सिरसा: ऐलनाबाद उपचुनाव (Ellenabad by election) को लेकर जहां एक ओर सभी राजनीतिक दलों द्वारा अपने-अपने प्रत्याशी उतारे जा रहे हैं. वहीं किसानों के द्वारा भी अपना उपचुनाव को लेकर अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया गया है. हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अभी तक किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है. ऐसे में हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आज सिरसा में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया. जिसमें विकल पचार को ऐलनाबाद उपचुनाव के लिए किसानों की तरह से प्रत्याशी घोषित किया गया है.
किसानों का कहना है की चाहे चौटाला परिवार हो या हुड्डा परिवार या चाहे कोई भी राजनीतिक दल हो किसी ने भी आज तक किसानों के बारे में नहीं सोचा है. बल्कि पिछले 1 वर्ष से चल रहे किसान आंदोलन में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी रोटियां सेंकने का काम किया है. उन्होंने बताया कि ऐलनाबाद उपचुनाव में किसानों द्वारा अपना प्रत्याशी उतारने का मुख्य कारण यही है कि किसान जीत कर लोकसभा, विधानसभा में जाएं और किसानों के साथ-साथ जन-जन की आवाज को उठाने का काम करें. उन्होंने बताया कि ऐलनाबाद का चुनाव पूरे देशभर की जनता के लिए एक मिसाल बनेगा.
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हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक जगवीर ने कहा कि हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम कार्यकर्ताओं से बातचीत कर यह निर्णय लिया गया है कि विकल पचार हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से ऐलनाबाद उपचुनाव में प्रत्याशी होंगे. संयुक्त किसान मोर्चा से बातचीत के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पंजाब चुनाव में पंजाब मिशन, बंगाल चुनाव में मिशन बंगाल और ऐसे जहां-जहां चुनाव हुए है वहां-वहां संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा मिशन चलाया गया है, लेकिन जब हरियाणा की बात आई है तो संयुक्त किसान मोर्चा ने चुप्पी साध रखी है.
उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा हमारी मैन बॉडी है, हमने ऐलनाबाद उपचुनाव को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा से बातचीत की, लेकिन हमें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला जिसके बाद हमने संयुक्त किसान मोर्चा को 4 तारीख का समय दिया था अपना कोई उम्मीदवार उतारने के लिए. उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अभी तक कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा गया है तो हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अपना उम्मीदवार मैदान में उतार दिया गया है.
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उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा हमारे लिए हमेशा से सर्व प्रथम रहा है यदि अब भी संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा कोई उम्मीदवार उतारा जाता है तो हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा का एक-एक सदस्य पूरे तन-मन-धन से उस उम्मीदवार के साथ बना रहेगा. इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के चुनाव लड़ने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि अभय सिंह चौटाला ने किसानों के हित में इस्तीफा दिया था. अभय चौटाला का इस्तीफा देने का उद्देश्य यही था कि तीन कृषि कानून रद्द हों, लेकिन वो नहीं हुए. जब कृषि कानून ही रद्द नहीं हुए तो अब अभय दोबारा से चुनाव क्यों लड़ रहे हैं. अभय सिंह चौटाला को खुद चुनाव में खड़े न होकर किसानों के समर्थन में खड़े रहना चाहिए.
ऐलनाबाद विधानसभा सीट खाली क्यों हुई?- सिरसा जिले की ऐलनाबाद विधानसभा सीट (Ellenabad Assembly Seat) इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी. अभय सिंह चौटाला ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में ऐलनाबाद सीट से इस्तीफा दिया था. अभय सिंह चौटाला मौजूदा हरियाणा विधानसभा में इनेलो के एकमात्र विधायक थे. अभय चौटाला ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पवन बेनीवाल (Pawan Beniwal) को हराया था. अभय चौटाला को उस वक्त 57 हजार 55 वोट मिले थे.
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