रोहतक: लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र से बीजेपी के पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने कहा है कि अंधविश्वास देश में गरीबी का सबसे बड़ा कारण है. उन्होंने कहा कि देश में लोगों को अंधविश्वास का पाठ पढ़ाया जाता है. पाखंड में राई का पहाड़ बना दिया जाता है. राजकुमार सैनी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर को सत्ता हथियाने और लोगों की भावनाओं से खेलने का मुद्दा बनाया जाता है.
सैनी ने दावा किया कि वो कभी भी मंदिर नहीं गए और श्रीराम के नारे नहीं लगाए. उन्होंने कहा कि मैं गौतम बुद्ध की विचारधारा में विश्वास रखता हूं. उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर ब्राह्मणवादी विचारधारा पर निशाना साधा. राजकुमार सैनी ने कहा कि देश में पत्थरों की पूजा की जाती है. लोगों को मानसिक तौर पर गुलाम बना दिया गया. उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का इसी क्रम में उदाहरण दिया. बता दें कि मोहन भागवत ने कहा था कि भगवान के लिए सब समान है.
जाति संप्रदाय सब पंडितों ने बनाया है. मोहन भागवत के इस बयान पर काफी हंगामा भी हुआ था. राजकुमार अपनी रथ यात्रा को लेकर रोहतक पहुंचे थे. इस रथ यात्रा की शुरुआत 5 फरवरी को पानीपत से हुई थी. ये रथ यात्रा प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और अंबाला में इसका समापन होगा. पत्रकारों से बातचीत में बीजेपी के पूर्व सांसद ने कहा कि इस देश में दलित और पिछड़े टुकड़ों में बंटे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि इस समय देश में अंधविश्वास का भूचाल उठ रहा है. उन्होंने कहा कि मनुवादी विचारधारा के चलते सिर्फ कुछ को श्रेष्ठ बना दिया गया. उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में भाषा विभाग व पुरातत्व विभाग के दिए गए हलफनामे का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस हलफनामे में कहा गया है कि रामायण और महाभारत का कोई ऐतिहासिक तथ्य नहीं है. राजकुमार सैनी ने जातिगत जनगणना किए जाने की वकालत की.