कुल्लू: बीते दिनों एसआई वी के फर्जी प्रमाण पत्र के बाद अब पर्यटन विभाग भी सतर्क हो गया है. ऐसे में अब पर्यटन विभाग ने फरमान जारी किया है कि जिस पैराग्लाइड पायलट ने एसआईवी कोर्स किया गया होगा, तभी उनके लाइसेंस को रिन्यू किया जाएगा. अब सभी पैराग्लाइडर को एसआईवी का कोर्स करना अनिवार्य होगा.
मात्र 24 ने किया एसआईवी कोर्स: जिला कुल्लू में करीब 450 पायलट ऐसे हैं जो पैराग्लाइडिंग करवा रहे हैं. विभाग ने जब छानबीन शुरू की तो पता चला कि मात्र 24 पायलट ही ऐसे हैं, जिन्होंने एसआईवी कोर्स किया हुआ है.आधा दर्जन ऐसे भी पायलटों के बारे में जानकारी मिली कि उन्होंने एसआईवी का कोर्स किया, लेकिन कोर्स कराने वाला संस्थान वैध नहीं है, जिसके चलते इनके प्रमाण पत्र को मान्य नहीं माना जाएगा.
प्रमाण पत्र देना होगा: अब पर्यटन विभाग ने सभी पैराग्लाइडिंग पायलटों को निर्देश जारी किया गया है कि वे अपने लाइसेंस को रिन्यू कराते समय एसआईवी कोर्स का प्रमाण पत्र भी संलग्न करें, तभी उनके पैराग्लाइडिंग लाइसेंस को रिन्यू किया जाएगा.
उत्तराखंड का आरोपी हुआ था गिरफ्तार: बता दें कि कुल्लू में बीते दिनों उत्तराखंड का एक आरोपी एसआईवी के फर्जी प्रमाण पत्र बेचते हुए गिरफ्तार किया था. उसके बाद से ही पर्यटन विभाग लगातार अपनी कार्रवाई कर रहा है. पुलिस छानबीन में पता चला था कि आरोपी ने पतलीकुहल के एक प्रिंटिंग प्रेस में यह प्रमाण पत्र प्रिंट कराए थे.
रेट किया गया निर्धारित: जिला कुल्लू पर्यटन विभाग ने अब विभिन्न साहसिक गतिविधियों को लेकर एयरो रूल 2022 के तहत पैराग्लाइडिंग और रिवर राफ्टिंग के रेट में निर्धारित किए गए हैं, इनमें पैराग्लाइडिंग की हाई फ्लाई के लिए 3500 रुपए, जबकि शार्ट फ्लाई लिए 1300 रुपए रेट निर्धारित किया गया है. इसी तरह रिवर राफ्टिंग में भी प्रति किलोमीटर 200 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किए गए हैं. ऐसे में पर्यटन विभाग ने यह रेट एडवेंचर एक्टिविटी की रेगुलेट कमेट द्वारा निर्धारित किया गया है.
एयरो स्पोर्ट्स एक्ट में छूट: कुल्लू पर्यटन विभाग अधिकारी सुनैना शर्मा ने बताया कि पैराग्लाइडिंग करने वाले पायलटों के लिए एसआईवी कोर्स जरूरी किया गया है.ऐसे में जिन्हें पहले लाइसेंस दिया गया है उनके लिए एयरो स्पोर्ट्स एक्ट में छूट के तहत मई 2024 तक राहत जारी रहेगी. उसके बात उन्हें भी एसआईवी कोर्स का प्रमाण पत्र जमा कराना होगा.
पैराग्लाइडर पायलटों को बारीकियां सिखाई जाती: जानकारी के मुताबिक एसआईवी कोर्स में पैराग्लाइडर पायलटों को बारीकियां सिखाई जाती, ताकि प्रशिक्षण ले चुके पायलट को न तो उड़ान भरते हुए परेशानी का सामना करना पड़े और न ही लैंडिंग के दौरान कोई परेशानी हो. इस कोर्स में तेज हवा चलने के दौरान किस तरह से लैडिंग करना चाहिए इस बारे में भी सारी जानकारियां दी जाती है.