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सिरसा की देवीलाल यूनिवर्सिटी में गुमनाम चिट्ठी में प्रोफेसर पर लगाए आरोपों में नया खुलासा, 300 छात्राओं के बयान दर्ज

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 11, 2024, 9:27 PM IST

Sirsa Devi Lal University: देवीलाल यूनिवर्सिटी में गुमनाम चिट्ठी में प्रोफेसर पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है. सिरसा पुलिस का कहना है कि मामले में 300 से ज्यादा छात्राओं के बयान लिए जा चुके हैं. मामले की जांच आगे भी जारी है. क्या है पूरा मामला खबर में विस्तार से जानें

Sirsa Devi Lal University
Sirsa Devi Lal University

देवीलाल यूनिवर्सिटी में छात्राओं से यौन शोषण आरोप मामले में जांच जारी

सिरसा: हरियाणा के सिरसा में चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों गुमनाम चिट्ठी के जरिए एक प्रोफेसर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. जिसकी जांच यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस द्वारा की जा रही है. यूनिवर्सिटी में मामले की जांच के लिए सात सदस्य कमेटी का गठन किया है. जांच के दौरान पीड़ित पक्ष और आरोपी पक्ष के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. जबकि सिरसा पुलिस ने अब तक 300 से ज्यादा छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं.

मामले में अभी तक की जांच के मुताबिक, यूनिवर्सिटी प्रशासन आरोपी प्रोफेसर का समर्थन करते नजर आ रहे हैं. यूनिवर्सिटी के सैंकड़ों प्रोफेसर और नॉन टीचिंग स्टाफ अब प्रोफेसर को पाक साफ बता रहे हैं. बताया जा रहा है कि किसी अन्य व्यक्ति द्वारा षड्यंत्र रचा गया है. यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और परीक्षा नियंत्रक डॉ. शैलेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यूनिवर्सिटी में अपने स्तर पर छात्राओं से पूछताछ की है. जिसमें आरोपों की कोई पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि मामले से संबंधित यूनिवर्सिटी के स्टाफ से बैठक की गई थी. जिसमें 200 से अधिक लोगों ने आरोपी पक्ष का समर्थन किया है. उनका मानना है कि गुमनाम चिट्ठी किसी शरारती तत्व ने भेजी है.

देवीलाल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. राजेश कुमार बंसल ने बताया कि विवि प्रशासन ने ICC एक मीटिंग बुलाई थी. जिसमें सार्वजनिक तौर पर मौखिक या फिर गुप्त तरीके से भी पड़ताल की थी. लेकिन अभी तक कोई भी स्टूडेंट या कोई विवि का स्टाफ सदस्य तथ्य पेश नहीं कर पाया है. उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए पीड़ित और आरोपी दोनों पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं. लेकिन जांच कमेटी के मुताबिक, इस मामले में आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ तथ्य स्पष्ट नहीं हो पाए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर कोई भी व्यक्ति तथ्य देना चाहता है और वो अपना नाम भी गुप्त रखना चाहता है तो इसका भी प्रावधान यूनिवर्सिटी प्रशासन कर सकता है.

मामले में जांच कर रही सिरसा एसपी दीप्ति गर्ग ने कहा कि मामला पुलिस के संज्ञान में आते ही उनके नेतृत्व में एक जांच कमेटी का गठन किया गया है. जांच कमेटी में 2 महिला इंस्पेक्टर और एक महिला सब इंस्पेक्टर शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक 300 छात्राओं के बयान दर्ज किए गए हैं. लेकिन अभी तक आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि गुमनाम चिट्ठी किसने लिखी है और कहां से जारी की है पुलिस जांच कर रही है. पुलिस इस मामले में सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है. एसपी ने बताया कि अभी भी स्टूडेंट्स के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है.

क्या है पूरा मामला: बता दें कि पिछले दिनों सिरसा की चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी में एक विभाग में पढ़ने वाली करीब 500 गर्ल्स स्टूडेंट्स ने अपने ही विभाग के प्रोफेसर पर गुमनाम चिठ्ठी के जरिए यौन शोषण का आरोप लगाया है. छात्राओं ने यह गुमनाम चिठ्ठी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल हरियाणा के राज्यपाल डीजीपी हरियाणा डीसी सिरसा एसपी सिरसा यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर सहित अनेक लोगों को प्रेषित की है. जिसकी जांच विवि प्रशासन और जिला पुलिस द्वारा की जा रही है.

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