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हिमाचल विधानसभा में इस बार दिखेंगे 21 नए चेहरे, कांग्रेस में सबसे ज्यादा 11

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Published : Dec 9, 2022, 2:06 PM IST

Himachal Got 21 New MLAs
Himachal Got 21 New MLAs

विधानसभा चुनाव के नतीजों में हिमाचल प्रदेश को कई नए विधायक भी मिले (Himachal Got 21 New MLAs)(New faces in Himachal assembly हैं. इसमें कांग्रेस से सबसे ज्यादा 11 नए चेहरे विधानसभा पहुंचे हैं. वहीं, भाजपा के सात और एक निर्दलीय विधायक पर भी मतदाताओं ने भरोसा जताया है. इस बार 21 नए चेहरे चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. पढे़ं पूरी खबर...

शिमला: विधानसभा चुनाव के नतीजों में हिमाचल प्रदेश को 21 नए विधायक मिले हैं. इसमें कांग्रेस से सबसे ज्यादा 11 नए चेहरे विधानसभा पहुंचे हैं. वहीं, भाजपा के सात और एक निर्दलीय विधायक पर भी मतदाताओं ने भरोसा जताया है. इसके अलावा भाजपा की टिकट पर पच्छाद से जीती रीना कश्यप एकमात्र महिला विधायक बनी हैं. कांग्रेस से कोई भी महिला प्रत्याशी जीत नहीं दर्ज कर सकी है.(Himachal Got 21 New MLAs)(New faces in Himachal assembly)(Himachal election 2022).

कांग्रेस को मिले 11 नए चेहरे: कांग्रेस के 11 नए चेहरे इस बार विधानसभा पहुंचे हैं. कांग्रेस के नए विधायकों में चिंतपूर्णी से सुदर्शन सिंह बबलू, धर्मपुर से चंद्रशेखर, गगरेट से चैतन्य शर्मा, इंदौरा से मलेंद्र राजन, कसौली से विनोद सुल्तानपुरी, कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो, मनाली से भुवनेश्वर गौड़, नगरोटा बगवां से रघुवीर सिंह बाली, शाहपुर से केवल सिंह पठानिया, शिमला शहरी से हरीश जनारथा और ठियोग से कुलदीप सिंह राठौर शामिल हैं.

सुदर्शन सिंह बबलू: ऊना जिले की चिंतपूर्णी विधासभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार सुदर्शन सिंह बबलू नए विधायक बने हैं. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार और निवर्तमान विधायक बलवीर सिंह को 4858 वोटों के अंतर से हराया. ये उनका पहला चुनाव था. च‍िंतपूर्णी विधानसभा सीट राजनीत‍िक और धार्म‍िक लि‍हाज दोनों से बेहद ही खास और अहम सीटों में शुमार है. अनुसूच‍ित जात‍ि के ल‍िए आरक्ष‍ित इस सीट अनुसूच‍ित जात‍ि के ल‍िए आरक्ष‍ित इस सीट को 2017 में भाजपा के बलबीर स‍िंह चौधरी ने जीत की हैट्र‍िक बना चुकी कांग्रेस से छीना था. अब तक इस सीट को भाजपा और कांग्रेस ने सबसे ज्‍यादा जीता है.

चंद्रशेखर: मंडी जिले की धर्मपुर सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्रशेखर नए विधायक बने हैं. वहीं, इस सीट पर महेंद्र ठाकुर के बेटे रजत ठाकुर को हार का समना करना पड़ा है. जहां भाजपा प्रत्याशी रजत ठाकुर को 24,163 वोट पड़े. वहीं, चंद्रशेखर को कुल 26,608 वोट मिले. मंडी जिले की धर्मपुर विधानसभा सीट पर सभी की नजरें टिकी हुई थी. यह सीट बीजेपी का गढ़ रही है. राज्य सरकार में मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता महेंद्र सिंह यहां से विधायक हैं. इस बार बीजेपी ने महेंद्र सिंह ठाकुर के बेटे रजत ठाकुर को यहां से टिकट दिया था. वहीं, कांग्रेस ने चंद्रशेखर को टिकट दिया था. इस विधानसभा पर चौथी बार चंद्रशेखर की किस्मत का फैसला होना था. इससे पहले वह तीन बार चुनाव हार चुके थे. लेकिन इस बार उन्होंने जीत दर्ज की है.

चैतन्य शर्मा: गगरेट विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतने वाले चैतन्य शर्मा सबसे कम उम्र के प्रत्याशी भी (Youngest winning candidate in Himachal Election) है. चैतन्य शर्मा की उम्र 27 साल है. उन्होंने बीजेपी के राजेश ठाकुर को 15,685 मतों के अंतर से हराया. ये उनका पहला चुनाव था. चैतन्य शर्मा (27 वर्षीय) पेश से एक एडवोकेट हैं. चैतन्य 8 करोड़ 29 लाख की संपत्ति के मालिक हैं. इनके ऊपर करिब 52 लाख की देनदारी है. चैतन्य शर्मा का ये पहला विधानसभा चुनाव था और पहले ही चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की है.(Gagret Assembly Election Result 2022).

मलेंद्र राजन: कांगड़ा जिले की इंदौरा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मलेंद्र राजन नए विधायक बने हैं. मलेंदर राजन को 30,421 वोट पड़े. जबकि बीजेपी की रीता धीमान को कुल 28,179 वोट मिले. कांग्रेस ने 2250 वोटों के मार्जिन से इस सीट पर जीत दर्ज की है. कांगड़ा की 15 विधानसभा सीटों में से अनुसूच‍ित जाति के ल‍िए आरक्ष‍ित इंदौरा सीट (Indora Seat) बेहद ही खास मानी जाती है. इस बार भाजपा के सामने इंदौरा सीट पर जीत दोहराने की कड़ी चुनौती थी. यहां से भाजपा की सीट‍िंग व‍िधायक रीता धीमान (BJP Reeta Dhiman) चुनावी मैदान में उतरी थीं पर उन्हें इस बार हार का सामना करना पड़ा.

विनोद सुल्तानपुरी: सोलन जिले की कसौली सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार विनोद सुल्तानपुरी ने जीत दर्ज की है. यहां से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल चुनाव हार गए हैं. कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने राजीव सैजल को 6768 मतों से हराया है. सुल्तानपुरी को जहां 28,200 वोट पड़े. तो वहीं, सैजल 21,432 वोट ही हासिल कर सके. सोलन ज‍िले की कसौली विधानसभा सीट (Kasauli Assembly Seat) अनुसूच‍ित जात‍ि के ल‍िए आरक्ष‍ित है. इस सीट पर 15 साल से भाजपा का वर्चस्‍व था, जिसे इस बार कांग्रेस ने तोड़ दिया है.

देवेंद्र कुमार भुट्टो: ऊना जिले की कुटलैहड़ सीटे से कांग्रेस के उम्मीदवार देवेंद्र कुमार भुट्टो नए विधायक बने हैं. उन्होंने भाजपा के विरेंद्र कंवर को 7579 मतों से हराया है. देवेंद्र कुमार को 36,636 वोट पड़े. जबकि विरेंद्र कंवर को कुल 29,057 वोट ही मिल सके. इस सीट पर बीजेपी (BJP) ने वीरेंद्र कंवर (Virendra Kanwar) को दूसरी बार चुनावी दंगल में उतारा था. वहीं, कांग्रेस (Congress) ने देवेंदर कुमार भुट्टो (Devender Kumar Bhutto) पर दांव खेला था.

भुवनेश्वर गौड़: कुल्लू जिले की मनाली सीट से कांग्रेस प्रत्याशी भुवनेश्वर गौड़ ने जीत दर्ज की है. इस सीट पर उन्होंने शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर को करारी शिकस्त दी है. जहां एक ओर भाजपा प्रत्याशी गोविंद ठाकुर को 26,468 मिले. तो वहीं कांग्रेस के भुवनेश्वर गौड़ को कुल 29,331 वोट पड़े. इस सीट पर कांग्रेस की एकजुटता भाजपा पर भारी पड़ी. मनाली में भाजपा ने तीन बार के विधायक एवं शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारा था. तो वहीं, कांग्रेस की ओर से भुवनेश्वर गौड़ चुनावी मैदान में थे.

रघुवीर सिंह बाली: कांगड़ा जिले की नगरोटा बगवां सीट से कांग्रेस के पूर्व दिवंगत मंत्री जीएस बाली के बेटे रघुबीर सिंह बाली जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. बीते चुनाव में सीट गंवाने वाली कांग्रेस को दोबारा यहां जीत नसीब हुई है. उन्होंने मौजूदा विधायक अरुण कुमार कूका को हराया है. अरुण कुमार कूका को जहां 25,595 वोट पड़े. वहीं, कांग्रेस के रघुबीर सिंह बाली को 41,465 वोट मिले. ये उनका पहला चुनाव था. इससे पहले इस सीट पर उनके पिता जीएस बाली ही चुनाव लड़ते थे.

केवल सिंह पठानिया: कांगड़ा जिले की शाहपुर सीटे से कांग्रेस प्रत्याशी केवल सिंह पठानिया ने जीत दर्ज की है. वह 12 हजार से ज्यादा मतों से जीते हैं. यहां से मौजूदा कैबिनेट मंत्री सरवीण चौधरी को हार का सामना करना पड़ा. सरवीण चौधरी यहां से बीते चार चुनाव में जीतती आ रहीं थी, लेकिन इस बार उन्हें मुंह की खानी पड़ी. कांग्रेस के केवल सिंह को जहां 35,862 वोट पड़े. वहीं, भाजपा की सरवीण चौधरी को कुल 23,931 वोट ही हासिल हुए. शाहपुर विधानसभा सीट (Shahpur Assembly Seat) भाजपा का गढ माना जाता है. इस सीट पर तीन दशक से भाजपा की सरवीण चौधरी का वर्चस्‍व बरकरार था. लेकिन अब इस सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया है.

हरीश जनारथा: शिमला जिले की शिमला शहरी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश जनारथा विधायक बने हैं. उन्हें कुल 15,576 वोट मिले. जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी के संजय सूद रहे, जिन्हें 12,566 वोट मिले. श‍िमला व‍िधानसभा सीट (Shimla Assembly Seat) बेहद ही खास और अहम मानी जाती है. श‍िमला ज‍िले और श‍िमला लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत इस सीट पर भाजपा का प‍िछले एक दशक से कब्‍जा है. इस सीट पर 2012 और 2017 के चुनावों में भाजपा के सुरेश भारद्वाज जीत दर्ज करते आए हैं. लेक‍िन, भाजपा ने उनके जगह संजय सूद को मैदान में उतारा था. कांग्रेस ने प‍िछले 2017 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे न‍िर्दलीय प्रत्‍याशी और शिमला के पूर्व महापौर हरीश जनार्था को ट‍िकट द‍िया और उन्होंने जीत हासिल की.

कुलदीप सिंह राठौर: शिमला जिले की ठियोग सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप सिंह राठौर ने जीत दर्ज की है. 2017 के चुनाव में इस सीट पर माकपा के राकेश सिंघा ने कब्जा किया था. लेकिन अपना पहला चुनाव लड़ रहे कुलदीप राठौर भाजपा और माकपा को कड़ी टक्कर दी. कुलदीप राठौर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उनके नेतृत्व में हिमाचल में तीन विधानसभा और एक मंडी लोकसभा के उपचुनाव में कांग्रेस ने विजय हासिल की थी. (Congress candidate from Theog Kuldeep Rathore) (Rakesh Singha vs Kuldeep Singh Rathore).

भाजपा के 7 नए चेहरे पहुंचे विधानसभा: भाजपा के 7 नए चेहरे इस बार विधानसभा पहुंचे हैं. भाजपा के नए विधायकों में आनी से लोकेंद्र कुमार, भरमौर से डॉ. जनकराज, बिलासपुर सदर से त्रिलोक जमवाल, डलहौजी से डीडी ठाकुर, करसोग से दीपराज, नूरपुर से रणवीर सिंह निक्का और सरकाघाट से दलीप ठाकुर शामिल हैं.निर्दलीय पर भी मतदाताओं

हमीरपुर से निर्दलीय आशीष भी बने विधायक: हमीरपुर सदर से निर्दलीय जीत दर्ज करने वाले आशीष शर्मा भी नए विधायक हैं.

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