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हिमाचल प्रदेश के पांच हेलीपोर्ट पर अभी शुरू नहीं हो सकेगी उड़ानें, नहीं मिल पाई केंद्र की मंजूरी

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Published : Nov 29, 2021, 10:37 PM IST

Updated : Nov 30, 2021, 7:56 AM IST

हिमाचल प्रदेश के पांच नए हेलीपोर्ट (Five Heliports of Himachal Pradesh) पर प्रस्तावित उड़ान-2 केंद्र की (Himachal Pradesh Five New Heliports) मंजूरी न मिल पाने के कारण शुरू नहीं हाे पाई है. हिमाचल सरकार (Himachal Government) को इसके लिए डीजीसीए स्वीकृति का इंतजार करना होगा. केंद्र से मंजूरी मिले बिना इन हेलीपोर्ट को इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकता है. पर्यटन विभाग केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को उड़ान को शुरू करने की अपनी पूरी तैयार किए जाने बारे सूचित कर चुका है. बावजूद इसके केंद्र से अभी तक इस बारे कोई सूचना विभाग को नहीं मिली है.

Heli taxi service in Himachal
प्रतीकात्मक तस्वीर.

शिमला: हिमाचल प्रदेश के पांच नए हेलीपोर्ट (Five Heliports of Himachal Pradesh) पर प्रस्तावित उड़ान-2 (Udaan-2 scheme) केंद्र की (Himachal Pradesh Five New Heliports) मंजूरी न मिल पाने के कारण शुरू नहीं हाे पाई है. हिमाचल सरकार (Himachal Government) को इसके लिए डीजीसीए स्वीकृति का इंतजार करना होगा. वहीं, उड़ान शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग और पवनहंस की तरफ से पूरी तैयार कर दी गई है, सिर्फ डीजीसी से हरी झंडी मिलने का इंतजार है.

केंद्र से मंजूरी मिले बिना इन हेलीपोर्ट को इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकता है. पर्यटन विभाग केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Civil Aviation Ministry) को उड़ान को शुरू करने की अपनी पूरी तैयार किए जाने बारे सूचित कर चुका है. बावजूद इसके केंद्र से अभी तक इस बारे कोई सूचना विभाग को नहीं मिली है. यह उड़ानें शिमला के संजौली सहित, बद्दी, मंडी, रामपुर और मनाली के लिए होनी हैं. जिसका लोग बढ़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस सेवा में हर दिन हो रही देरी प्रदेश में पर्यटन कारोबार को भी प्रभावित कर रही है. इस सेवा के शुरू न होने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर भी विपरीत असर पड़ रहा है.

प्रदेश सरकार के अधिकारियों के अनुसार शिमला, रामपुर, बद्दी, मनाली और मंडी के कंगनिधार हेलीपोर्ट लगभग पूरी तरह तैयार हैं. सुरक्षा की दृष्टि से लगने वाली सुरक्षा नेट वियतनाम से शिमला पहुंच गैभे और संजौली हेलीपोर्ट पर लगाई जा रही है. यह कार्य भी एक दो दिन में पूरा हो जाएगा. करीब 14 करोड़ की लागत से संजौली-ढली बाईपास पर हेलीपोर्ट का निर्माण किया गया है. आपातकाल सेवा सहित सैलानियों की सहूलियत के लिए शिमला शहर के बीच हेलीपोर्ट बनाने का प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रोजेक्ट की लगातार समीक्षा करते रहे हैं.

रामपुर और मंडी के कंगनीधर हेलीपोर्ट को लेकर डीजीसीए ने सवाल उठाए गए थे कि यहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए सार्वजनिक सुविधाएं विकसित नहीं की गई हैं. सुरक्षा, अग्निशमन प्रबंध सहित कई तरह के व्यवस्था संबंधी प्रश्न खड़े किए गए थे. बीते दिनों यहां हेलीकॉप्टर की सफल लैंडिंग का ट्रायल भी हो चुका है. प्रदेश सरकार का राजधानी शिमला में अपना हेलीपोर्ट न होने से अभी सेना के अनाडेल मैदान में ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरता है.

संजौली हेलीपोर्ट (Sanjauli Heliport) शुरू होने से सरकार के साथ-साथ सैलानियों को भी सुविधा होगी. पर्यटन निदेशक अमित कश्यप (Tourism Director Amit Kashyap) ने बताया कि दिसंबर से संजौली से हेली टैक्सी सेवा शुरू होगी. शिमला-चंडीगढ़ के बीच सप्ताह में छह दिन (रविवार छोड़कर) हेली टैक्सी (Heli taxi service in Himachal) चल रही है. धर्मशाला के गगल एयरपोर्ट के लिए मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और कुल्लू के भुंतर एयरपोर्ट के लिए सोमवार, शुक्रवार और शनिवार को सेवा मिलेगी.

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Last Updated : Nov 30, 2021, 7:56 AM IST
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