कुल्लू: देश के लिए महत्वपूर्ण पार्वती परियोजना चरण-2 मार्च 2022 तक बनकर राष्ट्र को समर्पित कर दी जाएगी. भौगोलिक परिस्थितियों के चलते टनल का कार्य अभी शेष बचा हुआ है, जिसे पूरा करने में पार्वती परियोजना प्रबंधन जी जान से लगा हुआ है.
800 मेगावाट की यह परियोजना अपने तय समय से काफी समय से पीछे चल रही है लेकिन परियोजना प्रबंधन भी इसे जल्द पूरा करने का पूरा प्रयास कर रहा है. पार्वती परियोजना चरण-2 की टनल में बार-बार दिक्कतें आने के चलते इसके निर्माण कार्य को तय लक्ष्य पर पूरा करने में काफी परेशानी आ रही है. टनल करीब 32 किलोमीटर लंबी है और परियोजना प्रबंधन के द्वारा फिलहाल 30 किलोमीटर तक इस टनल को पूरा किया गया है.
वहीं, टनल के भीतर भौगोलिक परिस्थितियां बार-बार बदल रही है, जिसके चलते बचे हुए 2 किलोमीटर के कार्य को पूरा करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. परियोजना प्रबंधन के द्वारा इस विषय में विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. पार्वती परियोजना चरण-2 में पार्वती नदी का पानी इस टनल से शिफ्ट कर दूसरी जगह पहुंचाया जाएगा और पार्वती नदी के साथ-साथ पांच नालों को भी इसमें जोड़ा गया है, ताकि साल के 12 महीने बिजली का उत्पादन सही तरीके से हो सके.
पार्वती परियोजना चरण-2 के प्रभारी एलके त्रिपाठी का कहना है कि 800 मेगावाट की यह परियोजना देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है और इसे पूरा करने के लिए अब मार्च 2022 का लक्ष्य रखा गया है. दिन-रात परियोजना प्रबंधन के विशेषज्ञ इसे पूरा करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द यह परियोजना राष्ट्र के नाम समर्पित की जाएगी.