के गुणों को माना जाता है लेकिन विशेषकर आयुर्वेद में इसे औषधि की संज्ञा दी जाती (Cardamom is medicine ) है तथा इसका उपयोग कई प्रकार की औषधियों में भी किया जाता है. सेहत के लिए इसके फायदों (Cardamom benefits) के चलते कई प्रकार के घरेलू नुस्खों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है. यही नही यूनानी चिकित्सा पद्धति में भी इलायची के फायदों को माना जाता है.

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सेहत के लिए गुणकारी : इलायची के गुणों और फायदों के बारें में ETV भारत सुखीभव (ETV Bharat Sukhibhav) को ज्यादा जानकारी देते हुए दिल्ली की पोषण तथा आहार विशेषज्ञ डॉ दिव्या शर्मा (Dr Divya Sharma, Nutrition and dietician) बताती हैं कि इलायची में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेंट्री, एंटी अल्सर और एंटी माइक्रोबियल (anti-ulcer and anti-microbial properties) गुण पाए जाते हैं. वहीं इसमें फाइबर, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन, फास्फोरस, रिबोफ्लेविन, नियासिन तथा विटामिन सी (fiber, calcium, carbohydrates, potassium, magnesium, iron, phosphorus, riboflavin, niacin, and vitamin C) आदि पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.

गौरतलब है इलायची के दो प्रकार (Types of cardamom) होते हैं. जिनमें से एक हरी इलायची (Green cardamom) होती है, जिसका इस्तेमाल मिठाई का स्वाद बढ़ाने या मुखवास के रूप में किया जाता है तथा दूसरी, बड़ी इलायची जिसे खड़े गरम मसाले में गिना जाता है. बड़ी इलायची या भूरी इलायची का इस्तेमाल प्राकृतिक, आयुर्वेदिक तथा यूनानी चिकित्सा पद्धति (Naturopathy, Ayurvedic and Unani systems) में औषधि के रूप में भी किया जाता है. वह बताती हैं कि (Dr. Divya Sharma) चाहे हरी इलायची हो या बड़ी इलायची, नियंत्रित मात्रा में यदि उन्हे नियमित आहार में किसी भी माध्यम में शामिल किया जाए तो वे मेटाबोलिज्म (metabolism) को स्वस्थ रखने तथा मौसमी संक्रमणों से बचाव करने सहित कई अन्य प्रकार की समस्याओं से भी बचाव करने में भी मददगार हो सकती हैं.

क्या कहता है आयुर्वेद: मुंबई की आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ मनीषा काले (Dr Manisha Kale Ayurvedic physician) बताती हैं कि हरी तथा बड़ी इलायची दोनों में ही सेहत के लिए लाभकारी कई प्रकार के गुण (Cardamom Properties) पाए जाते हैं. आयुर्वेद में इनका इस्तेमाल कई प्रकार की मिश्रित औषधियों में किया जाता है. इसके अलावा इलायची का चूर्ण, उसका काढ़ा, लेप तथा तेल भी कई प्रकार की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकता है.

वह बताती हैं कि पाचन संबंधी समस्या हो, श्वास या मुख संबंधी समस्याएं हो या फिर मौसमी संक्रमण हो, सभी में दोनों प्रकार की इलायची का सेवन कई तरह से फायदा पहुँचा सकता है बशर्ते उसका सेवन नियंत्रित मात्रा में किया जाए, क्योंकि दोनों की तासीर गरम होती है. आयुर्वेद के अनुसार बड़ी और छोटी दोनों प्रकार की इलायची के सेहत के लिए फायदे इस प्रकार हैं.

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हरी इलायची के फायदे (Green cardamom benefits) : डॉ मनीषा बताती हैं कि सामान्य अवस्था में प्रतिदिन खाने के बाद एक या दो इलायची का सेवन आहार के पाचन को काफी सरल बना देता है. जिससे पेट में गैस, एसिडिटी तथा पाचन संबंधी (gas, acidity and digestive problems) कई समस्याओं से बचाव हो सकता है. गौरतलब है कि पाचन संबंधी अधिकांश समस्याएं खाए गए आहार का सही तरह से पाचन ना होने के कारण ही होती हैं.

इसके अलावा मुख संबंधी समस्याओं जैसे मुंह से बदबू आने की समस्या में भी इसके सेवन से काफी फायदा मिलता है. चूंकि इसकी तासीर गरम होती हैं ऐसे में सर्दी-जुखाम-खांसी जैसे संक्रमण होने पर या गले में दर्द होने पर चाय या काढ़ें में इलायची डालकर उसका सेवन करने से भी फायदा मिलता है. इनके अलावा हरी इलायची के कुछ अन्य फायदे इस प्रकार हैं.

  • प्रतिदिन खाने के बाद एक इलायची खाने से मेटाबोलिज्म अच्छा रहता है.
  • इसके सेवन से मतली और उल्टी की समस्या में राहत मिलती है.
  • इसके सेवन से श्वास संबंधी व फेफड़ों संबंधी समस्याओं (Respiratory and lung problems) में राहत मिलती है.
  • इलायची का सेवन हृदय की सेहत को दुरुस्त रखने तथा शरीर में रक्त संचार को सुचारू रखने में भी मदद करता है.
  • हरी इलायची की खुशबू तथा स्वाद दोनों ही तनाव व चिंता में कमी करते हैं.

बड़ी इलायची के फायदे: डॉ मनीषा बताती हैं कि हमारी रसोई में बड़ी या भूरी इलायची का उपयोग खड़े मसाले के रूप में किया जाता है. इसका उपयोग गरम मसाला पाउडर में भी किया जाता है. औषधि के रूप में बड़ी इलायची को ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. वह बताती हैं कि छोटी इलायची की तरह आहार में बड़ी इलायची को शामिल करने से भी पाचन संबंधी समस्याओं में तथा बुखार, मतली तथा उल्टी की समस्या में राहत मिलती है. लेकिन मुंह का अल्सर या छालों , कुछ श्वास संबंधी रोग, हैजा, पेचिश तथा मूत्र संबंधी रोगों में बड़ी इलायची का इस्तेमाल औषधि सरीखा फायदा पहुंचाता है. इनके अलावा भी बड़ी इलायची के कई अन्य फायदे हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार है.

  • बड़ी इलायची में डायूरेटिक गुण पाए जाते हैं जिससे इसके सेवन से मूत्र संबंधी रोगों जैसे कि मूत्र में जलन, मूत्र मार्ग में संक्रमण (UTI diseases) आदि समस्याओं से राहत मिलती है.
  • मुंह के संक्रमण, दांत दर्द, मुंह में छालों-घाव तथा बदबू आदि समस्या में भी बड़ी इलायची के सेवन से राहत मिलती है.
  • बड़ी इलायची के इस्तेमाल से खून के थक्के बनने की समस्या में राहत मिलती है साथ ही ह्रदय गति को नियंत्रित रखा जा सकता है. जिसके चलते उच्च रक्तचाप की समस्या में भी राहत मिल सकती है.
  • बड़ी इलायची युक्त काढ़ा या औषधि के सेवन से श्वास व फेफड़ों संबंधी समस्याओं जैसे संक्रमण, अस्थमा तथा फेफड़े में संकुचन आदि में राहत मिलती है.
  • सिर दर्द की समस्या में बड़ी इलायची के तेल से मालिश करने तथा उसे सूंघने से भी फायदा मिलता है.

डॉ मनीषा (Dr. Manisha Kale) बताती हैं कि यहां इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है इलायची अपने-आप में किसी रोग या समस्या का पूर्ण इलाज नही है. किसी भी प्रकार का रोग या समस्या होने पर चिकित्सीय परामर्श लेना तथा पूरा इलाज कराना सबसे ज्यादा जरूरी होता है. लेकिन यह भी सत्य है कि आहार में इसे शामिल करने से सेहत को लाभ अवश्य मिलता है.

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