हमीरपुर: मोहब्बत में सोभनन सरकार ने अपने कुल-धर्म की पीछे छोड़ा. बांग्लादेशी हिंदू सोभनन सरकार ने एक मुस्लिम लड़की से प्यार किया और फिर शादी भी. एक के बाद एक चुनौती को पार करते हुए उसने अपने देश की सरहद पार करने का जोखिम लिया. फिर अवैध रूप से भारत आकर अपना संसार बसाने का जतन किया. रोजी-रोटी के लिए वो हिमाचल के हमीरपुर आया, लेकिन उसकी मोहब्बत का अंजाम दर्दनाक हुआ. सोभन सरकार ने आत्महत्या कर ली.
अब उसकी पांच साल की बेटी अनाथ हो गई है. पत्नी को नियमों के खिलाफ अवैध रूप से भारत में रहने पर परिणाम भुगतना पड़ रहा है. इस तरह अंतरधार्मिक प्यार का परिणाम दर्दनाक साबित हुआ. सोभनन सरकार की आत्महत्या (BANGLADESHI YOUTH SUICIDE) से कई सवाल उपजे हैं. धर्म की बेड़ियों को तोड़ देश की सरहदों को पार कर अपनों से हजारों मील दूर पहुंच आखिर सोभनन सरकार ने आत्महत्या क्यों की? हिमाचल के हमीरपुर जिले में बांग्लादेश मूल के युवक की आत्महत्या के पीछे की कहानी को सुनकर आपके मन में भी यह सवाल जरूर आएगा.
आखिर क्या वजह रही होगी कि धर्म की बेड़ियों को तोड़कर जिस हिंदू सोभनन सरकार ने मुस्लिम लड़की फमीदा सुल्ताना की मोहब्बत में देश की सरहद को पार कर दिया वो आत्महत्या करने को मजबूर हो गया. समाज से लड़कर यह दोनों पश्चिम बंगाल में घुसपैठ कर भारत में दाखिल हुए थे.
पुलिस की पूछताछ में फमीदा सुल्ताना ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. दोनों ने घर से भागकर शादी की थी और दोनों के परिजन इनकी शादी से खुश नहीं थे. बचते बचाते यह देश की सरहद को पार कर भारत में घुसपैठ करने में कामयाब हुए. दोनों की एक 5 साल की बेटी है जिसका नाम ईवा है.
फमीदा सुल्ताना ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि उनका समाज इस शादी से खुश नहीं था. जिस वजह से वह देश छोड़कर ही दलाल के जरिए पश्चिम बंगाल में पहुंचे थे. देश तो छोड़ दिया, लेकिन परिजनों से उनका संपर्क लगातार होता था और दूसरे धर्म में शादी को लेकर लगातार विवाद के कारण सोभनन सरकार चिंता में रहता था.
इसी को लेकर दोनों पति पत्नी में सोमवार रात को कहासुनी हुई और पति ने फंदा लगा लिया. किस वजह से युवक ने आत्महत्या की थी इसे लेकर पुलिस को दिए बयान में फमीदा ने कहा कि दोनों के बीच मामूली कहासुनी हुई थी. उसका यह बयान कितना सच है इसे लेकर फिर पुलिस जांच कर रही है.
आत्महत्या से खुला राज, विदेशी अधिनियम के तहत दर्ज है मामला: सोभनन सरकार की आत्महत्या से ही यह राज खुला कि जिला मुख्यालय में कोई बांग्लादेशी परिवार रह रहा है. न तो मकान मालिक को इस बात का इल्म था कि उसने किसी बंगलादेशी को अपने घर में शरण दे कर रखे हैं और न ही उनसे मिलने जुलने वाले लोगों को उन पर कोई शक. आम प्रवासी मजदूरों की तरह ही यहां परिवार यहां पर गुजर-बसर कर रहा था.
ऐसे में अगर यह युवक आत्महत्या न करता तो इनके बांग्लादेशी होने का राज भी नहीं खुलता. परिवार के पास ऐसा भी कोई दस्तावेज नहीं मिला. जिससे इनके बांग्लादेशी होने का कोई सबूत मिला हो. पति की आत्महत्या के बाद घबराई पत्नी से जब पुलिस ने पूछताछ की तो यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ. अब इस मामले में विदेशी अधिनियम की धारा 14 के अंतर्गत केस दर्ज है.
कानूनी तरीके से कार्रवाई कर रही जिला पुलिस: पुलिस अधीक्षक हमीरपुर आकृति शर्मा का इस मामले में कहना है कि पुलिस ने विदेशी अधिनियम की धारा 14 के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है. महिला से पूछताछ की जा रही है. प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने कहा है कि दोनों अलग-अलग धर्म से थे और परिजन भी उनकी शादी से खुश नहीं थे. उनकी शादी को लेकर विवाद था. उन्होंने कहा कि जांच में कानूनी पहलू को ध्यान में रखकर ही पुलिस आगे बढ़ रही है. वजह और परिस्थिति में चाहे जो भी रही हो, लेकिन अब कानून के मुताबिक ही इस मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी.
वहीं, बिना पंजीकरण रह रहे बंगलादेशी युवक की आत्महत्या मामले में जिला पुलिस ने अब बांग्लादेश दूतावास से संपर्क किया है. इस मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया है. मृतक युवक की पांच साल की बेटी को बाल विकास विभाग के वन स्टॉप सेंटर में देखभाल के लिए भेज दिया गया है.
हालांकि आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है, लेकिन जिला पुलिस ने मृतक के परिजनों का पता लगाने के लिए बंग्लादेशी दूतावास से संपर्क साधा है, ताकि डेडबॉडी को मृतक के परिजनों के हवाले किया जा सके.
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