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यूरिया खाद की कालाबाजारी करने वाले खाद विक्रेताओं पर कृषि विभाग की सख्त कार्रवाई, करनाल में नहीं कमी

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 5, 2023, 5:16 PM IST

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कृषि विभाग की सख्त कार्रवाई

Black Marketing of Urea Fertilizer: करनाल कृषि विभाग ने यूरिया खाद की कालाबाजारी करने वाले खाद विक्रतेओं पर कार्रवाई की है. करनाल कृषि विभाग के उप कृषि निदेशक डॉक्टर वजीर सिंह ने बताया कि जिला करनाल में यूरिया भरपूर मात्रा में उपलब्ध है.

करनाल: हरियाणा में गेहूं का सीजन शुरू हो चुका है. किसानों ने गेहूं की पहली सिंचाई लगभग पूरी कर ली है. अब किसान गेहूं की फसल में यूरिया खाद डालने की तैयारी कर रहे हैं. कई बार देखने में आता है कि हरियाणा में यूरिया खाद की समस्या किसानों के सामने खड़ी हो जाती है. किसानों को कई बार यूरिया खाद नहीं मिल पाता, लेकिन जिला कृषि विभाग ने बताया कि जिले में यूरिया खाद भरपूर मात्रा में है और किसान जिले में यूरिया खाद कहां-कहां से ले सकते हैं.

करनाल कृषि विभाग के उप कृषि निदेशक डॉक्टर वजीर सिंह ने बताया कि जिला करनाल में यूरिया भरपूर मात्रा में उपलब्ध है. जिला करनाल में रबी का बुआई क्षेत्रफल लगभग 4,80,000 एकड़ है. जिसके लिए रबी सीजन 2023-24 में 1,04,000 एमटी यूरिया की आवश्यकता है. जिला करनाल में नवंबर महीने तक 60,000 मीट्रिक टन यूरिया खाद की आवश्यकता थी और कुल 60,000 एमटी यूरिया उपलब्ध हो चुका है.

कृषि अधिकारी ने बतााय कि 30 नवंबर तक करनाल में 17,179 एमटी यूरिया उपलब्ध थी. जिसमें खण्ड करनाल में 4,045 एमटी, नीलोखेड़ी में 3246 एमटी, इंद्री में 2487 एमटी, असंध में 1744 एमटी, घरौंडा 1715 एमटी, निसिंग में 1144 एमटी उपलब्ध है. उप कृषि निदेशक ने बताया कि जिला करनाल में कुछ किसानों ने खाद विक्रेताओं के बारे में शिकायत दी थी कि खाद विक्रेता उन्हें खाद के साथ अन्य उत्पाद लगाकर बेच रहे हैं, जो फर्टिलाइजर (कंट्रोल) ऑर्डर 1985 का उल्लंघन है. इसके अलावा कुछ खाद विक्रेताओं ने POS मशीन से खाद की बिक्री नहीं की थी.

उन्होंने कहा कि ऐसे खाद विक्रेताओं के खिलाफ फर्टिलाइजर (कंट्रोल) ऑर्डर 1985 के तहत कार्रवाई की गई है. इस कार्रवाई के तहत खाद ब्रिकी का लाइसेंस निलंबित किया गया है. उन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया है. भविष्य में किसी भी खाद विक्रेताओं के द्वारा फर्टिलाइजर (कंट्रोल) ऑर्डर 1985 का उल्लंघन किया जाता है, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

उप कृषि निदेशक ने बताया कि जिला करनाल में खाद की उपलब्धता व चेकिंग के लिए विभागीय टीम उपायुक्त द्वारा नियुक्त की हुई है. जिसमें सब डिविजनल मजिस्ट्रेट तहसीलदार, गुण नियंत्रण निरीक्षक, करनाल, उपमंडल कृषि अधिकारी, करनाल, व संबधित खंड कृषि अधिकारी शामिल हैं, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े.

इसके अलावा 4 दिसंबर को उप कृषि निदेशक, करनाल. गुण नियंत्रण निरीक्षक, सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी ने खाद भंडार का औचक निरीक्षण किया. जिसमें पाया गया कि फर्म की POS Machine का भंडार और वास्तविक भण्डार का सही मिलान नहीं था. मौके पर ही उक्त फर्म का खाद का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया. फिलहाल करनाल में कुल 16000 MT (3,55,200 बैग्स) यूरिया का भण्डार मौजूद है, जोकि आवश्यकता से हिसाब से भरपूर मात्रा में है. अगर कोई खाद विक्रेता स्टॉक का सही हिसाब नहीं रखता, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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