भिवानी: वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से पिछले दो दिनों से हरियाणा के मौसम (Haryana Weather Update) ने अचानक करवट ली है. प्रदेश में पिछले 24 घंटे से ही झमाझम बारिश हो रही है. बारिश से हवा में नमी बढ़ गई है. हवा में नमी बढ़ने से दिन के वक्त ठंड बढ़ गई है. प्रदेश के ज्यादातर जिलों में ठंडी हवाएं (Cold Wave In Haryana) का असर दिखाई दिया. इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई.
बूंदाबांदी से हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है और तेज हवाओं ने दिन के समय ठिठुरन पर मजबूर कर दिया है. बारिश की वजह से दिन के तापमान में गिरावट आई है. हिसार का अधिकतम तापमान 5.3 डिग्री गिरकर 15.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से आने वाले नमी वाली हवाओं और राजस्थान के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर से प्रदेश में सिरसा में सबसे ज्यादा 18 एमएम बारिश हुई और इसके बाद हिसार में 12 एमएम बारिश हुई.
प्रदेश में बारिश और तापमान के जिलेवार आंकड़े-
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हरियाणा कृषि विद्यालय के मौसम एवं कृषि विज्ञानिक डॉ. कमल कीचड़ का कहना है कि यह बारिश रबी की फसलों के लिए बेहद फायदेमंद है. इस बारिश से फसलों में बीमारियों और पाले से भी बचाव होगा. इस समय फसलों में जो सिंचाई की जरूरत थी वह भी पूरी हो गयी है. जिससे किसानों का सिंचाई के लिए होने वाला खर्चा भी बच गया है.
गेहूं और सरसों की फसल में इस बारिश से बेहद अधिक फायदा होगा, लेकिन बारिश के साथ अगर ओलावृष्टि (Hailstorm in haryana) होती है तो यह किसान के लिए बेहद घातक साबित हो सकती है. क्योंकि ओलावृष्टि की वजह से फसल जमीन पर गिर जाती है. जमीन में पानी होने की वजह से गिरी हुई फसल गलने लगती है या फिर गेहूं की फसल पीली पड़ने लगती है.
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