ETV Bharat / state

NH-44 construction work: जानें एनएच-44 के निर्माण कार्य में देरी पर नितिन गडकरी ने किसे ठहराया जिम्मेदार

author img

By

Published : Jun 2, 2022, 6:50 PM IST

वीरवार को सोनीपत पहुंचे केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari in Sonipat) ने कहा कि एक ओर देश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और वहीं दूसरी ओर यहां नेशनल हाईवे-44 के कार्य में देरी (delay in construction work of NH-44 in Haryana) होने का मुख्य कारण यहां किसान आंदोलन रहा है. नितिन गडकरी ने कहा कि हमें उस रिसर्च पर काम करना चाहिए, जो देश के काम आए, टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने से ही देश को फायदा होता है.

Union Transport and Highways Minister Nitin Gadkari in Sonipat
एनएच 44 के निर्माण कार्य में देरी पर नितिन गडकरी का बयान.

सोनीपत: केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी वीरवार को सोनीपत (Union Minister Nitin Gadkari in Sonipat) पहुंचे. इस दौरान उन्होंने राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में स्थित वर्ल्ड डिजाइन यूनिवर्सिटी में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल वितरण किए. इस दौरान मंच से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वेस्ट मटेरियल पर भी काम करना होगा. इसके अलावा उन्होंने किसान आंदोलन को नेशनल हाईवे-44 के निर्माण कार्य में देरी का मुख्य कारण बताया.

सोनीपत में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे केंद्रीय परिवहन एवं सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने छात्र छात्राओं द्वारा बनाई गई विभिन्न डिजाइनों से संबंधित प्रदर्शनी को भी देखा, यहां आयोजित कार्यक्रम में मंत्री द्वारा दीक्षांत समारोह में 140 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल एवं उपाधि सौंपी गई. नितिन गडकरी ने सभी छात्र छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि देश के छात्र और छात्राएं देश का ही भविष्य हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा और पानीपत में काफी मात्रा में पराली मौजूद है उससे अब हरियाणा में एथीनील बनाई जा रही हैं, जिससे प्रदूषण बहुत कम होता है.

Union Transport and Highways Minister Nitin Gadkari in Sonipat
सोनीपत में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी.

उन्होंने कहा कि अब संपूर्ण देश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और यहां नेशनल हाईवे-44 के कार्य में देरी (delay in construction work of NH-44 in Haryana) होने का मुख्य कारण यहां किसान आंदोलन (Farmers Movement in Haryana) रहा है. अगर वह यहां नहीं होता तो शायद अब तक यह सड़क मार्ग पूर्ण कर लिया जाता. पंजाब-हरियाणा के लोग यमुना नदी के माध्यम से अपना माल भेज सकें ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गंदे पानी को बेचकर सरकार फंड जुटा सकती है.

नितिन गडकरी ने कहा कि हमें उस रिसर्च पर काम करना चाहिए, जो देश के काम आए, टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने से ही देश को फायदा होता है. देश की 65 प्रतिशत जनता कृषि पर निर्भर है. ऐसे में उसके लिए हमें बैम्बू (बांस) की खेती को बढ़ावा देने के लिए काम करना होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाना होगा. किसानों को नई-नई खेती को अपनाना होगा, तभी फायदा होगा.

नितिन गडकरी ने कहा कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है और हमें इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि अगर हम अब टेक्नोलॉजी को और ज्यादा बढ़ाएंगे तो देश के संसाधनों का उचित प्रयोग हो सकेगा. उन्होंने कहा कि वेस्ट मटेरियल को हम दोबारा से प्रयोग करके देश के लिए ज्यादा फंड जुटा सकते हैं. वहीं, उन्होंने अन्य सभी पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि पहले हरियाणा के कई क्षेत्रों में पराली को जलाया जाता था, लेकिन अब हमने उसको बंद कर दिया है जिससे वायु प्रदूषण भी कम हुआ है और किसानों की आय भी बढ़ी है. इस दौरान उनके साथ सांसद रमेश चंद्र कौशिक भी कार्यक्रम में शामिल रहे.

ये भी पढ़ें: 4 और 6 लेन हाइवे की हरियाणा में कमी, एक दशक से ज्यादा से अधर में लटकी कई परियोजनाएं

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.