सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी द्वारा शीतोष्ण फलों की रोपण सामग्री की वार्षिक बिक्री में अब तक विभिन्न किस्मों के 1.50 लाख से अधिक पौधों की बिक्री हो चुकी है. जिसमें सेब, कीवी, नाशपाती, आड़ू, खुमानी, प्लम, अखरोट व अन्य फल शामिल हैं. हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों समेत पौधों को खरिदने के लिए बाहरी राज्यों उत्तराखंड, राज्यस्थान, हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर के किसान भी विश्विद्यालय पहुंच रहे हैं.
4 जनवरी से शुरू हुई थी पौधों की बिक्री- इस वर्ष वार्षिक बिक्री 4 जनवरी से पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर नौणी के मुख्य परिसर में स्थित फल विज्ञान विभाग, बीज विज्ञान विभाग और मॉडल फार्म, और कृषि विज्ञान केंद्र सोलन, केवीके चंबा, केवीके रोहड़ू, आरएचआरटीएस मशोबरा, कुल्लू के बजौरा, किन्नौर के शारबो में स्तिथ क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों और औदयानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी में शुरू हुई थी.
केवीके चंबा और शारबो केंद्र पर सभी प्लांट की हुई बिक्री- जहां केवीके चंबा और शारबो केंद्र में उपलब्ध सभी प्लांट बिक चुके हैं, वहीं यूनिवर्सिटी के विभिन्न केंद्रों के बाकी प्लांट्स की बिक्री आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी. विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर और क्षेत्रीय केंद्रों में अभी भी सेब और गुठलीदार फलों की कई किस्में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. मुख्य परिसर में फल विज्ञान विभाग और बीज विज्ञान विभाग में विभिन्न क्लोनल रूटस्टॉक पर सेब के पौधे उपलब्ध हैं.
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