कुल्लू: शहर के भुंतर इलाके में मौजूद बेली ब्रिज (Bhuntar Bailey Bridge) पर अब भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं. साथ ही, डीसी ने लोक निर्माण विभाग के टेक्निकल विंग को पुल की मरम्मत का कार्य शुरू करने का आदेश जारी किया है.
पुल से भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगने से एक बार फिर मणिकर्ण व गड़सा घाटी के लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. इससे पहले भी 10 दिन में ही पुल 2 बार वाहनों की आवाजाही के लिए प्रभावित हुआ है. हालांकि यहां पर डबल लेन पुल की मांग को लेकर कई बार स्थानीय लोगों ने धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन लोगों की समस्या हल होने का नाम नहीं ले रही है.
बार-बार बैली ब्रिज की प्लेटों में आ रही परेशानियों के चलते इसे वाहनों की आवाजाही के लिए बंद ( Maintenance of Bhuntar Bailey Bridge) कर दिया जाता है. वहीं, अब भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगने से लोगों को वाया बजौरा या फिर रामशिला होकर मणिकर्ण व गड़सा घाटी का रुख करना होगा. भुंतर बैली ब्रिज के साथ सब्जी मंडी भी स्थापित की गई है और मणिकर्ण व गड़सा घाटी के हजारों किसान सब्जी मंडी आने के लिए भी इसी बेली ब्रिज का इस्तेमाल करते हैं.
स्थानीय निवासी मेघ सिंह, मुनीष व लोक राज का कहना है कि अगर पहले ही स्थानीय लोगों की मांग सुन ली गई होती और यहां पर डबल लेन पुल का निर्माण किया गया होता तो आज यहां के लोगों को इस हालात का सामना नहीं करना पड़ता. अब भारी वाहनों की आवाजाही बंद होने के चलते लोगों को 10 किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय करना होगा.
वहीं, डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि भारी वाहनों की आवाजाही पर फिलहाल प्रतिबंध लगाया गया है. लोक निर्माण विभाग के तकनीकी विंग ने प्रशासन को अवगत करवाया था कि बैली ब्रिज की मरम्मत करना काफी जरूरी है और वाहनों की आवाजाही के कारण इसमें समस्या पैदा हो रही है. ऐसे में पुल को आगामी आदेशों तक भारी वाहनों की आवाजाही के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है.
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