सुजानपुर: हिमाचल में विधानसभा सत्र को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और संसदीय कार्य मंत्री के बयानों पर कांग्रेस पार्टी के सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने चुटकी ली है. राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री और संसदीय कार्य मंत्री में आपस में समन्वय नहीं है, जिससे सरकार की कार्यप्रणाली का अंदाजा लगाया जा सकता है.
कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार की ओर से विधानसभा सत्र के बारे में संशय बनाने पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने सत्र बुलाने की मांग की है. राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश में सरकारी ऑफिस, विवाह शादियां सहित सभी बाजार खुले हैं तो आम जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए विधानसभा सत्र का होना बहुत जरूरी है. राणा ने विधानसभा सत्र को धर्मशाला में आयोजित करने की मांग की. उन्होंने कहा कि सत्र में कोविड के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सदन की कार्यवाही होनी चाहिए.
पंचायती राज चुनावों में हो रही देरी
राणा ने कहा कि सरकार को धर्मशाला में जल्द विधानसभा सत्र बुलाना चाहिए. प्रदेश में पंचायती राज चुनावों में हो रही देरी पर राणा ने कहा कि सरकार ने पहले भी आनन फानन में नई पंचायतों का गठन किया, जिसके कारण लोगों को अपनी परेशानी दर्ज करवाने तक का समय नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि पंचायती चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं होते है, लेकिन फिर भी कांग्रेस पार्टी समर्थित कार्यकर्ताओं को पूरा समर्थन देगी.
दिसंबर में तय पंचायत चुनाव
विधायक ने कहा कि पंचायत चुनाव दिसंबर में होना तय है, लेकिन अब तक सरकार नोटिफिकेशन तक नहीं कर पाई है, जिससे सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है.