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भूखे पेट दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है ये महिला, आगजनी में खत्म हो गया था पूरा परिवार

यमुनानगर कबाड़ गोदाम में आगजनी (Yamunanagar Scrap Godown Fire) की शिकार एक महिला इन दिनों भूखे पेट दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है. हालात ये हैं कि महिला को प्रशासन कोई मदद नहीं मिल रही है.

Yamunanagar Scrap Godown Fire
पीड़ित महिला
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Published : Dec 28, 2021, 10:48 PM IST

Updated : Dec 28, 2021, 10:57 PM IST

यमुनानगर: यमुनानगर के सिटी सेंटर के पास 25 नवंबर को एक कबाड़ गोडाउन में आग लग गई थी. इस आगजनी में एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी. परिवार मे केवल एक महिला ही जिंदा बच पाई है. लेकिन अब इस महिला के हालात बद से बदतर हो चुके है. वजह महिला का जीवनसाथी अब इस दुनिया में नहीं है. इस वजह से अब वह पूरी तरह से खानाबदोश की जिंदगी जी रही है. खाने का भी कोई जुगाड़ नहीं है कि जिससे वह पेट भरकर जिंदगी की गाड़ी खींच सके.

जब मीडिया ने महिला से बात की तो उसके आंखों से आंसू छलक पड़े. महिला ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उसका तो पूरा संसार ही उजड़ गया है. इस वजह से अब जीने का और मन नहीं करता. दुनिया में उसे कोई सहारा देने वाला ही नहीं बचा है. आगजनी में छोटे-छोटे तीन बच्चों के साथ पति की भी मौत हो चुकी है. एक वक्त की रोटी खाना भी मुश्किल हो रहा है. गोदाम के मालिक से कहते हैं तो वह भगा देता है. प्रशासन से गुहार लगाती हूं तो वहां से भी कोई सहारा नहीं मिलता. ऐसे में आखिर जाउं तो जाउं कहां. पीड़िता की एक बहन इन दिनों उसके पास आई है. उसका कहना है कि हमारे पास भी इतना इंतजाम नहीं है कि हम इसको अपने साथ रख सकें.

ये भी पढ़ें- Karnal Road Accident: करनाल में पेड़ से टकराई यूपी पुलिस की गाड़ी, एक कांस्टेबल की मौत, 6 घायल

क्या है पूरा मामला

25 नवंबर 2021 को हरियाणा के यमुनानगर में एक कबाड़ के गोदाम में लग गई थी. इस भीषण आग में 3 बच्चों सहित उनके पिता की झुलस कर मौत हो गई. आग इतनी भयंकर थी कि अगले दिन सुबह तक धुआं उठता रहा और दमकल कर्मी पानी का छिड़काव करते रहे. हादसे की सूचना पाते ही फौरन मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची. इसके बाद करीब 17 लोगों को पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने बाहर निकालने में कामयाब हो पाई.

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यमुनानगर: यमुनानगर के सिटी सेंटर के पास 25 नवंबर को एक कबाड़ गोडाउन में आग लग गई थी. इस आगजनी में एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी. परिवार मे केवल एक महिला ही जिंदा बच पाई है. लेकिन अब इस महिला के हालात बद से बदतर हो चुके है. वजह महिला का जीवनसाथी अब इस दुनिया में नहीं है. इस वजह से अब वह पूरी तरह से खानाबदोश की जिंदगी जी रही है. खाने का भी कोई जुगाड़ नहीं है कि जिससे वह पेट भरकर जिंदगी की गाड़ी खींच सके.

जब मीडिया ने महिला से बात की तो उसके आंखों से आंसू छलक पड़े. महिला ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उसका तो पूरा संसार ही उजड़ गया है. इस वजह से अब जीने का और मन नहीं करता. दुनिया में उसे कोई सहारा देने वाला ही नहीं बचा है. आगजनी में छोटे-छोटे तीन बच्चों के साथ पति की भी मौत हो चुकी है. एक वक्त की रोटी खाना भी मुश्किल हो रहा है. गोदाम के मालिक से कहते हैं तो वह भगा देता है. प्रशासन से गुहार लगाती हूं तो वहां से भी कोई सहारा नहीं मिलता. ऐसे में आखिर जाउं तो जाउं कहां. पीड़िता की एक बहन इन दिनों उसके पास आई है. उसका कहना है कि हमारे पास भी इतना इंतजाम नहीं है कि हम इसको अपने साथ रख सकें.

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25 नवंबर 2021 को हरियाणा के यमुनानगर में एक कबाड़ के गोदाम में लग गई थी. इस भीषण आग में 3 बच्चों सहित उनके पिता की झुलस कर मौत हो गई. आग इतनी भयंकर थी कि अगले दिन सुबह तक धुआं उठता रहा और दमकल कर्मी पानी का छिड़काव करते रहे. हादसे की सूचना पाते ही फौरन मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची. इसके बाद करीब 17 लोगों को पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने बाहर निकालने में कामयाब हो पाई.

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Last Updated : Dec 28, 2021, 10:57 PM IST
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