कांगड़ा: प्रसिद्ध वेटलैंड पोंग डैम इन दिनों वेदशी पक्षियों की चहचाहट से गूंज रहा है. यह पक्षी इस वेटलैंड में हर साल ट्रांस साइबेरिया से हजारों मील लंबा सफर तय करके प्रवास करते हैं. वहीं, इस बार भी इन पक्षियों की संख्या हजारों में है.
इस वर्ष खास बात यह है कि लेसर व्हाइट फ्रंटेड गीज और ग्रेटर व्हाइट फ्रंट गीज नाम की अति दुर्लभ प्रजाति के साइबेरियन पक्षी पहली बार पहुंचे हैं. इस साल पौंग झील में 114 प्रजातियों के 115701 विदेशी पक्षी पंजीकृत किए गए हैं. पिछले साल 103 प्रजातियों के 115229 प्रवासी पक्षी पंजीकृत किए गए थे.
वहीं, वन्य जीव प्राणी विभाग की गिनती में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 472 अधिक विदेशी पक्षी आए हैं और इस बार हैंडेड गीज में 68 प्रतिशत इजाफा हुआ है. इस साल हैंडेड गीज 49,496 पंजीकृत किया गया है और पिछले साल की गणना में 29443 दर्ज किए गए थे.
यह पक्षी इस झील को अधिक सुरक्षित मानते हुए अधिकांश तौर पर ट्रांस हिमालयन, तिब्बत सेंट्रल एशिया, रूस, साइबेरिया से लंबी उड़ान भर कर यहां आते हैं और गर्मियों के आरंभ तक यहां रहते हैं.
डीएफओ डीएस डडवाल ने कहा कि इन दोनों पक्षियों की प्रजातियां लुप्त हो रही हैं, लेकिन पौंग डैम में इन प्रजातियों के पक्षियों का मिलना बेहतर संरक्षण का नतीजा है.