जुब्बल कोटखाई/शिमला: जिले की जुब्बल कोटखाई सीट पर 30362 मतों से कांग्रेस के रोहित ठाकुर जीत गए हैं. वहीं, भाजपा के चेतन बरागटा को 25796 वोट मिले हैं. बता दें कि हिमाचल प्रदेश की जुब्बल कोटखाई एक मात्र ऐसी सीट है, जिसने हिमाचल को दो-दो मुख्यमंत्री दिए. जुब्बल कोटखाई का वोटर हिमाचल के जागरूक वोटरों में जाना जाता है. यही एक मात्र सीट ऐसी रही हैं जहां पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी हारे हैं. अबकी बार यहां से पूर्व मुख्यमंत्री स्व. ठाकुर रामलाल के पोते रोहित ठाकुर फिर चुनावी मैदान में है, तो दूसरी ओर भाजपा ने पूर्व बागवानी मंत्री स्व नरेंद्र बरागटा के बेटे चेतन बरागटा को चुनावी मैदान में उतारा है. यहां से 6 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
कौन है कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर- कांग्रेस ने यहां से अबकी बार भी रोहित ठाकुर को चुनावी मैदान में हैं. रोहित ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल के पोते हैं. ठाकुर रामलाल कुल छह बार जुब्बल कोटखाई से विधायक रहे है. इस तरह रोहित ठाकुर को राजनीति विरासत में मिली है. रोहित ठाकुर पहली बार 2003 जीते. इसके बाद 2012 के चुनाव और 2021 के विधानसभा उपचुनाव में रोहित ठाकुर जीत दर्ज की. इस तरह वे चौथी बार चुनावी मैदान में है. देखना कि अबकी बार वह अपनी जीत बरकार रख पाते हैं कि नहीं.
कौन है भाजपा प्रत्याशी चेतन बरागटा- अबकी बार भाजपा ने चेतन बरागटा को चुनावी मैदान में यहां से उतारा है. चेतन बरागटा पूर्व बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा के बेटे हैं. चेतन पूर्व में भाजपा आईटी सेल के प्रमुख रह चुके हैं. हालांकि, नरेंद्र बरागटा के आकस्मिक निधन के बाद 2021 में हुए उपचुनाव में यहां से चेतन बरागटा को टिकट नहीं दिया गया. दरअसल, उनका टिकट आखिरी समय काटा गया. इस पर वह निर्दलीय ही चुनाव लड़े थे और कांग्रेस के बाद दूसरे नंबर रहे भी. हालांकि, अबकी बार भाजपा ने उनको पार्टी से टिकट थमाया है. चेतन बरागटा को राजनीति विरासत में मिली है. दरअसल जुब्बल कोटखाई में कमल खिलाने वाले पहले नेता उनके पिता स्व. नरेंद्र बरागटा ही थे.
जुब्बल कोटखाई के 2017 के नतीजे- हिमाचल प्रदेश की जुब्बल कोटखाई विधानसभा सीट (Jubbal-Kotkhai Assembly Seat) भाजपा और कांग्रेस के वर्चस्व वाली सीटों में शुमार है. इस सीट पर इन दोनों पार्टियों ने बारी-बारी से चुनाव जीते हैं. 2017 के चुनावों में भाजपा के नरेन्द्र बरागटा ने जीत दर्ज की थी जबकि 2021 के उप-चुनाव में यह सीट कांग्रेस के रोहित ठाकुर के हाथ में चली गई थी.