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'हाऊडी मोदी' में भी शिमला को नहीं भूले पीएम, 2017 में हिमाचली शहद से घोली थी अमेरिका से रिश्तों में मिठास

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Published : Sep 23, 2019, 11:22 AM IST

समूचे विश्व में चर्चित हाऊडी मोदी कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे घर हिमाचल को नहीं भूले. पीएम मोदी ने अपने हिंदी संबोधन में शिमला का जिक्र किया. अमेरिका व भारत के कुछ शहरों को साथ जोड़कर मोदी ने शिमला का नाम भी लिया और कहा कि शिकागो से लेकर शिमला तक भारत-अमेरिका के रिश्ते मजबूत हैं. इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल के प्रति प्रेम ही कहा जाएगा कि वे विदेश दौरों में भी देवभूमि का जिक्र करना नहीं भूलते.

हाउडी मोदी कार्यक्रम में संबोधन के दौरान पीएम मोदी.

शिमला: बात चाहे अमेरिका की हो, इजरायल की या फिर म्यांमार की, पीएम नरेंद्र मोदी ने किसी न किसी रूप में अपने हिमाचल प्रेम को दर्शाया है. वर्ष 2017 में अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान वे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व उनकी पत्नी मेलानिया को कई तोहफे दिए थे. फस्र्ट लेडी ऑफ अमेरिका को भेंट किए गए उन तोहफों में हिमाचल का आर्गेनिक शहद, हाथ से बुनी हुई शॉल, हिमाचल में बना पारंपरिक चांदी का कंगन आदि शामिल थे. जून 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा में हिमाचल से जुड़े ये तोहफे चर्चा के केंद्र में आए थे.

  • ह्यूस्टन में #HowdyMody कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने अपने संबोधन में हिमाचल स्नेह को प्रदर्शित करते हुए “शिकागो से शिमला” कह कर हिमाचल की समस्त जनता का मन मोह लिया।
    प्रधानमंत्री जी देवभूमि की जनता आपके इस स्नेह को सदैव स्मरण रखेंगी।
    आपका बहुत बहुत धन्यवाद। pic.twitter.com/pUdIVJy1fS

    — Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) September 22, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल से लगाव जगजाहिर है. वे 1998 में हिमाचल भाजपा के प्रभारी थे. राज्य प्रभारी रहते हुए वे हिमाचल के कोने-कोने में गए हैं. उन्होंने अपने हिमाचल प्रेम व शिमला की इंडियन कॉफी हाउस का जिक्र कई मंचों पर किया है. पीएम नरेंद्र मोदी बता चुके हैं कि कैसे शिमला में इंडियन कॉफी हाउस में उनका कॉफी का बिल मीडिया कर्मी चुका दिया करते थे. वे शिमला में जाखू मंदिर में भी शीश नवाने जाते थे. अपनी एक शिमला यात्रा के दौरान उन्होंने स्थानीय भाजपा नेता से पूछा था कि क्या वे अभी भी रोज जाखू मंदिर जाते है, यदि हां तो बजरंग बली को मेरा भी प्रणाम निवेदिन करना. यही कारण है कि जब पीएम नरेंद्र मोदी हाऊडी कार्यक्रम में अमेरिका व भारत के शहरों को आपस में जोड़कर दोनों देशों के रिश्तों की बात कर रहे थे तो शिकागो के साथ उन्होंने शिमला का जिक्र किया.

दो साल पहले मेलानिया को दिए तोहफों की खासियत
जून 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फर्स्ट लेडी ऑफ अमेरिका मेलानिया को कांगड़ा हनी, कांगड़ा टी व हैंडवुवन हिमाचली शॉल सहित हिमाचल की हस्तकला का नमूना पारंपरिक चांदी का कंगन भेंट किया था. इन तोहफों की खासियत को लेकर तब समूचे विश्व में जिज्ञासा बनी हुई थी.

यहां बता दें कि कांगड़ा हनी पूरी तरह से आर्गेनिक हनी है. कुछ दशक पहले कांगड़ा जिला के ओपी शर्मा ने आर्गेनिक हनी पर काम शुरू किया था. कांगड़ा हनी में किसी तरह का कोई कैमिकल नहीं डलता. पारंपरिक तरीके से मधुमक्खियों से शहद इकठ्ठा किया जाता है और इसे एपिकल्चर कहते हैं. कांगड़ा हनी को शुद्धता के नए शिखर पर पहुंचाने में सीएसआईआर के तहत इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन बायोरिसोर्सिज टैक्नोलॉजी पालमपुर का योगदान है.

वहीं, कांगड़ा टी का कॉन्सेप्ट ब्रिटिश हुकूमत के समय का है. 18वीं शताब्दी में ब्रिटिश शासकों ने कांगड़ा वैली की जलवायु को चाय के लिए मुफीद पाया था. कांगड़ा टी समूची दुनिया में अपने जायके व गुणों के कारण विख्यात है. ये दो तरह की होती है-आर्थोडॉक्स व ग्रीन टी. इस चाय का सबसे बड़ा गुण ये है कि इसमें एंटी ऑक्सीडेंट माकूल होते हैं. ये सेहत के लिए गुणकारी है. इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने मेलानिया को हिमाचली हस्तकला का बेजोड़ नमूना चांदी का कंगन भी भेंट किया व साथ ही हिमाचल की पारंपरिक शॉल भी दी थी.

इजरायल यात्रा में पहनी हिमाचल की टोपी
वर्ष 2017 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल यात्रा पर गए. जून में अमेरिका की यात्रा के बाद जुलाई माह में उन्होंने इजरायल यात्रा की. प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के बाद अपनी इजरायल यात्रा में भी हिमाचल प्रेम को नहीं भूले. वहां अपने विभिन्न कार्यक्रमों में से कुछ के दौरान पीएम मोदी के सिर पर सजी एक टोपी सभी के आकर्षण का केंद्र रही. इस टोपी का संबंध हिमाचल से था.

Howdy Modi event in Houston
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो).

हिमाचल में इसे लाल टोपी कहते हैं. टोपी के अग्रभाग में लाल रंग के शनील कपड़े की पट्टी लगी हुई थी. जिस समय पीएम अमेरिका यात्रा में ट्रंप की पत्नी को हिमाचल से जुड़े उपहार ले गए थे, तब पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल व अन्य भाजपा नेताओं ने दुनिया भर में इन उपहारों के जरिए हिमाचल को पहचान दिलाने के लिए नरेंद्र मोदी का आभार जताया था. भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उस वक्त कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल रंग की टोपी पहन कर हिमाचल की शान को चार चांद लगाए हैं. नड्डा ने तो बाकायदा अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डाल कर पीएम का हिमाचल प्रदेश के प्रति प्रेम दिखाने के लिए आभार जताया था.

इसी तरह म्यांमार की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आंग सान सू को उस प्रस्ताव की कॉपी भेंट की थी, जिसे सू की ने शिमला स्थित भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान (आईआईएएस)में फैलोशिप के लिए दिया था. ये वर्ष 1986 की बात है. आंग सान सू की ने शिमला स्थित भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में फैलोशिप के दौरान किताब भी लिखी थी. इस तरह पीएम मोदी ने न केवल सू की को उनके शिमला प्रवास की यादें दिलाई, वरन साथ ही हिमाचल की ब्रांडिंग भी की थी.

स्पेशल
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कृपया हाऊडी मोदी को इनवर्टिड कोमा में लें
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हाऊडी मोदी में भी शिमला को नहीं भूले पीएम, 2017 में हिमाचली शहद से घोली थी अमेरिका से रिश्तों में मिठास
शिमला। समूचे विश्व में चर्चित हाऊडी मोदी कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे घर हिमाचल को नहीं भूले। उन्होंने अपने हिंदी संबोधन में शिमला का जिक्र किया। अमेरिका व भारत के कुछ शहरों को साथ जोडक़र मोदी ने शिमला का नाम भी लिया और कहा कि शिकागो से लेकर शिमला तक भारत-अमेरिका के रिश्ते मजबूत हैं। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल के प्रति प्रेम ही कहा जाएगा कि वे विदेश दौरों में भी देवभूमि का जिक्र करना नहीं भूलते। फिर बात चाहे अमेरिका की हो, इजरायल की या फिर म्यांमार की, पीएम नरेंद्र मोदी ने किसी न किसी रूप में अपने हिमाचल प्रेम को दर्शाया है। वर्ष 2017 में अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान वे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व उनकी पत्नी मेलानिया को कई तोहफे दिए थे। फस्र्ट लेडी ऑफ अमेरिका को भेंट किए गए उन तोहफों में हिमाचल का आर्गेनिक शहद, हाथ से बुनी हुई शॉल, हिमाचल में बना पारंपरिक चांदी का कंगन आदि शामिल थे। जून 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा में हिमाचल से जुड़े ये तोहफे चर्चा के केंद्र में आए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल से लगाव जगजाहिर है। वे 1998 में हिमाचल भाजपा के प्रभारी थे। राज्य प्रभारी रहते हुए वे हिमाचल के कोने-कोने में गए हैं। उन्होंने अपने हिमाचल प्रेम व शिमला के इंडियन कॉफी हाउस का जिक्र कई मंचों पर किया है। पीएम नरेंद्र मोदी बता चुके हैं कि कैसे शिमला में इंडियन कॉफी हाउस में उनका कॉफी का बिल मीडिया कर्मी चुका दिया करते थे। वे शिमला में जाखू मंदिर में भी शीश नवाने जाते थे। अपनी एक शिमला यात्रा के दौरान उन्होंने स्थानीय भाजपा नेता से पूछा था कि क्या वे अभी भी रोज जाखू मंदिर जाते हैं यदि हां तो बजरंग बली को मेरा भी प्रणाम निवेदिन करना। यही कारण है कि जब पीएम नरेंद्र मोदी हाऊडी कार्यक्रम में अमेरिका व भारत के शहरों को आपस में जोडक़र दोनों देशों के रिश्तों की बात कर रहे थे को शिकागो के साथ उन्होंने शिमला का जिक्र किया।
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दो साल पहले मेलानिया को दिए तोहफों की खासियत
जून 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फस्र्ट लेडी ऑफ अमेरिका मेलानिया को कांगड़ा हनी, कांगड़ा टी व हैंडवुवन हिमाचली शाल सहित हिमाचल की हस्तकला का नमूना पारंपरिक चांदी का कंगन भेंट किया था। इन तोहफों की खासियत को लेकर तब समूचे विश्व में जिज्ञासा हुई थी। यहां बता दें कि कांगड़ा हनी पूरी तरह से आर्गेनिक हनी है। कुछ दशक पहले कांगड़ा जिला के ओपी शर्मा ने आर्गेनिक हनी पर काम शुरू किया था। कांगड़ा हनी में किसी तरह का कोई कैमिकल नहीं डलता। पारंपरिक तरीके से मधुमक्खियों से शहद इक_ा किया जाता है। इसे एपिकल्चर कहते हैं। कांगड़ा हनी को शुद्धता के नए शिखर पर पहुंचाने में सीएसआईआर के तहत इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन बायोरिसोर्सिज टैक्नोलॉजी पालमपुर का योगदान है। वहीं, कांगड़ा टी का कंसेप्ट ब्रिटिश हुकूमत के समय का है। 18वीं शताब्दी में ब्रिटिश शासकों ने कांगड़ा वैली की जलवायु को चाय के लिए मुफीद पाया था। कांगड़ा टी समूची दुनिया में अपने जायके व गुणों के कारण विख्यात है। ये दो तरह की होती हैै-आर्थोडॉक्स व ग्रीन टी। सबसे बड़ा गुण ये है कि कांगड़ा टी में एंटी ऑक्सीडेंट माकूल होते हैं। ये सेहत के लिए गुणकारी है। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने मेलानिया को हिमाचली हस्तकला का बेजोड़ नमूना चांदी का कंगन भी भेंट किया व साथ ही हिमाचल की पारंपरिक शॉल भी दी थी।
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इजरायल यात्रा में पहनी हिमाचल की टोपी
वर्ष 2017 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल यात्रा पर गए। जून में अमेरिका की यात्रा के बाद जुलाई माह में उन्होंने इजरायल यात्रा की। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के बाद अपनी इजरायल यात्रा में भी हिमाचल प्रेम को नहीं भूले। वहां अपने विभिन्न कार्यक्रमों में से कुछ के दौरान पीएम मोदी के सिर पर सजी एक टोपी सभी के आकर्षण का केंद्र रही। इस टोपी का संबंध हिमाचल से था। हिमाचल में इसे लाल टोपी कहते हैं। टोपी के अग्रभाग में लाल रंग के शनील कपड़े की पट्टी लगी हुई थी। जिस समय पीएम अमेरिका यात्रा में ट्रंप की पत्नी को हिमाचल से जुड़े उपहार ले गए थे, तब पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल व अन्य भाजपा नेताओं ने दुनिया भर में इन उपहारों के जरिए हिमाचल को पहचान दिलाने के लिए नरेंद्र मोदी का आभार जताया था। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उस वक्त कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल रंग की टोपी पहन कर हिमाचल की शान को चार चांद लगाए हैं। नड्डा ने तो बाकायदा अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डाल कर पीएम का हिमाचल प्रदेश के प्रति प्रेम दिखाने के लिए आभार जताया था। इसी तरह म्यांमार की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आंग सान सू की को उस प्रस्ताव की कॉपी भेंट की थी, जिसे सू की ने शिमला स्थित भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान (आईआईएएस)में फैलोशिप के लिए दिया था। ये वर्ष 1986 की बात है। आंग सान सू की ने शिमला स्थित भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में फैलोशिप के दौरान किताब भी लिखी थी। इस तरह पीएम मोदी ने न केवल सू की को उनके शिमला प्रवास की यादें दिलाई, वरन साथ ही हिमाचल की ब्रांडिंग भी की थी। 
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