धर्मशाला: कांगड़ा जिला में बारिश लगातार जारी है. जिसके चलते जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों को फील्ड में डटे रहने के निर्देश दिए हैं, ताकि राहत व पुनर्वास के कार्यों में किसी भी तरह की कमी नहीं रहे. डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने जिला मुख्यालय में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में बारिश से हुए नुकसान का रिव्यू किया और राहत व पुनर्वास के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी किए. उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर आपदा प्रबंधन के कार्यों को लेकर लापरवाही नहीं बरती जाएगी. सभी विभागों के अधिकारी अपने क्षेत्रों में तैनात रहें.
भारी बारिश से नुकसान: डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि मंगलवार और बुधवार के बीच हुई लगातार बारिश से कांगड़ा जिले में करीब 99 लाख के नुकसान की आशंका है. जिसमें 2 पक्के मकान और 5 कच्चे मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि 8 पक्के मकान और 43 कच्चे मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके साथ ही 48 कॉउ शेड भी क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि एक पावर हाउस को भी नुकसान पहुंचा है. जिला प्रशासन द्वारा प्रभावितों को फौरी राहत पहुंचाने के लिए राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए भी जिला प्रशासन काम कर रही है.
राहत व पुनर्वास को लेकर प्रशासन तैनात: डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला प्रशासन राहत व पुनर्वास के लिए पूरी तरह से सजग और तैनात है. जिले के तमाम अधिकारी मशीनरी के साथ फील्ड में डटे हुए हैं. जिले में लैंडस्लाइड प्रभावित सड़कों पर जेसीबी स्थापित की गई है.
ब्यास नदी की मॉनिटरिंग जारी: डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि ब्यास नदी में पानी के स्तर की स्थिति की मॉनिटरिंग की जा रही है. इसको लेकर जिला प्रशासन ने पौंग डैम प्रबंधन से भी संपर्क साधा है, ताकि जरूरत पडने पर पौंग डैम के गेट पानी की निकासी के लिए खुलवाए जा सके. डीसी कांगड़ा ने जिले में सभी नागरिकों व पर्यटकों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है. उन्होंने अपील की है कि भारी बारिश के दौरान सफर करने से बचें, सुरक्षित जगहों पर रहें और किसी भी तरह का खतरा न उठाएं.
'कंट्रोल रूम में दें तत्काल सूचना': डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कांगड़ा वासियों से अपील की है कि किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में फौरन जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री 1077 नम्बर पर जानकारी दें. जिला मुख्यालय समेत सभी उप मंडलों में आपदा प्रबंधन केन्द्र 24 घंटे चालू है.
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