शिमला के जिस चर्चित बोर्डिंग स्कूल में पढ़े शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, उसी स्कूल के सालाना समारोह में पहुंचकर हुए भावुक, कही दिल की बातें

शिमला के जिस चर्चित बोर्डिंग स्कूल में पढ़े शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, उसी स्कूल के सालाना समारोह में पहुंचकर हुए भावुक, कही दिल की बातें
Rohit Thakur attended Bishop Cotton School annual function: शिमला के बिशप कॉटन स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर पहुंचे. उन्होंने इसी स्कूल से पढ़ाई की है. कार्यक्रम के दौरान अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए रोहित ठाकुर भावुक हो गए. पढ़िए पूरी खबर...
शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर एशिया के सबसे पुराने बोर्डिंग स्कूल बिशप कॉटन स्कूल (बीसीएस) के सालाना समारोह में शामिल हुए. शिक्षा मंत्री इसी बीसीएस स्कूल में पढ़े हैं. हिमाचल के पूर्व सीएम ठाकुर रामलाल के पौत्र रोहित ठाकुर पहली बार कैबिनेट मंत्री बने हैं और उनके पास शिक्षा जैसा महत्वपूर्ण विभाग है. अपने स्कूल पहुंचकर रोहित ठाकुर भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि जब वे छात्र जीवन में .हां पढ़ते थे तो स्कूल परिसर में रहना उतना अच्छा नहीं लगता था. आज आलम ये है कि यहां से जाने का मन नहीं कर रहा है.
कार्यक्रम में भावुक हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने अनेक बड़ी जनसभाओं को संबोधित किया है, लेकिन इस समय अपने स्कूल के समारोह में बोलने पर कुछ असहज सा महसूस हो रहा है. उन्होंने अपने छात्र जीवन के कई पल सांझा किए. शिक्षा मंत्री ने कहा मैं अपने आप को आज बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि मुझे अपने स्कूल के 164वें भाषण दिवस के अवसर पर बोलने का मौका मिल रहा है. दो दशकों से अधिक समय से राजनीतिक जीवन में रहते हुए मुझे अक्सर बड़ी जन सभाओं को संबोधित करने का मौका मिलता रहा है, लेकिन आज अपने प्रतिष्ठित स्कूल में संबोधित करते हुए थोड़ा असहज महसूस हो रहा है.
इस दौरान उन्होंने स्कूल में बिताए गए समय को भी याद किया. उन्होंने कहा छात्र जीवन में स्कूल के दौरान परिसर में रहना अच्छा नहीं लगता था, लेकिन आज परिसर को छोड़ने का मन भी नहीं करता. शिक्षा मंत्री ने कहा आपके माता-पिता ने आपको भारत के सबसे पुराने ब्यॉज स्कूल और इस अनूठी प्रणाली की देखभाल में सौंपा है, जिसे कई बार पुरस्कृत किया गया है. बिशप कॉटन स्कूल एशिया के सबसे पुराने बोर्डिंग स्कूलों में से एक है, जो छात्रों में स्वतंत्र और तर्क संगत सोच की भावना पैदा करता है. यह स्कूल हमें आज्ञाकारी, कर्तव्य-निष्ठ, विनम्रता और ईमानदारी के साथ बड़ों, शिक्षकों, रीति-रिवाजों और परंपराओं का सम्मान करना भी सिखाता है.
रोहित ठाकुर ने कहा बिशप कॉटन स्कूल भारत में हाउस सिस्टम का उपयोग करने वाला पहला स्कूल है. बीसीएस का स्कूली जीवन केवल सीखने, खेलने या किताबे पढ़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि एक समय रेखा भी है, जिसके दौरान सभी अच्छी आदतें सीखी जा सकती है. यह हर्ष का विषय है कि हमारे अपने राज्य की विधानसभा में 6 विधायकों ने इसी स्कूल से शिक्षा ग्रहण की है.
शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर साल भर सभी विषयों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए. जिसमें सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड छात्र पुरस्कार और अच्छे आचरण वाले पुरस्कार शामिल है. पारंपरिक बीसीएस कॉक हाउस शिल्ड इस वर्ष लैपरॉय हाउस ने जीता. यह पुरस्कार उस सदन को दिया जाता है, जो शैक्षणिक, खेलकूद और पाठ्यक्रम गतिविधियों में सबसे अधिक अंक प्राप्त करता है.
