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किन्नौर के कानम गांव में बीजेपी नेताओं का विरोध, जानिए क्या है पूरा मामला?

जंगी ठोपन जलविद्युत् परियोजना के प्रस्ताव को लेकर किन्नौर के कानम गांव में भाजपा नेताओं को विरोध का सामना (oppose of bjp leader in kinnaur) करना पड़ा है. जनजातीय जिला किन्नौर के प्रस्तावित 804 मेगावाट जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना का काम एसजेएवीएनएल कम्पनी द्वारा किया जाना है, जिसके विरोध में प्रभावित होने वाले ग्राम पंचायत लगातार इस परियोजना का ग्राम सभाओं व अन्य बैठकों में विरोध कर रहे हैं.

oppose of bjp leader in kinnaur
बीजेपी नेताओं का विरोध
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Published : May 5, 2022, 1:21 PM IST

Updated : May 5, 2022, 1:35 PM IST

किन्नौर: हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (himachal assembly election 2022) को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है. बीजेपी की ओर से पद यात्रा अभियान के तहत चुनाव प्रचार शुरू किया गया है. जिला किन्नौर में इस अभियान के तहत बीजेपी कार्यकर्ता गांव-गांव दस्तक दे रहे हैं. पद यात्रा के दौरान बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को किन्नौर के कानम गांव में विरोध (oppose of bjp leader in kinnaur) का सामना करना पड़ा.

जानकारी के अनुसार कानम गांव में भाजपा नेताओं के पद यात्रा का ग्रामीणों द्वारा विरोध करने का कारण जंगी ठोपन जलविद्युत् परियोजना के प्रस्ताव को लेकर है. प्रदेश सरकार ने हाल ही में प्रस्तावित 804 मेगावाट जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. ऐसे में ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी नेताओं की पद यात्रा का विरोध कर नाराजगी जताई. इस दौरान बीजेपी नेताओं से कानम गांव के निवासी परियोजनाओं को लेकर कई सवाल पूछे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

वीडियो

जनजातीय जिला किन्नौर के प्रस्तावित 804 मेगावाट जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना का काम एसजेएवीएनएल कम्पनी द्वारा किया जाना है, जिसके विरोध में प्रभावित होने वाले ग्राम पंचायत लगातार इस परियोजना का ग्राम सभाओं व अन्य बैठकों में विरोध कर रहे हैं. परियोजना के विरोध के चलते जंगी, आकपा, रारंग पंचायतों ने पंचायतीराज चुनावों में चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार भी किया था.

बता दें कि जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना प्रबंधन (jangi thopan hydroelectric project) द्वारा इन दिनों परियोजना प्रभावित क्षेत्रों में अनापत्ति पत्र लेने के लिए भागा-दौड़ी की जा रही है. प्रभावित पंचायतों की ओर से प्रबंधन को लगातार इस परियोजना निर्माण से सख्त मनाही की जा रही है और प्रदेश सरकार से भी परियोजना के प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग रखी जा रही है.

जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना (panchayat affected by Jangi Thopan hydroelectric project) से प्रभावित पंचायतों का कहना है कि इस परियोजना के निर्माण से यहां के कच्चे पहाड़ों पर बसे लोगों का अस्तित्व खतरे में है. यहां के सांस्कृतिक धरोहरों को भी परियोजना निर्माण के बाद भारी नुकसान हो सकता है. वहीं, जिले के अन्य क्षेत्रों में जलविद्युत परियोजनाओं के निर्माण कार्य के बाद आज उन क्षेत्रों मे लैंडस्लाइड के साथ वहां की भौगोलिक परिस्थितियों में बदलाव आया है.

ये भी पढ़ें: रारंग पंचायत सदस्यों ने एसजेएवीएनएल प्रबंधन के खिलाफ लगाए गो बेक के नारे, सरकार को दी ये चेतावनी

किन्नौर: हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (himachal assembly election 2022) को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है. बीजेपी की ओर से पद यात्रा अभियान के तहत चुनाव प्रचार शुरू किया गया है. जिला किन्नौर में इस अभियान के तहत बीजेपी कार्यकर्ता गांव-गांव दस्तक दे रहे हैं. पद यात्रा के दौरान बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को किन्नौर के कानम गांव में विरोध (oppose of bjp leader in kinnaur) का सामना करना पड़ा.

जानकारी के अनुसार कानम गांव में भाजपा नेताओं के पद यात्रा का ग्रामीणों द्वारा विरोध करने का कारण जंगी ठोपन जलविद्युत् परियोजना के प्रस्ताव को लेकर है. प्रदेश सरकार ने हाल ही में प्रस्तावित 804 मेगावाट जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. ऐसे में ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी नेताओं की पद यात्रा का विरोध कर नाराजगी जताई. इस दौरान बीजेपी नेताओं से कानम गांव के निवासी परियोजनाओं को लेकर कई सवाल पूछे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

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जनजातीय जिला किन्नौर के प्रस्तावित 804 मेगावाट जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना का काम एसजेएवीएनएल कम्पनी द्वारा किया जाना है, जिसके विरोध में प्रभावित होने वाले ग्राम पंचायत लगातार इस परियोजना का ग्राम सभाओं व अन्य बैठकों में विरोध कर रहे हैं. परियोजना के विरोध के चलते जंगी, आकपा, रारंग पंचायतों ने पंचायतीराज चुनावों में चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार भी किया था.

बता दें कि जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना प्रबंधन (jangi thopan hydroelectric project) द्वारा इन दिनों परियोजना प्रभावित क्षेत्रों में अनापत्ति पत्र लेने के लिए भागा-दौड़ी की जा रही है. प्रभावित पंचायतों की ओर से प्रबंधन को लगातार इस परियोजना निर्माण से सख्त मनाही की जा रही है और प्रदेश सरकार से भी परियोजना के प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग रखी जा रही है.

जंगी ठोपन जलविद्युत परियोजना (panchayat affected by Jangi Thopan hydroelectric project) से प्रभावित पंचायतों का कहना है कि इस परियोजना के निर्माण से यहां के कच्चे पहाड़ों पर बसे लोगों का अस्तित्व खतरे में है. यहां के सांस्कृतिक धरोहरों को भी परियोजना निर्माण के बाद भारी नुकसान हो सकता है. वहीं, जिले के अन्य क्षेत्रों में जलविद्युत परियोजनाओं के निर्माण कार्य के बाद आज उन क्षेत्रों मे लैंडस्लाइड के साथ वहां की भौगोलिक परिस्थितियों में बदलाव आया है.

ये भी पढ़ें: रारंग पंचायत सदस्यों ने एसजेएवीएनएल प्रबंधन के खिलाफ लगाए गो बेक के नारे, सरकार को दी ये चेतावनी

Last Updated : May 5, 2022, 1:35 PM IST
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