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नूंह के नागरिक अस्पताल में बच्ची को छोड़कर फरार महिला

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Published : Jan 10, 2020, 5:55 PM IST

नूंह के जिला अस्पताल में एक महिला अपने दो साथियों के साथ अस्पताल में आई और नवजात बच्ची को छोड़कर चली गई. जिसके बाद से महिला को ढूंढने की कोशिश की जा रही है.

new born baby in Nuh civil hospital
new born baby in Nuh civil hospital

नूंह: जिला अस्पताल मांडीखेड़ा परिसर में एक बोलेरो गाड़ी आई. जिसमें से एक महिला अपनी गोद में एक बच्ची लेकर उतरी. महिला के साथ दो युवक भी थे. महिला बच्ची को लेकर गायनी वॉर्ड में पहुंची. बच्ची को चाइल्ड केयर में भर्ती कराया. महिला ने बच्ची के भर्ती होने पर अपना नाम मीना बताया और अपना एक मोबाइल नंबर भी दर्ज कराया.

बच्ची को अस्पताल में छोड़कर फरार
महिला और उसके दो साथी, उस नवजात बच्ची को अस्पताल में छोड़कर फरार हो गए. उनके आने-जाने की पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. कुछ देर बाद ड्यूटी पर तैनात एएनएम और स्टाफ ने संबंधित महिला को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन वो कहीं नहीं मिले.

नूंह के नागरिक अस्पताल में बच्ची को छोड़कर फरार महिला

पुलिस को दी सूचना
कुछ देर बाद नवजात बच्ची की तबीयत अचानक खराब होने लगी. उसको मेडिकल कॉलेज रेफर करने की तैयारी की गई. किंतु उसे वहां तक पहुंचाने वाला कोई परिवारिक सदस्य नहीं मिला. मामला जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी और रेजिडेंशियल मेडिकल अधिकारी के संज्ञान में लाया गया. अस्पताल प्रशासन की सूचना पर कुछ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को राजा हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया.

नूंह के अस्पताल में भर्ती कराई बच्ची
इस दौरान स्टाफ नर्स और अन्य कर्मचारियों ने एंबुलेंस में बच्ची को ऑक्सीजन लगाकर, उसे मेडिकल कॉलेज नूंह के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर महासिंह की देखरेख में भर्ती कराया.

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खतरे से बाहर बच्ची
आरएमओ डॉ. पंकज वत्स का कहना है कि आज पैदा हुई बच्ची के दंपत्ति जो उसे छोड़कर भाग गए, उनकी तलाश की जा रही है. महिला ने अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर गलत दर्ज कराया. जिला अस्पताल मांडीखेड़ा में कोई बाल रोग विशेषज्ञ नहीं है. इसलिए बच्चे की सेहत के मद्देनजर मेडिकल कॉलेज नलहड़ में भर्ती करा दिया गया है. जहां चिकित्सकों की निगरानी में बच्ची का इलाज चल रहा है, बच्ची अब खतरे से बाहर है.

Intro:स्टोरी ;- कुछ घंटे पहले पैदा हुई नवजात बच्ची को वार्ड में भर्ती कराकर छोड़ गए महिला-पुरुष

मीना नामक महिला लेकर आई थी गायनी वार्ड

नवजात की तबीयत खराब होने पर मेडिकल कॉलेज में कराया गया भर्ती

बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल मांडीखेड़ा परिसर में एक बोलेरो गाड़ी प्रवेश करती है उसमें से एक महिला व दो अन्य लोग खिड़कियां खोल कर बाहर आते हैं। उसके बाद महिला अपनी गोद से एक बच्चे को लेकर गायनी वार्ड की तरफ बढ़ती है। उस बच्चे को गायनी वार्ड के चाइल्ड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाता है। महिला अपना नाम मीना बताती है। पता और फोन नंबर भी रजिस्टर में दर्ज करवाती है। इसके बाद महिला नवजात को छोड़कर फरार हो जाती है। ये पूरी घटना जिला अस्पताल के सीसीटीवी कैमरा में कैद है। इसके कुछ देर बाद ड्यूटी पर तैनात एएनएम और स्टाफ संबंधित महिला को ढूंढने का प्रयास करते हैं लेकिन कई घंटे बाद कोई पता नहीं चलता। नवजात बच्ची की तबीयत अचानक खराब होने लगती है तो उसे मेडिकल कॉलेज रेफर करने की तैयारी शुरू होती है। किंतु उसे वहां तक पहुंचाने वाला परिवारिक सदस्य कोई नहीं होता। इसके बाद मामला जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी और रेजिडेंशियल मेडिकल अधिकारी के संज्ञान में लाया जाता है। तब जाकर अस्पताल कीको कुछ घंटे पहले पैदा हुई नवजात बच्ची को राजा हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज रेफर नलहड़ किया जाता है। Body:इस दौरान स्टाफ नर्स व अन्य कर्मचारी भी एंबुलेंस में बच्ची को ऑक्सीजन लगाकर उसे मेडिकल कॉलेज नूह के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर महासिंह की देखरेख में भर्ती कराते हैं। बातचीत में निर्मल झंडा ने में बताया कि सुबह 4 बजे के बाद एक बोलेरो गाड़ी में इस बच्ची के साथ एक महिला और अन्य पुरुष गायनी वार्ड में स्पेशल चाइल्ड केयर वार्ड में भर्ती कराकर गए थे। उस महिला ने अपना नाम मीना, पता फिरोजपुर झिरका व फोन नंबर लिखवाया। वो महिला और पुरुष नवजात बच्ची को छोड़कर एकदम से गायब हो गए। उन्होंने बताया कि जब सुबह चार बजे इस बच्ची को महिला व पुरुष साथ लाए थे तो लग रहा था कि यह नवजात दो-तीन घंटे पहले पैदा हुई होगी। आरएमओ डॉ. पंकज वत्स ने बताया कि आज ही पैदा हुई थी उसे दंपत्ति छोड़कर भाग गया है। छानबीन में सामने आया है कि महिला ने अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर गलत दर्ज कराया। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल मांडीखेड़ा में कोई बाल रोग विशेषज्ञ नहीं है इसलिए बच्चे की सेहत के मद्देनजर मेडिकल कॉलेज नलहड़ में भर्ती करा दिया गया है। जहां चिकित्सकों की निगरानी में बच्ची का इलाज चल रहा है, अब खतरे से बाहर है।
Conclusion: बाइट ;- महिला अधिकारी निर्मल ढांढा
बाइट ;- लोकवीर सिंह डिप्टी सिविल सर्जन नूंह।

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
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