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अब सिरमौर से नकारात्मक शक्तियां रहेंगी दूर, पंचवटी वाटिका लगाने की तैयारी में प्रशासन

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Published : Aug 14, 2019, 2:32 PM IST

जिला सिरमौर में प्रशासन ने ग्लानाघाट स्कूल से पंचवटी वाटिका लगाने का शुभारंभ किया है. पंचवटी वाटिका नकारात्मक परिवेश को खत्म करने में सहायक होती है. वहीं, इनके औषधीय गुण भी लाभकारी होते हैं.

sirmour panchvati vatika

नाहनः पर्यावरण व औषधीय पौधों के लाभ के लिए जिला सिरमौर में प्रशासन द्वारा पंचवटी वाटिकाएं बनाई जा रही हैं. ये सराहनीय कदम सिरमौर जिला के डीसी डॉ. आरके परूथी द्वारा उठाया गया है. इसी के तहत जिला प्रशासन ने ग्लानाघाट स्कूल से पंचवटी वाटिका लगाने का शुभारंभ कर दिया है.

पंचवटी में पांच पूजनीय व औषधीय गुणों वाले पौधे दिशा के अनुरूप लगाए जाते हैं. इसमें पीपल, बेल, आंवला, सीता अशोका एवं बरगद के पौधे शामिल किए जाते हैं. पंचवटी वाटिका नकारात्मक परिवेश को खत्म करने में सहायक होता है. वहीं, इनके औषधीय गुण भी लाभकारी होते हैं.

डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि जिला में सभी सार्वजनिक स्थानों पर पंचवटी वाटिकाएं बनाई जा रही हैं. ये पौधे अपनी विशेष दिशा के अनुसार लगाए जाते हैं और इनसे जहां नकारात्मकता कम होती है, वहीं, डिप्रेशन कम करने में भी उपयोगी होते हैं.

वीडियो रिपोर्ट

डीसी ने कहा कि प्रकृति का हमेशा से मानव जीवन पर प्रभाव रहा है. ऐतिहासिक ग्रंथों में भी औषधीय पौधों की पूजा के साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में उपयोगिता बताई गई है. इसी को लेकर सिरमौर जिला में विशेष पंचवटी वाटिकाओं का निर्माण किया जा रहा है.

वहीं, ग्लानाघाट स्कूल के प्रिंसिपल दिग्विजय राणा ने बताया कि स्कूल में पंचवटी वाटिका बनाई गई हैं. इससे बच्चों को पौधों के औषधीय गुणों के बारे भी जानकारी मिलेगी और साथ ही स्कूल का परिवेश भी सुंदर बनेगा.

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Intro:-जिला सिरमौर प्रशासन ने ग्लानाघाट स्कूल से की पंचवटी वाटिका लगाने की शुरूआत
नाहन। सिरमौर प्रशासन ने जिला में पंचवटी वाटिकाएं लगाने का निर्णय लिया है, ताकि पर्यावरण के साथ-साथ औषधीय पौधों से मिलने वाले लाभ लोगों को मिल सके। यह सराहनीय सोच सिरमौर जिला के डीसी डा. आरके परूथी की है। इसी के तहत जिला प्रशासन ने जिला में पंचवटी वाटिकाओं के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है।


Body:दरअसल प्रकृति का हमेशा से मानव जीवन पर प्रभाव रहा है। प्रकृति हमेशा कुछ अच्छा देती आई है। हमारे पुराणों में भी औषधीय पौधों की पूजा से लेकर स्वस्थीय क्षेत्र में उपयोगिता का वर्णन मिलता है। इसी संदर्भ को लेकर सिरमौर जिला में विशेष पंचवटी वाटिकाओं का निर्माण किया जा रहा है। स्कूलों  व सार्वजनिक स्थानों पर पंचवटी वाटिकाएं बनाई जा रही हैं। पंचवटी में पांच पूजनीय व औषधीय गुणों वाले पौधे दिशा के अनुरूप लगाए जाते है। इसमें पीपल, बेल, आंवला, सीता अशोका एवं बरगद के पौधे शामिल किए जाते हैं।
जिला प्रशासन ने इसकी शुरुआत पच्छाद क्षेत्र के गलानाघाट सरकारी स्कूल से की है। यहां पर पंचवटी वाटिका बनाई गई है। पंचवटी वाटिका का लाभ यह होगा कि जहां नकारात्मक परिवेश खत्म होगा, वहीं इनके औषधीय गुण लाभकारी होंगे। 
उधर डीसी सिरमौर डा. आरके परूथी ने बताया कि जिला में सभी सार्वजनिक स्थानों पर पंचवटी वाटिकाएं बनाई जा रही हैं। ये पौधे अपनी विशेष दिशा के अनुसार लगाए जाते हैं और इनसे जहां नकारात्मकता कम होती है, वहीं डिप्रेशन भी कम होता है। इसीलिए ये पंचवटी बनाई जा रही हैं। 
बाइट 1: डा. आरके परूथी, डीसी सिरमौर

वहीं गलानाघाट स्कूल के प्रिंसिपल दिग्विजय राणा ने बताया कि स्कूल में पंचवटी वाटिका बनाई गई है। इससे बच्चों को पौधों के औषधीय गुणों बारे भी जानकारी मिलेगी और साथ ही स्कूल का परिवेश भी सुंदर बनेगा। 
बाइट 2: दिग्विजय राणा, प्रिंसिपल, गलानाघाट स्कूल


Conclusion:उल्लेखनीय है कि आयुर्वेद में भी इन पंचवटी पौधों के विशेष गुणों का वर्णन मिलता है और अब सिरमौर में अनेक स्थानों पर पंचवटी वाटिका बनने से सभी को लाभ प्राप्त होगा।
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